हिंदुओं को अपने दैनिक कामकाज से फुर्सत नहीं मिलती है… देश के लिए उनके पास वक्त नहीं होता है… मंदिरों में आजकल घंटा बजाने वाली मशीनें लग गई हैं… क्योंकि हिंदू काफी बिज़ी रहने लगा है… फिर भी अगर फुर्सत मिले तो ये जरूर सोचना कि आज जब इजराइल की रियासत मिडिल ईस्ट में मौजूद […]
लेखक: उगता भारत ब्यूरो
मानव इतिहास में ऐसा पहले कभी नहीं हुआ होगा जब काबुल एयरपोर्ट पर मुसलमान अपनी जान बचाने के लिए अमेरिका के विमानों के पंखों पर बैठ गए… मौ त का खौफ क्या होता है ? मौत का डर किसे कहते हैं….जब जान जाने का डर सताता है तो इंसान सुध बुध कैसे खो देता है… […]
अजय कुमार मुस्लिम वोटरों के सहारे आगे बढ़ रही एआइएमआइएम के अध्यक्ष असद्दुदीन ओवैसी ने हाल ही में सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी (सुभासपा) के प्रमुख ओम प्रकाश राजभर व अपने आप को दलित नेता बताने वाले भीम आर्मी के अध्यक्ष चंद्रशेखर से मुलाकात की। उत्तर प्रदेश में अगले साल होली के करीब होने वाले विधानसभा […]
अशोक मधुप अमेरिका द्वारा अफगानिस्तान सेना को दिए हथियार तो तालिबान को मिले ही काबुल एयरपोर्ट पर बनाया गया सुरक्षा कवच और आधुनिक सुरक्षा प्रणाली भी मानवता के दुश्मनों के हवाले कर दी। जबकि चलने से पूर्व उसे खत्म कर दिया जाना चाहिए था। बच्चों का एक गाना है- भागा भागा भागा, वह दुम दबाकर […]
(लेखक: शंकर शरण) बादशाह अकबर के समय मुहावरा शुरू हुआ: ‘हिन्दू हाथों में इस्लाम की तलवार’। तब जब अकबर ने राजपूतों से समझौता कर अपने साम्राज्य के बड़े पदों पर रखना शुरू किया। जिन राजपूतों ने चाहे-अनचाहे पद लिए, उन्हें अकबर की ओर से हिन्दू राजाओं के विरुद्ध भी लड़ने जाना ही होता था। सो, […]
अक्सर आरक्षण समर्थक यह कहते हैं कि हजारों साल शोषण किया गया, इसलिए आरक्षण हमारा हक़ है।चलिए हजारो साल पुराना इतिहास पढ़ते हैं। सम्राट शांतनु ने विवाह किया एक मछवारे की पुत्री सत्यवती से।उनका बेटा ही राजा बने इसलिए भीष्म ने विवाह न करके,आजीवन संतानहीन रहने की भीष्म प्रतिज्ञा की। सत्यवती के बेटे बाद में […]
जो नारे लगाते थे… सिर तन से जुदा… सिर तन से जुदा… उनके अंग अंग काबुल एयरपोर्ट पर हुए बम धमाकों में जुदा हो गए -काबुल एयरपोर्ट के चारों तरफ एक नाला है… उस नाले में सीवेज का पानी रहता है…. उस गंदे पानी में अफगानिस्तान का मुसलमान कई दिनों से खड़ा है… कि हमको […]
🙏बुरा मानो या भला 🙏 —मनोज चतुर्वेदी “शास्त्री” “मोदीराज” से बस कुछ समय पूर्व भारत सोने की चिड़िया कहलाता था। यह उस समय की बात है जब भारत में “बापूभक्तों” का राज था और मन को मोहने वाले श्री मनमौनजी सिंह “बादशाह” आधुनिक भाषा में प्रधानमंत्री हुआ करते थे। यह उन दिनों की बात है […]
नीरज कौशल देश में आरक्षण और जातिवार जनगणना को लेकर बहस नए सिरे से तेज हो रही है। ऐसे में जो असल में पिछड़ी जातियां हैं, उन्हें चौकन्ना हो जाना चाहिए क्योंकि जो कथित बड़ी जातियां हैं, वे केंद्र और राज्य सरकारों की OBC लिस्ट में घुस आई हैं। वे उस आरक्षण का लाभ ले […]
ईसाइयों के लिए मई का महिना मडोना की उपासना का महिना होता है। अगर मडोना नाम अलग लगे, कम सुना हुआ हो तो ऐसे समझ लीजिये कि वो जो चर्च में मदर मैरी की गोद में बच्चा लिए तस्वीरें-मूर्तियाँ दिखती हैं, उसे मडोना कहते हैं। कभी कभी उसे गोद में बच्चे के बिना भी दर्शाया […]