सूरा फातिहा दोबारा नाजिल नहीं हुयी इसे सुधारा गया था (नोट -हमारा मकसद किसी की भावना को ठेस पंहुचना नहीं बल्कि उस सचाई को जाहिर करना है ,जिसे इरादतन छुपाया गया है ) इस्लामी मान्यता के अनुसार कुरान किसी व्यक्ति की रचना नहीं है ,बल्कि अल्लाह ने आसमान से नाजिल की है चूँकि यह अल्लाह […]
लेखक: उगता भारत ब्यूरो
-डॉ. सौरभ मालवीय 2024 लोकसभा चुनाव सिर पर है। इस बार भी चुनाव में महिला मतदाता निर्णायक भूमिका में रहेंगी। इसलिए भारतीय जनता पार्टी विकास के मुद्दे के साथ- साथ महिला सशक्तिकरण को लेकर चुनाव प्रचार कर रही है। भारतीय जनता पार्टी को पूर्ण आशा है कि उसे महिलाओं का भरपूर सहयोग प्राप्त होगा। इसके […]
(राकेश अचल-विभूति फीचर्स) पिछले साल लगभग जीता हुआ विधानसभा चुनाव हारने के बाद क्या कांग्रेस लोकसभा में भी हारने का मन बनाये बैठी है ? यह सवाल कांग्रेस द्वारा लोकसभा चुनाव के लिए प्रत्याशियों के चयन को लेकर की जा रही लेतलाली के कारण उठने लगे हैं। 2019 के लोकसभा चुनाव में कांग्रेस के पास […]
डॉ डी के गर्ग (साभार -आर्य मनतव्य वेबसाइट) महाभारत में द्रौपदी के “चीर हरण ” जैसी कुत्सित और भ्रष्ट आचरण की कथा कथाकार बहुत विस्तार से सुनाते है जैसे की सम्पूर्ण घटना उनके सामने हुई है। मेरे विचार से द्रौपदी का चीर हरण दुर्योधन ने नहीं किया बल्कि आजकल के कथाकारों और नकली लेखकों ने […]
संजना चोरसौ, उत्तराखंड 08 अप्रैल को लगने वाले सूर्य ग्रहण को लेकर खगोलशास्त्रियों में जहां उत्साह है तो वहीं परंपरा और मान्यताओं को प्राथमिकता देने वालों में बेचैनी भी है. हालांकि वैज्ञानिकों ने स्पष्ट कर दिया है कि करीब 50 साल बाद लंबी अवधि के लिए लगने वाला यह सूर्य ग्रहण भारत में नजर नहीं […]
डॉ डी के गर्ग (साभार -आर्य मनतव्य वेबसाइट) श्रीकृष्ण के चमत्कार–इस प्रसंग में श्रीकृष्ण के चमत्कार को दर्शाने के लिए भी मनगढ़ंत बात गढ़ी हैं।यदि कृष्ण ने साडी देकर नग्न होने से बचाया इसका मतलब ये हुआ की द्रौपदी अर्धनग्न हो चुकी थी ? तभी क्यों नहीं बचा लिया ? या फिर जब दुःशासन बाल […]
किसने नदियों और वनों को गर्जने के योग्य बनाया? क्या कोई व्यक्ति युद्धों, विवादों या पापों में फंसना चाहता है? हमें परमात्मा की संगति क्यों करनी चाहिए? मानोअस्मिनमघवन्पृत्स्वंहसिनहितेअन्तः शवसः परीणशे। अक्रन्दयोनद्यो३ रोरुवद्वनाकथा न क्षोणीर्भियसासमारत।। ऋग्वेदमन्त्र 1.54.1 (मा) नहीं (नः) हमें (अस्मिन) यह (मघवन्) समस्त सम्पदाओं का दाता (पृत्सु) युद्धों में, विवादों में (अंहसि) पापों में […]
04 अप्रैल का दिन था वर्ष ईस्वी सन् 1919 शुक्रवार था, जुम्मा था जुम्मे की सामूहिक नमाज जामा-मस्जिद में दी जानी थी अतः बहुत भीड़ थी लोग अंग्रेजों द्वारा की गई अन्धाधुन्ध गोलोबारी से परेशान थे अतः हिन्दू-मुस्लिम शहीदों की प्रार्थना सभा का आयोजन जामा-मस्जिद में किया गया था | . शुद्धि आन्दोलन के अग्रणी, […]
पत्र जो बांह फडका दे ! वीरवर छत्रपति शिवाजी की पुण्य तिथि 4 अप्रैल पर शत शत नमन औरंगजेब छत्रपति शिवाजी महाराज से इतना आतंकित था कि शायस्ता खान और अफजल खान के असफल हो जाने के बाद उसने आगरे के महाराज जय सिंह जिनके नाम पर जयपुर बसा है को बरगलाकर तैयार कर लिया […]
शंका:- जब ईश्वर पाप को क्षमा नहीं करता तो फिर ये स्तुति व प्रार्थना किस एतबार से ईश्वर करवा रहा है अपने भक्त से क्या ईश्वर भक्तों को भ्रम में रखना चाहता है ? समाधान:- सर्वप्रथम आपने जो अर्थ दिया है इसे पूरा कर लेते हैं ताकि समझने में सरलता हो। अव नो वृजिना शिशीह्यृचा […]