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धर्म-अध्यात्म

वेद दो पाए पशु को मनुष्य बनाने के साथ उसे ईश्वर से मिलाते हैं

============= संसार में जीवात्माओं को परमात्मा की कृपा से अपने-अपने कर्मानुसार भिन्न-भिन्न योनियों में जन्म प्राप्त होता रहता है। सभी योनियों में मनुष्य योनि सबसे श्रेष्ठ एवं महत्वपूर्ण है। मनुष्येतर योनियों में आत्मा की ज्ञान आदि की उन्नति नहीं होती। मनुष्येतर योनियों में भोजन एवं जीवन व्यतीत करने के लिये स्वाभाविक ज्ञान होता है। वह […]

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आज का चिंतन

महाभारत कालीन महान नारी सत्यवती बनाम आज की सशक्त महिला

महाभारत काल में भी नारियों की स्थिति बहुत सम्मान पूर्ण थी । यद्यपि इसी काल में द्रोपदी के चीर हरण होने से कुछ लोगों ने इस प्रकार की भ्रांति फैलाने का कार्य किया है कि महाभारत काल में सामाजिक पतन बहुत अधिक हो चुका था और लोग नारी को जुए में रखने या उसका चीरहरण […]

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धर्म-अध्यात्म

हम ईश्वर की आज्ञा के अनुसार पर्यावरण रक्षा हेतु यज्ञ करते हैं

ओ३म् =========== वेदों के मर्मज्ञ व विख्यात विद्वानों में अपूर्व ऋषि दयानन्द सरस्वती ने वेदों पर आधारित आर्य-हिन्दुओं के पांच कर्तव्यों वा यज्ञों पर प्रकाश डाला है और इन यज्ञों को करने की पद्धति भी लिखी है। आर्य-हिन्दुओं के धर्म और संस्कृति का आधार किसी अल्पज्ञ मनुष्य की अविद्या से युक्त मान्यतायें नहीं है अपितु […]

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महत्वपूर्ण लेख

पाकिस्तान में अत्याचारों से जूझता हिंदू

यह कैसी विडंबना है कि बांग्लादेशी व म्याँमार के मुसलमानों के लिये सेक्युलर व मानवाधिकारवादी सहित देश-विदेश का मुस्लिम समाज एकजुट होकर उनके पक्ष में खड़ा रहता है। किन्तु उन प्रताड़ित पाकिस्तानी, बंग्लादेशी व कश्मीरी हिंदुओं ने क्या अपराध किया है कि जो हम हिन्दू उनके पक्ष में कोई आंदोलन या प्रदर्शन करने से भी […]

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इतिहास के पन्नों से

हिंदू राष्ट्र स्वपन द्रष्टा ; बंदा वीर बैरागी

—————————————– अध्याय 16 अवसर चूक गया बैरागी भाई परमानंद जी ने बंदा वीर बैरागी पर लिखते हुए कहा है : –” बंदा बैरागी यद्यपि साधु था फिर भी ऐसा जंगी नेता भारतवर्ष में कभी पहले न उत्पन्न हुआ था। उस दौर में कई वर्षों तक जहां कहीं भी युद्ध होता तो उसमें विजय प्राय: बंदा […]

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प्रमुख समाचार/संपादकीय

द्विराष्ट्रवाद के जनक सावरकर नहीं सर सैयद अहमद खान थे

लोकसभा में नागरिकता संशोधन विधेयक पारित हो गया तो कुछ बरसाती मेंढक बाहर आकर टर्राने लगे हैं। इन मेंढकों की टर्राहट गृहमंत्री अमितशाह के उस बयान को लेकर अधिक है जिसमें उन्होंने कहा है कि भारत का धर्म के आधार पर यदि विभाजन नहीं होता तो आज उन्हें इस विधेयक को लाने की आवश्यकता नहीं […]

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धर्म-अध्यात्म

ईश्वर सर्वशक्तिमान है परंतु वह संभव और असंभव सब कुछ नहीं कर सकता

ओ३म् ========= हमारा यह जगत ईश्वर के द्वारा रचा गया अथवा बनाया गया है। ईश्वर ने इस सृष्टि की रचना जीवों को जन्म व मृत्यु प्रदान करने के लिये की है। ईश्वर जीवात्माओं को जन्म इस लिये देता है कि जीवों ने पूर्वजन्मों या पूर्व कल्प में जो कर्म किये थे, उनका सुख व दुःख […]

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धर्म-अध्यात्म

कृष काय पंडित आर्यमुनि जी का एक युवक से मल्लयुद्ध एवं उनका नाभा शास्त्रार्थ

ओ३म् ================ पण्डित आर्यमुनि जी वेदों के उच्च कोटि के विद्वान थे। आपने वेद, दर्शन, मनुस्मृति, रामायण तथा महाभारत आदि ग्रन्थों पर भाष्य व टीकायें लिखी हैं। वैदिक धर्म के विरोधियों से आपने शास्त्रार्थ किये और उन्हें पराजित किया। शरीर से पंडित जी दुबले-पतले दुर्बल से व्यक्ति थे। पडित जी मल्लयुद्ध के ज्ञाता भी थे। […]

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इतिहास के पन्नों से

वीर बलिदानी गोरा की पत्नी का वह अद्भुत शौर्य

1303 ईस्वी में जब अलाउद्दीन खिलजी ने चित्तौड़ के सुप्रसिद्ध किले पर आक्रमण किया तो उसके इस आक्रमण का लक्ष्य पद्मिनी को प्राप्त करना था। रानी पद्मिनी के रूप में भारत की अस्मिता की रक्षा करने के लिए उस समय अनेकों वीरों ने अपना बलिदान दिया । ऐसे ही एक बलिदानी गोरा थे। जिनका भतीजा […]

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इतिहास के पन्नों से

जब वीर सावरकर ने मौलाना शौकत अली की कर दी थी बोलती बंद

सितंबर 1924 में सावरकर जी से मौलाना शौकत अली ने भेंट की थी । उसने अपने बौद्धिक चातुर्य का परिचय देते हुए पहले तो सावरकर जी की भरपूर प्रशंसा की , पर फिर धीरे से ‘ शुद्धि कार्य ‘ को बंद करने की बात कह दी । इस पर सावरकर जी ने उससे भी स्पष्ट […]

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