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बिखरे मोती

हृदय में यदि प्रेम हो, तो नेत्र प्रकट कर देय

बिखरे मोती भाग-71गतांक से आगे….संसार में हमारे मनीषियों ने बलों को निम्न पांच श्रेणियों में रखा है:-1. कुल-बल अर्थात पिता, पितामह संबंधी स्वाभाविक बल2. अमात्य-बल अर्थात हितकारी मंत्री अथवा मित्र का होना।3. धन बल अर्थात धन दौलत की प्रचुरता4. शारीरिक बल अर्थात बाहुबल5. बुद्घि बल अर्थात प्रज्ञाबलउपरोक्त पांचों प्रकार के बलों में सर्वश्रेष्ठ बल-बुद्घि का […]

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गीत मिट्टी का गाऊंगा

मिट्टी से जुड़ा हूँ तो गीत मिट्टी का गाऊंगा.जरुरत पड़ी तो खेतों में बन्दूक भी उगाऊंगा. मुझे होगी जरुरत ना तिलक ना चन्दन की,धूल धरती की जब अपने माथे पर लगाऊंगा. अदालत में क़ुरान-ए-पाक और गीता मानिन्द,मिट्टी हाथ में लेकर सौगन्ध मिट्टी की खाऊंगा. फसलों का मैं राजा महलों का ना सही,मलमल नहीं मिट्टी ही […]

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कम्युनिस्ट किसे चुने, कुर्सी या क्रांति?

 मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी में आजकल काफी गहरा विचार-मंथन चल रहा है। 1978 में जालंधर अधिवेशन में उसने जो रास्ता पकड़ा था, उसे अब वह छोड़ना चाहती है। वह रास्ता क्या था? वह रास्ता था, गैर-भाजपा दलों से गठबंधन करने का! भाजपा को वह घोर दक्षिणपंथी, सांप्रदायिक और संकीर्ण दल मानती थी, जबकि उसे कांग्रेस, समाजवादी […]

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कांग्रेस में नेता बदलें या नीति?

पी चिदंबरम ने बर्र के छत्ते में हाथ डाल दिया। उन्होंने कह दिया कि कांगेस में से माँ-बेटा राज खत्म भी हो सकता है। उनके इस दुस्साहिसक बयान पर कोई प्रतिक्रिया नहीं देखी जा रही है। क्यों नहीं देखी जा रही है? क्योंकि सभी कांग्रेसी मजबूर हैं। वे क्या करें? उन्हें पता है कि सोनिया […]

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पत्रकार और प्रधानमंत्री: परस्पर डरें क्यों?

प्रधानमंत्री बनने के बाद पहली बार नरेंद्र मोदी ने पत्रकारों पर मेहरबानी की। उन्हें भाजपा मुख्यालय में बुलाया। मेहमानों का स्वागत करने की हमारी परंपरा है लेकिन मेहमान पत्रकारों ने घंटे-डेढ घंटे प्रतीक्षा की और वहां बैठ कर मेजबान प्रधानमंत्री का स्वागत किया! प्रधानमंत्री ने पत्रकारों को बताया कि कभी भाजपा कार्यालय में वे कैसे […]

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जनजाति उपयोजना के प्रावधानों को और अधिक प्रासंगिक बनाया जाए

     नई दिल्ली, 28 अक्टूबर, 2014। राजस्थान के जनजाति क्षेत्रीय विकास मंत्री श्री नन्दलाल मीणा ने केन्द्र सरकार से मांग की है कि जनजाति उपयोजना के प्रावधानों को और अधिक प्रासंगिक बनाया जाये। साथ ही राजस्थान में लम्बे समय से की जा रही अनुसूचित क्षेत्र के विस्तार की मांग को भी स्वीकार किया जाये तथा […]

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निवेशक राजस्थान की तरक्की और विकास में सहयोगी बनें-वसुंधरा

नई दिल्ली, 28 अक्टूबर, 2014। राजस्थान की मुख्यमंत्री श्रीमती वसुंधरा राजे ने कहा है कि राज्य सरकार ऎसी कंपनियों के साथ सहयोग की संभावनाए तलाश रही है जो राजस्थान की तरक्की और विकास में भागीदार बनने के लिये निवेश करें। श्रीमती राजे ने अलवर जिले के भिवाडी़ में फ्रांस की प्रसिद्ध बहुराष्ट्रीय कम्पनी ’सेन्ट गोबेन‘ […]

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विविधा

ये मरे हुए लोग

जो जिन्दा होते हैं वे ही लोगों की श्रेणी में आते हैं मगर आजकल इंसान की जो दशा हो रही है उसे देख लगने लगा है कि अब लोगों की नई प्रजाति हमारे सामने आ रही है जिनमें जान तो है लेकिन वे जानदार नहीं कहे जा सकते हैं। जान होते हुए भी लोग ऎसी […]

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विशेष संपादकीय वैदिक संपत्ति

मनुष्य का आदिम ज्ञान और भाषा-35

गतांक से आगे……ऋग्वेद में है कि-संवत्सरं शशयाना ब्राह्मण व्रतचारिण:।वाचं पर्जन्यजिन्वितां प्र मण्डूका अवादिषु:।।ब्राह्मणासो अतिरात्रे न सोमे सरो न पूर्णमभितो वदन्त:।संवतत्सरस्य तदह: परिष्ठ यन्मण्डूका: प्रावृषीण्र बभूव।।(ऋ 7/103/7)यहां स्पष्ट कहा गया है कि संवत्सर भर सोये हुए मण्डूक पर्जन्य पड़ते ही बोलने लगे, क्योंकि संवत्सरस्य तदह: अर्थात संवत्सर का वही दिन है। कहने का मतलब यह है […]

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राजनीति

राजनीति का हिन्दूकरण, हिंदुओं का सैनिकीकरण अखिल भारत हिंदू महासभा

एक परिचयतुष्टिकरण की नीति छोड़ो देश भक्तों को आगे लाएं।हिंदू महासभा से नाता जोड़ें, हिन्दुओं को विजयी बनायें।हिंदू राष्ट्र और हिंदू संस्कृति के संरक्षण एवं संवर्धन के लिए भारत में वैधानिक रीति से हिंदूराज्य स्थापित कर हिंदू महासभा के ध्येय को साध्य करने के लिए मैं निम्नलिखित उद्देश्यों  को उचित मानता हूं-1. अखण्ड हिन्दुस्थान की […]

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