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मुद्दा

परीक्षा की इस घड़ी में सबसे पहले कोरोना के सवाल को ही हल करना होगा

  आनंद प्रधान देश में कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर हर दिन नए रेकॉर्ड बना रही है। यह लहर पहले की तुलना में ज्यादा संक्रामक और घातक मानी जा रही है। महाराष्ट्र, छत्तीसगढ़, गुजरात, उत्तर प्रदेश जैसे कई राज्यों और मुंबई, पुणे, दिल्ली, रायपुर, सूरत, अहमदाबाद और लखनऊ जैसे बड़े शहरों में स्थिति बहुत गंभीर […]

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महत्वपूर्ण लेख

पंजाब में कैप्टन अमरिंदर सिंह की सरकार को दिया उच्च न्यायालय ने बड़ा झटका

  राकेश सैन पंजाब एवं हरियाणा उच्च न्यायालय ने इस मामले की जांच के लिए गठित एस.आइ.टी. की अभी तक की जांच रिपोर्ट को खारिज कर दिया। न्यायालय ने सरकार को इस पूरे मामले की जांच के लिए नए सिरे से एस.आइ.टी. गठित करने के आदेश दिए हैं। गुड़ खाना और गुड़ियानी से परहेज, धर्मनिरपेक्ष […]

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महत्वपूर्ण लेख

बंगाल का ‘सहज पाठ’ और केरल के ‘बेबी फ्रॉक’ राजनीति

  नरेंद्र नाथ कभी बंगाल में वामदलों की सरकार ने रवींद्रनाथ टैगोर की पुस्तक ‘सहज पाठ’ को स्कूली पाठ्यक्रम से बाहर कर दिया था, पर अब उन्हें अपना राजनीतिक अस्तित्व बचाने के लिए ‘सहज पाठ’ का ही आसरा दिख रहा है। यह उनके प्रचार अभियान का हिस्सा बन चुका है। उधर केरल के चुनाव में […]

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महत्वपूर्ण लेख

सांप्रदायिक राजनीति के सामने असहाय होता जा रहा भारत का चुनाव आयोग

  नरेंद्र नाथ देश की राजनीति में धर्म का दखल नया नहीं है और न ही इसके आधार पर ध्रुवीकरण की कोशिश या इसे चुनावी लाभ-हानि से जोड़ने की परंपरा नई है। फिर भी इस बार पांच राज्यों के विधानसभा चुनावों के दौरान जिस तरह से धर्म का बेपर्दा इस्तेमाल देखा गया, ऐसा शायद ही […]

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इतिहास के पन्नों से स्वर्णिम इतिहास

नहीं दिया था राणा संग्राम सिंह ने बाबर को भारत आने का निमंत्रण

  संजीव सिंह हम सभी ने इतिहास पढ़ा है कि मुगल सल्तनत की स्थापना 1526 में ज़हीर-उद-दीन मुहम्मद बाबर ने की थी। अगले दो शताब्दियों तक भारतीय उपमहाद्वीप के अधिकांश हिस्सों पर मुगलों का शासन रहा। आम धारणा यह है कि बाबर को भारत आने का निमंत्रण भेजा गया था और यह कार्य मेवाड़ के […]

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कविता

क्या वह मनुष्य था ?

क्या वह मनुष्य था ? मनुष्य की शक्ल में खड़ा सभी मनुष्य नहीं होते मनुष्यता देवत्व का आकार सत्य, सेवा ,सद्विचार, पहचान। जिसने माता-पिता की हत्या की जिसने बच्चे ,बूढ़े ,संतों की देशभक्तों की सैनिक पुत्रों की मात्र चंद धन प्राप्त करने हेतु। देश बेचते हैं शत्रुओं के हाथ राष्ट्र को हानि पहुंचाने रचते जाल […]

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इतिहास के पन्नों से

भारत के वर्तमान संविधान के लिए ‘संविधान निर्माता’ डॉ आंबेडकर ने कहा था कि यदि मेरा वश चले तो मैं इसे जलाने वाला सबसे पहला व्यक्ति होऊंगा

भारत की संविधान के निर्माता डॉ. अंबेडकर इस संविधान को जला देना चाहते थे? अभिरूप दाम जिस समय यह लिखा जा रहा है, उस समय भारतीय संसद में मानो बमबारी हो रही है।   ना-ना, किसी विधेयक या अध्यादेश पर हंगामा नहीं हो रहा है।ये सब उस किताब को लेकर हो रहा है जिससे हमारे […]

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भारतीय संस्कृति

राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ का सेवा कार्य देखना है तो एक बार नागपुर अवश्य आएं

  तरुण विजय वेदना और संवेदना से एक संकल्प उपजा कि कैंसर पीड़ित रोगियों के लिए विश्व स्तर का श्रेष्ठ चिकित्सा संस्थान बनाना चाहिए, जहाँ रोगियों से न्यूनतम शुल्क लेकर श्रेष्ठतम चिकित्सा की सुविधा दी जा सके। बीस वर्ष से वे इस संकल्प को कार्यरूप में परिणत करने के लिए जुटे रहे। जो संघ को […]

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देश विदेश

बर्मा के सांसदों ने भी ली भारत में शरण

  सीके/एए (रॉयटर्स) म्यांमार से सिर्फ आम लोग और पुलिस वाले ही नहीं, सांसद भी सीमा पार कर भारत की शरण में आ गए हैं। इनमें से अधिकतर सांसदों ने मिजोरम में शरण ली है जिसकी सीमा म्यांमार से सटी हुई है। सांसदों के भारत चले जाने की जानकारी म्यांमार की सेना द्वारा हटा दी […]

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इतिहास के पन्नों से

वैदिक संस्कारों में रुचि रखते थे डॉक्टर अंबेडकर

  कुशलदेव शास्त्री स्वामी दयानन्द और आर्यसमाज की वेदनिष्ठा तो जाहिर है। आर्यसमाज का तीसरा नियम है-’वेद का पढ़ना-पढ़ाना और सुनना-सुनाना सब आर्यों का परमधर्म है।‘ आर्यसमाजों में समस्त संस्कार वैदिक पद्धति से ही सम्पन्न होते हैं। कुछ अन्य भी ’सनातन‘ संगठन हैं, जो वैदिक संस्कारों के प्रति अनन्य आस्था अभिव्यक्त करते हैं। माननीय डॉ0 […]

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