आज का चिंतन पुनर्जन्म सिद्धान्त समीक्षा :- प्रश्न :- पुनर्जन्म किसे कहते हैं ? उत्तर :- आत्मा और इन्द्रियों का शरीर के साथ बार बार सम्बन्ध टूटने और बनने को पुनर्जन्म या प्रेत्याभाव कहते हैं । प्रश्न :- प्रेत किसे कहते हैं ? उत्तर :- जब आत्मा और इन्द्रियों का शरीर से सम्बन्ध टूट जाता […]
लेखक: उगता भारत ब्यूरो
डॉ. राजेन्द्र प्रसाद शर्मा कानूनी प्रावधानों, तत्काल कार्यवाही, सख्त सजा के बावजूद अभी तक कोई सकारात्मक परिणाम नहीं मिल पा रहे हैं। ऐसे में जो सबसे जरूरी बात है वह समाज की मानसिकता में बदलाव की है। दूसरा यह कि हम नई पीढ़ी को जो परोस रहे हैं उसमें बदलाव की आवश्यकता है। राष्ट्रीय अपराध […]
अपने सख्त मिजाज और कड़े फैसले लेने के लिए अपनी पहचान बना चुके अमित शाह इस समय भारत के गृह मंत्री हैं। सरदार पटेल के पश्चात यदि कोई मजबूत इच्छाशक्ति वाला गृहमंत्री देश को मिला है तो वह अमित शाह ही हैं । जिन्होंने 5 अगस्त 2019 को जब धारा 370 को हटाए जाने पर […]
अभिषेक सिंह राव भारत विभाजन अपने आप में असंख्य किस्से-कहानियां समेटे हुए है. बंटवारें के लिए जिन्ना की ज़िद हो या सत्ता के लिए नेहरू की जद्दोजहद, सबकी अपनी-अपनी कहानियां हैं और इन कहानियों में कुछ ऐसी भी हैं कि 70 साल बाद भी नए-नए किस्से-किरदार निकल आते हैं।कुछ किस्से ऐसे हैं कि उन्हें जितना […]
डॉ. देवी दत्त जोशी आधुिनक युग में भारतीय चिकित्सा विज्ञान की ओर विश्व का ज्ञान आकर्षित हो रहा है। आयुर्वेद से लेकर योग, ध्यान,एक्यूप्रथर एक्यूपंचर, सुजोग, रेकी, न्यूरोथेरेपी, रिफलेक्शोलोजी आदि आदि कहीं न कहीं प्राचीन ऋषि मुनियों (जो वैज्ञानिक व चिकित्सक हुआ करते थे) के अनुभव और शोध के परिणाम थे। विदेशी आक्रमणकारियो ने भारत […]
डॉ. पवन सिंह मलिक आम धारणा है कि टीआरपी देश के सभी टीवी वाले घरों का प्रतिनिधित्व करती है पर यह सच नहीं है। टीआरपी की इस ठगी के बारे में बाकी सबको तो छोड़िए, अपने आपको बहुत चतुर मानने वाला मीडिया भी बहुत इज्जत देता है। चौबीस घंटे सबकी खबरें देने वाले टीवी न्यूज़ […]
डॉ अजय खेमरिया जेपी के महान व्यक्तित्व को लोग कैसे स्मरण में रखना चाहेंगे यह निर्धारित करने की जबाबदेही असल मे उनके राजनीतिक चेलों की ही थी। जेपी का मूल्यांकन उनके वारिसों के उत्तरावर्ती योगदान के साथ की जाए तो जेपी की वैचारिकी का हश्र घोर निराशा का अहसास ही कराता है। आजादी के स्वर्णिम […]
आने वाले 10/15 साल में एक पीढी,संसार छोड़ कर जाने वाली है, . कड़वा है,लेकिन सत्य है। इस पीढ़ी के लोग बिलकुल अलग ही हैं… रात को जल्दी सोने वाले, सुबह जल्दी जागने वाले,भोर में घूमने निकलने वाले। आंगन और पौधों को पानी देने वाले, देवपूजा के लिए फूल तोड़ने वाले, पूजा अर्चना करने वाले, […]
1. ‘ओम्’ (Om/Aum) ईश्वर (परमात्मा, परमेश्वर, ब्रह्म) का सर्वश्रेष्ठ, सर्वोत्तम नाम है। ‘ओम्’ का ठीक से उच्चारण हो सके इसलिए उसे *‘ओ३म्’ लिखा जाता है । कई बार लोग ‘ओम्’ को *‘ॐ’ इस संकेत रूप में भी लिख देते हैं। ‘ओ३म्’ में जो तीन की संख्या “‘३’”का समावेश है उसका तात्पर्य यह दर्शाने का है […]
अनिल जोशी (कल्चरल अटेची, भारत सरकार) हम बचपन से ही सुनते आए थे कि भारत एक सहिष्णु देश है, हिंदू धर्म दुनिया का सबसे सहिष्णु धर्म है। एकाएक उल्टी गंगा बह चली। भारत की असहिष्णुता की चर्चा दुनिया भर में हुई। चर्चा चलाने वाले भारत के बौद्धिक और लेखक ही थे। गहराई से विचार करने […]