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मुद्दा

बीमारी के बहाने और सरकारी अधिकारी व कर्मचारी

डॉ. दीप नारायण पाण्डेय कुछ हजार साल पहले की बात है। उत्तर भारत के घने जंगलों में आयुर्वेद की क्लास चल रही थी। इस सत्र में कुछ द्रव्यों की थेराप्यूटिक एफीकेसी पर विशेष चर्चा हो रही थी। हमेशा की तरह अग्निवेश ने अपने दिग्गज गुरु भगवान पुनर्वसु आत्रेय के सामने एक रोचक प्रश्न रखा: ”गुरु […]

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भारतीय संस्कृति

गलत आधारों पर दिखाया जाता है हिंदू समाज को बंटा हुआ

प्रो. रामेश्वर मिश्र पंकज हिन्दू समाज विश्व का सर्वाधिक संगठित समाज है। हजारों वर्षों से इसके संगठन का स्वरूप गतिशील है। धर्मशास्त्रों में इस तथ्य का ही विवरण अंकित है। संगठित होने के साथ ही यह समतामूलक, न्यायनिष्ठ तथा सामंजस्यमूलक रहा है। इसी कारण टिका रहा है। हिन्दू धर्मशास्त्रों के अनुसार समाज की इकाइयाँ विविध […]

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आज का चिंतन

भारतीय धर्म मे अवैज्ञानिक आस्था – शिव के ज्योतिर्लिंग की वास्तविकता*

* डॉ डी के गर्ग *विशेष *:ये लेख ३ भाग में है -कृपया अपने विचार बताये और शेयर करें ताकि उत्साह बना रहे ,बाकि आपकी मर्जी भाग-1 पौराणिक मान्यता : – जहाँ शिवजी स्वयं प्रगट हुए थे उस शिवलिंग को ज्योतिर्लिंग कहते हैं। देशभर में 12 ज्योतिर्लिंग हैं।मान्यता है कि इन 12 जगहों पर शिव […]

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आज का चिंतन

वेद अपौरुषेय हैं और इसके उपदेश शाश्वत और सनातन हैं

गुंजन अग्रवाल संस्कृत-भाषा का शब्द ‘धर्म’ अत्यन्त उदात्त अर्थ रखता है। संस्कृत में अर्थग्रथित शब्द बनाने की अद्भुत क्षमता रही है। किन्तु उसका भी जैसा उत्कृष्ट उदाहरण ‘धर्म’ शब्द में मिलता है, वैसा अन्यत्र नहीं मिलता। भारतवर्ष ने जो कुछ सशक्त निर्माण-कार्य युग-युग में संपन्न किया है और कर रहा है, वह सब ‘धर्म’ है। […]

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इतिहास के पन्नों से

राजधर्म- जैसा भीष्म पितामह ने बताया

सनातन धर्म की शिक्षा भारत में भी कुछ विश्वविद्यालयों में प्रारंभ हो गई है। इसके साथ ही अब भारत की संस्कृति उस अभिशाप से बाहर निकलने लगी है, जो अभिशाप उसे साम्राज्यवाद इस्लामी और यूरोपीय साम्राज्यवाद के कारण लगा था। यह हम सभी का दायित्व है कि सनातन धर्म की शिक्षाओं को न केवल आत्मसात […]

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इतिहास के पन्नों से हमारे क्रांतिकारी / महापुरुष

स्वतंत्रता मेरा जन्मसिद्ध अधिकार है के उद्घोषक — बाल गंगाधर तिलक

अनन्या मिश्रा देश के प्रमुख नेता, समाज सुधारक, स्वतंत्रता सेनानी लोकमान्य बाल गंगाधर तिलक का 1 अगस्त को निधन हो गया था। उन्होंने सबसे पहले ब्रिटिश राज से भारतीयों के लिए पूर्ण स्वराज की मांग उठाई थी। आज यानी की 1 अगस्त को लोकमान्य बाल गंगाधर तिलक का निधन हो गया था। वह देश के […]

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आज का चिंतन

श्रीमद्भगवद्गीता में आतंकवाद नहीं है

लेखक श्री विष्णु शर्मा प्रायः अनेक प्रकार के विभिन्न विचारधारा वाले लोग गीता पर यह आक्षेप लगाते रहते हैं कि गीता में जिहाद है और भीषण नरसंहार का आदेश दिया गया है किंतु आश्चर्य की बात तो ये है कि ऐसे लोगों ने कभी गीता को उठाकर तक भी देखा नहीं होता.. केवल सुनी सुनाई […]

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आज का चिंतन

भारतीय धर्म मे अवैज्ञानिक आस्था – शिव के ज्योतिर्लिंग की वास्तविकता*

* डॉ डी के गर्ग * भाग-1 पौराणिक मान्यता : – जहाँ शिवजी स्वयं प्रगट हुए थे उस शिवलिंग को ज्योतिर्लिंग कहते हैं। देशभर में 12 ज्योतिर्लिंग हैं।मान्यता है कि इन 12 जगहों पर शिव जी ज्योति स्वरूप में विराजमान हैं, इस वजह से इन 12 मंदिरों को ज्योतिर्लिंग कहा जाता है।सभी 12 ज्योतिर्लिंग की […]

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देश विदेश

चीन की कब्र खोद रही है बीआरआई*

राष्ट्र-चिंतन * ==================== आचार्य विष्णु हरि सरस्वती कहते हैं कि कुंआ कोई दूसरे लिए नहीं खोदता है, अपने लिए खोदता है, चीन ने एक ऐसा कुंआ खोदा था जिसमें डूबो कर भारत और अमेरिका को मारना चाहता था और भारत व अमेरिका की आर्थिक प्रगति के विस्तार को रोकना चाहता था, विध्वंस करना चाहता था, […]

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आतंकवाद

पंजाबी अखबारों का मानना है कि मणिपुर को लेकर संसद में नहीं हो पाएगी सार्थक बहस

डॉ. आशीष वशिष्ठ जालंधर से प्रकाशित जगबाणी लिखता है- मणिपुर गैर जनजातीय हिन्दू मैतेई समुदाय को जनजातीय दर्जा देने के हाईकोर्ट के आदेश के बाद 3 मई से मैतेई तथा जनजातीय कुकी व अन्य समुदायों में भारी विवाद के कारण हिंसा की आग में झुलस रहा है। पूर्वोत्तर के सीमावर्ती राज्य मणिपुर में दो महिलाओं […]

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