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इतिहास के पन्नों से

गांधी के ब्रम्हचर्य संबंधी मूर्खतापूर्ण प्रयोग और मनुबेन

मनु बेन के आइने में गांधी(1): मनु बेन महात्मा गाँधी के अंतिम वर्षों की निकट सहयोगी थीं। मनु को प्रायः गाँधीजी की पौत्री कहा जाता है। वास्तव में यह रिश्ता बहुत दूर का था। वह गाँधीजी के चाचा की प्रपौत्री थी। लगभग अशिक्षित, सोलह-सत्रह वर्ष की लड़की, जिस के पिता जयसुखलाल गाँधी एक लाचार से […]

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राजनीति

सेकुलर भारतीय सरकारों के कारनामे

जब आपदाएं आती हैं तो सब लोग मदद के लिए आगे आते हैं | गुरूद्वारे से चंदा आ जाता है, चर्च फ़ौरन धर्म परिवर्तन के लिए दौड़ पड़ते हैं, आपदा ग्रस्त इलाकों में | ऐसे में मंदिर और मठ क्यों पीछे रह जाते हैं ? दरअसल इसके पीछे 1757 में बंगाल को जीतने वाले रोबर्ट […]

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इतिहास के पन्नों से

क्यों 13 जुलाई शहीदी-दिवस के तौर पर मनाया जाता है जम्मू-कश्मीर में

डॉ. शिबन कृष्ण अश्विनी कुमार चरंगू ने एक बयान जारी कर तेरह जुलाई को ‘कश्मीर-संकल्प-दिवस’ के रूप में मनाने का अनुरोध किया है। साथ ही निर्वासित कश्मीरी-पंडितों के बलिदान, त्याग और धैर्य की प्रशंसा करते हुए समुदाय के लोगों से निवेदन किया है कि वे एकजुट रहें। 5 अगस्त, 2019 को केंद्र-सरकार द्वारा अनुच्छेद 370 […]

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हमारे क्रांतिकारी / महापुरुष

शिक्षा प्रेमी संत : स्वामी कल्याण देव जी महाराज

14 जुलाई/पुण्य-तिथि स्वामी कल्याणदेव जी महाराज सच्चे अर्थों में सन्त थे। उनकी जन्मतिथि एवं शिक्षा-दीक्षा के बारे में निश्चित जानकारी किसी को नहीं है। एक मत के अनुसार जून 1876 में उनका जन्म ग्राम कोताना (जिला बागपत, उ.प्र.) के एक किसान परिवार में हुआ था। उनके पिता श्री फेरूदत्त जाँगिड़ तथा माता श्रीमती भोईदेवी थीं। […]

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राजनीति

उत्तर प्रदेश में ‘ब्राह्मण कार्ड’ खेलने की तैयारी में विपक्ष

अजय कुमार वोट बैंक की सियासत करने वाले कुछ सियासी सूरमाओं ने विकास दुबे को लेकर भी तुच्छ राजनीति शुरू कर दी है। सोशल मीडिया फेसबुक व व्हाट्सएप आदि पर दुर्दांत अपराधी आठ पुलिस वालों सहित कई ब्राह्मणों के हत्यारे विकास दुबे को ब्राह्मण शिरोमणि बताया जा रहा है। आठ पुलिस कर्मियों के हत्यारे ‘विकास […]

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देश विदेश

चीन ने यदि इस बार गलती की तो कड़ा सबक सिखाएगी भारत की सेना

( भारत चीन संबंधों पर ) डा. अरविन्द कुमार सिंह क्या चीन ने गलवान घाटी पर कब्जा कर लिया है? क्षमा कीजिएगा ये प्रश्न मेरा नहीं है, किसी जिज्ञासु का भी नहीं है। दरअसल ये प्रश्न देश के प्रधानमंत्री से पूछा है, भविष्य मेंप्रधानमंत्री बनने की आकंाक्षा रखने वाले एक व्यक्ति ने। प्रश्न के बुनियादी […]

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आज का चिंतन

भारत में जनसंख्या पर ब्रेक समय की आवश्यकता, सरकार को उठाने होंगे कड़े कदम

डॉ. रमेश ठाकुर जनसंख्या नियंत्रण पर जब भी कानून बनाने की मांग उठती है, उसे सियासी मुद्दा बना दिया जाता है। जबकि, इस समस्या से आहत सभी हैं। पढ़ा लिखा हिंदु−मुसलमान, सिख−ईसाई सभी समर्थन में हैं कि इस मसले पर मुकम्मल प्रयास होने चाहिए। बेहताशा बढ़ती जनसंख्या ने ना केवल वर्तमान विकास क्रम को प्रभावित […]

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मुद्दा

क्या राजनेताओं की देन है गैंगस्टर, एक मरा है और भी पनपेंगे

योगेंद्र योगी सवाल यही है कि आखिर ऐसे कयास लगाए क्यों गए। इससे जाहिर है कि देश में न्यायपालिका की जड़ें कमजोर हैं। कुख्यात अपराधी सबूतों के अभाव में जमानत पर छूट जाते हैं। यदि नहीं भी छूटते तो अदालतों में मामले सालों तक चलते रहते हैं। कुख्यात गैंगेस्टर विकास दुबे का एनकाउन्टर में मारा […]

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समाज

सती होना रोकने का कानून सती मंदिर तोड़ने का कानून है : श्याम सुंदर पोद्दार

1987 में राजस्थान के सीकर जिले के देवराला नामक गांव में रूप कंवर ने अपने पति की मृत्यु के पश्चात उसके शव के साथ सहमरण किया था। जिसके बाद कम्युनिस्टों-मार्क्सिस्टों ने पूरे भारत में शोर मचाना शुरू किया। इन्होंने इसके लिए 700 वर्ष पहले हुई रानी सती के मंदिर को टार्गेट किया। कोलकाता के कांकुरगाछी […]

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इतिहास के पन्नों से

आधुनिक विज्ञान का आधार है भारत

लेखक:- प्रो. रामेश्वर मिश्र पंकज, लेखक प्रसिद्ध विचारक और समाजशास्त्री हैं। भारत पर अंग्रेजों की असली जीत 14 एवं 15 अगस्त 1947 ईस्वी को हुई, क्योंकि उस दिन पहली बार वे भारत में एक ऐसे उत्तराधिकारी समूह को अपनी सत्ता सौंप कर जाने में सफल हुये जो उनसे कई गुना बढ़कर अंग्रेजों का भक्त था […]

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