▪️वामपंथ का विषैला दंत अपने ग्राउंड-ब्रेकिंग लेखन से वामपंथी इतिहासकारों को जिस तरह श्री अरुण शौरी जी बेनकाब करते हैं वो और कोई नहीं कर सकता। उन्हीं के जरिए हमने समझा है कि वामपंथी इतिहासकार कितने झूठे और मिथक फैलाने में माहिर हैं। आज चर्चा करते है वामपंथी इतिहासकारों की टोली का एक सबसे बेहतर […]
लेखक: उगता भारत ब्यूरो
प्रियांशु सेठ यह कहना तो नितान्त उचित है कि ऋषि दयानन्द की वैचारिक क्रान्ति ने न केवल किसी मत अथवा व्यक्ति विशेष को कल्याण का मार्ग दिखाया अपितु सारे मनुष्य समाज को मानवता के एकसूत्र में भी बांधने का प्रयत्न किया। महर्षि के विचार-शक्ति में इतना सामर्थ्य था कि उसके प्रभाव से अन्य मत वाले […]
— सुरेश सिंह बैस “शाश्वत” सत्रह मई को पूरी दुनिया में हर साल दूरसंचार दिवस मनाया जाता है। दूरसंचार दिवस को साल 2005 में संयुक्त राष्ट्र महासभा ने विश्व सूचना समाज दिवस के रूप में घोषित किया। इसके बाद से ही सत्रह मई को विश्व दूरसंचार और सूचना सोसायटी दिवस के रूप में मनाया जाने […]
अकबर के दरबार में एक कट्टर सुन्नी मुस्लिम अब्द अल कादीर बदायूनी था उसने हल्दीघाटी की युद्ध का आंखों देखा वर्णन जिसमें वह खुद शामिल था अपनी किताब मुंतखाब–उत–तवारीख में किया है। मूल किताब अरबी में है जिसका 18वीं सदी में अंग्रेजी में अनुवाद किया गया। दोनों तरफ की सेनाओं में 90% राजपूत लड़ रहे […]
हरीश कुमार पुंछ, जम्मू भारत में आज भी यह मानसिकता हावी है कि कमाई करना केवल पुरुषों का ही काम है और घर का चूल्हा चौका संभालना महिलाओं का. हालांकि बदलते वक़्त के साथ शहरी क्षेत्रों में इस संकुचित सोच में बदलाव आया है, लेकिन ग्रामीण क्षेत्रों में अब भी यह सोच बहुत हद तक […]
अजय कुमार कर्नाटक चुनाव के बाद भारतीय जनता पार्टी अपने दूसरे लक्ष्य पर निकल पड़ी है। लोकसभा चुनाव से पूर्व अब जिन चार राज्यों- मध्य प्रदेश, राजस्थान, छत्तीसगढ़ और तेलंगाना में चुनाव होना है, उसमें तीन हिन्दी शासित प्रदेश हैं। इसमें से राजस्थान को लेकर भारतीय जनता पार्टी काफी आश्वस्त है। ऐसा इसलिए है क्योंकि […]
अजय कुमार उत्तर प्रदेश निकाय चुनाव में भारतीय जनता पार्टी का खूब डंका बजा। भाजपा के सामने कांग्रेस सहित सपा-बसपा के प्रत्याशी ‘पानी भरते’ नजर आए, जो इन दलों के लिए शुभ संकेत नहीं है। भले ही गैर बीजेपी दल सरकार पर धांधली का आरोप लगा रहे हों, लेकिन अंदरखाने की खबर यही है कि […]
अनन्या मिश्रा छत्रपति शिवाजी महाराज की तरह ही उनके बेटे संभाजी महाराज वीर तथा प्रतिभाशाली इंसान थे। शिवाजी की मृत्यु के बाद संभाजी ने मराठा साम्राज्य की बागडोर संभाली थी। इस दौरान मुगलों ने उनपर कई आक्रमण किए, लेकिन संभाजी ने कभी भी मुगलों के सामने घुटने नहीं टेके। संभाजी शुरू से ही मुगलों के […]
पूजा गोस्वामी रौलियाना, उत्तराखंड किसी भी क्षेत्र के विकास के लिए ज़रूरी है कि वहां न केवल बुनियादी ढांचा मज़बूत हो, बल्कि क्षेत्र की जनता को उसका पूरा लाभ भी मिल रहा हो. बुनियादी ढांचा से तात्पर्य स्कूल, कॉलेज, अस्पताल, सड़क, बिजली, पीने का साफ़ पानी, शौचालय की सुविधा, आवास और सभी स्तर पर संपर्क […]
देवेन्द्रराज सुथार राजस्थान पिछले दशकों में पर्यावरण का तेज़ी से क्षरण हुआ है और प्लास्टिक ने इसमें बड़ी भूमिका निभाई है. ख़ासकर सिंगल यूज प्लास्टिक ने हरी-भरी धरती को बंजर करने के साथ-साथ समूचे जलीय और पारिस्थितिकी तंत्र के लिए भयानक संकट खड़ा कर दिया है. कई अध्ययनों में इस बात की पुष्टि हुई है […]