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विविधा

स्वदेशी खिलौने और भारतीय संस्कृति

क्षमा शर्मा भारत में विश्व के बारह साल तक के बच्चों में से पचीस प्रतिशत बच्चे रहते हैं। इसी साल फरवरी के महीने में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा था कि भारतीय बच्चों के लिए प्राकृतिक चीजों से बने इको फ्रेंडली खिलौने बनने चाहिए। प्लास्टिक को खिलौनों से दूर रखना चाहिए। उन्होंने कठपुतली आदि का […]

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आतंकवाद

क्या धर्मांतरण के लिए केवल मदरसों और मिशनरियों को दोषी ठहराया जाना उचित है ?

🙏बुरा मानो या भला🙏   —मनोज चतुर्वेदी “शास्त्री” आज पूरे देश में धर्मांतरण को लेकर एक बड़ी बहस छिड़ी हुई है। धर्मांतरण के लिए एक-दूसरे पर दोषारोपण किया जा रहा है। परन्तु यक्ष प्रश्न यह है कि धर्मांतरण के लिये क्या केवल मदरसों और मिशनरियों को ही दोषी माना जाना चाहिए? हिन्दू समाज की सबसे […]

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मुद्दा

युवा शक्ति  को दिशाहीन होते देखकर देश के ‘कर्णधारों’ को चिंता क्यों नहीं ?

लक्ष्मीकांता चावला जबसे शिक्षा-दीक्षा के साथ संबंध जुड़ा, तब से यही सुना है कि विद्यार्थी देश का भविष्य हैं। जवानी देश की वर्तमान भी है भविष्य भी। युवा शक्ति के लिए यह भी कहा जाता है कि जिस ओर जवानी चलती है उस ओर जमाना चलता है। आज समझ नहीं आ रहा कि जवानी को […]

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राजनीति

मोदी और भाजपा के लिए उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव ‘अग्नि परीक्षा’

राजकुमार सिंह दो दिन तक इलेक्ट्रॉनिक मीडिया की सुर्खियां बनी रही विपक्षी नेताओं की बैठक अंत में एजेंडा और अनुपस्थित नेताओं की बाबत स्पष्टीकरण पर सिमट गयी। अक्सर ऐसा नहीं होता कि बैठक कोई और बुलाये, और मेजबानी किसी दूसरे को करनी पड़े। पर राजनीति में तो कुछ भी संभव है। इसलिए राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी […]

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राजनीति

उत्तर प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी के भीतर कुछ हलचल तो है ?

रतिभान त्रिपाठी नेतृत्व किसका होगा, इस पर किसी भी बड़े नेता ने जुबान नहीं खोली है। ऐसे में यह भाजपा का बैकवर्ड-फारवर्ड तिलिस्म भी हो सकता है, जिसे भेद पाना कोई साधारण बात नहीं। भाजपा ऐसे प्रयोग पहले से करती रही है। कई राज्यों में इसके उदाहरण हैं। इस विषय पर मीडिया अपनी माथापच्ची कर […]

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आतंकवाद

मौलवी मुल्लाओं को तारिक फतेह की कड़ी चुनौती

तारिक फतेह के बड़े जहरीले दस सवाल जिनका जवाब खोजने मे जुट गई हैं तमाम मौलवी मुल्लाओ की बड़ी फौज। तारिक फतेह ने दस ऐसे सवाल किये हैं जिसका सटीक, प्रमाण सहित और तर्कपूर्ण जवाब कोई मुल्ला मौलवी नहीं दे सकता। कृपा करके पूरा जरुर पढे। 1- मुसलमानों का दावा है कि कुरान अल्लाह की […]

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आज का चिंतन

आखिर क्या है आनंद मार्ग ? – एक विश्लेषण

आनंद मार्ग का विश्लेषण: डॉ डीके गर्ग स्थापना आनन्द मार्ग (“आनंद का मार्ग”, आनंद मार्ग और आनन्द मार्ग भी लिखा गया है) एक सामाजिक एवं आध्यात्मिक पन्थ है। इसका आरम्भ सन् १९५५ में बिहार के जमालपुर में श्री प्रभात रंजन सरकार (१९२१ – १९९०) द्वारा की गयी थी या यह आधिकारिक तौर पर आनन्द मार्ग […]

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राजनीति

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की ‘लंच’ राजनीति ?

संतोष पाठक राजनीतिक हल्कों में इसे सीएम योगी के लंच पॉलिटिक्स के तौर पर देखा जा रहा है। हालांकि घोषित रूप से इसकी कुछ और ही पृष्ठभूमि बताई जा रही है। बताया जा रहा है कि इस लंच से एक दिन पहले सोमवार को मुख्यमंत्री योगी के आवास पर कोर कमेटी की बैठक हुई थी। […]

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विविधा

भाजपा को सदस्य संख्या बढ़ने के साथ ही अपने मूल कैडर को भी पूर्ववत मजबूत बनाए रखने की आवश्यकता

रमेश सर्राफ धमोरा भाजपा जैसे-जैसे बड़ी पार्टी बनती जा रही है। वैसे-वैसे दूसरे दलों के नेता भी लगातार भाजपा में शामिल हो रहे हैं। उनमें से कई लागों को बड़े पद भी दिए गए हैं। बाहर से आने वाले नेताओं के कारण पार्टी में वर्षों से काम कर रहे लोगों को असहज स्थिति का सामना […]

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व्यक्तित्व

शायद ही कोई मेजर ध्यानचंद/मिल्खा सिंह जैसा खिलाड़ी बन पाये ?

आदर्श प्रकाश सिंह मिल्खा सिंह इतनी तेज गति से दौड़ते थे कि उन्हें उड़न सिख यानी फ्लाइंग सिख कहा जाने लगा। यह नाम कैसे पड़ा, इसके पीछे एक रोचक कहानी है। दरअसल, 60 के दशक में पाकिस्तान में मिल्खा जैसा ही धावक अब्दुल खलीक बहुत चर्चित था। मिल्खा सिंह देश के लीजेंड थे। उनके बारे […]

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