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आओ कुछ जाने भारतीय संस्कृति

भारत के परिवारों और मंदिरों में शंख बजाने की परंपरा कितनी वैज्ञानिक ?

  डॉ. डी के गर्ग अगर आप रोजाना शंख बजाते है, तो इससे आपको काफी लाभ हो सकता है। इसके कुछ लाभ नीचे दिए जा रहे हैं। 1. रोजाना शंख बजाने से आप गुदाशय की मांसपेशियां मजबूत बनती हैं। शंख बजाना मूत्रमार्ग, मूत्राशय, निचले पेट, डायाफ्राम, छाती और गर्दन की मांसपेशियों के लिए काफी बेहतर […]

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आतंकवाद

हिन्दू देवी-देवताओं पर घटिया कमेंट करने वाले मुनव्वर फारूकी के वकील बने कांग्रेसी नेता, न्यायालय ने नहीं दी जमानत

                                         कथित कॉमेडियन मुनव्वर फारूकी (लाल-पीले घेरे में) हिन्दू देवी-देवताओं का अपमान करना वामपंथी और मुस्लिम कॉमेडियनों का फैशन बन चुका है। वे अक्सर अपने कार्यक्रम में हिन्दू देवी-देवताओं का मजाक बनाकर लोगों को हंसाने की […]

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आओ कुछ जाने भयानक राजनीतिक षडयंत्र

भारत के इतिहास के विषय में कितना प्रामाणिक है यूरोपियन लेखन, भाग 2

लेखक:- प्रो. रामेश्वर मिश्र पंकज यूरो-ईसाई लेखन को कैसे पढ़े? पूर्व में हमने 19वीं शती ईस्वी के यूरोप की पृष्ठभूमि बताई है। इस पृष्ठभूमि की जानकारी के साथ हमें इन यूरोपीय ईसाई कथित इतिहास लेखकों के लेखन को पढ़ना चाहिये। इनके लिखने का प्रयोजन क्या है, यह सदा समझ लेना चाहिये। इसके लिये एक तो […]

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साक्षात्‍कार

क्या थी संजय गांधी के अपनी मां इंदिरा गांधी को थप्पड़ मारने के पीछे की कहानी

इस थप्पड़ की खबर देने वाले पत्रकार लुईस एम सिमंस इसके पीछे की कहानी और इस पर इंदिरा और राजीव गांधी की प्रतिक्रिया के बारे में बता रहे हैं सत्याग्रह ब्यूरो  (साभार ) जब आपातकाल की घोषणा हुई तो पुलित्जर पुरस्कार विजेता पत्रकार लुईस एम सिमंस द वाशिंगटन पोस्ट के संवाददाता के रूप में दिल्ली […]

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महत्वपूर्ण लेख

संपूर्ण विश्व को हैं 2021 से बहुत बड़ी अपेक्षाएं

  डॉ. राजेन्द्र प्रसाद शर्मा दुनिया बड़ी उम्मीदों के साथ साल 2021 का स्वागत कर रही है नया जो आता है वह अपने आप में अनेक संभावनाओं को लेकर आता है। वैक्सीन की उपलब्धता से आशा का संचार हुआ है तो आर्थिक गतिविधियां संचालित होने से अर्थव्यवस्था में सुधार की चहुंओर आशा व्यक्त की जा […]

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मुद्दा

नए साल का बहिष्कार और छह माह की सजा

*नए साल का बहिष्कार और छह महीने की सजा।* देश में स्वराज्य की मांग जोर पकड रही थी। अंग्रेज भयभीत थे, इसलिए उन्होंने नया साल 1930 संयुक्त प्रांत की हर सामाजिक एवं धार्मिक संस्था से मनाने का आदेश जारी किया और साथ ही यह भी धमकी दी कि जो संस्था यह नया साल नहीं मनाएगी […]

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आओ कुछ जाने

जन्म प्रमाण पत्र और मृत्यु प्रमाण पत्र के पंजीकरण में आधार कार्ड की कोई अनिवार्यता नहीं

  मिथिलेश कुमार सिंह बर्थ एंड डेथ रजिस्ट्रेशन में आधार कार्ड अनिवार्य नहीं कई लोग आज भी जन्म मृत्यु प्रमाण-पत्र बनवाने को बहुत गंभीरता से नहीं लेते हैं, तो उनके लिए यह समझना जरूरी है कि कानूनन यह बहुत जरूरी प्रक्रिया है, जिसे आप को समय रहते पूरा कर लेना चाहिए। यूं भी जन्म प्रमाण-पात्र […]

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आओ कुछ जाने

भारत की प्राचीनतम काल गणना की आधुनिकता और वैज्ञानिकता का संबंध

  लेखक:- डॉ. मुरली मनोहर जोशी (लेखक पूर्व केद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री हैं) कालगणना की युगपद्धति अथवा कल्पपद्धति हमारे देश के व्यावहारिक जगत् में बहुप्रचलित एवं सर्वमान्य थी। तब प्रश्न यह उठता है कि मानव के पृथ्वी पर प्रादुर्भाव के इतने पूर्व की कालगणना का आधार क्या था? कल्पारंभ से गणना करना अथवा उसका […]

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महत्वपूर्ण लेख

भारत में चल रही है पुनरुत्थानवाद की हवा

  हम आज ऐसी बातों पर लड़ रहे हेैं जो लड़ाई के मुद्दे हो ही नहीं सकते। वैचारिक लचीलेपन का दावा करने के बावजूद हम हर पचास सौ सालों में पैदा होने वाले पंथों के बीच ऐसी अभेद्य दीवारें खड़ी कर रहे हैें कि हजारों मील दूर विकसित धर्मों और पंथों के साथ संवाद करना […]

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स्वर्णिम इतिहास

प्राचीन भारत में ज्योतिष विज्ञान

1000 वर्ष पूर्व और 1000 वर्ष बाद कौन सी तारीख को , कितने बज कर कितने बजे तक ( घड़ी , पल , विपल ) कैसा सूर्यग्रहण या चन्द्र ग्रहण लगेगा या होगा , यह हमारा ज्योतिष विज्ञान बिना किसी अरबों खरबों का संयत्र उपयोग में लाये हुए बता देता है ! क्या कभी नोटिस […]

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