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इतिहास के पन्नों से

क्रूरता और खूनी निर्दयता रहा है इस्लामी इतिहास की खासियत

उगता भारत ब्यूरो किसी भी देश को मुसलमान बनाने में मुसलमानों को 20 साल भी नही लगे पर भारत आज भी सनातन भगवा लहरा रहा है। 622 ई से लेकर 634 ई तक मात्र 12 साल में अरब के सभी मूर्तिपूजकों को मुहम्मद साहब ने ईस्लाम की तलवार से पानी पिलाकर मुसलमान बना दिया । […]

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भारतीय संस्कृति

‘वैदिक संपत्ति’ में भारत की छुपी है पूरी गौरव गाथा

देवेंद्र सिंह आर्य चेयरमैन ‘उगता भारत’ भारत पर सभ्यतागत आक्रमणों में एक बडा आक्रमण यहां की ज्ञान परंपरा पर किया गया था। भारतीय ज्ञान परंपरा का सबसे बडा आधार थे वेद और इसलिए अंग्रेजों सहित समस्त यूरोपीय बौद्धिक जगत ने वेदों को निरर्थक साबित करने के लिए एडी-चोटी एक कर दिया था। सबसे पहले कहा […]

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वैदिक संपत्ति

वैदिक संपत्ति : तृतीय खण्ड : अध्याय ब्रह्मसूत्रों की नवीनता

गतांक से आगे… वेदान्तदर्शन के अनेक सूत्र तैत्तिरीय और बृहदारण्यक उपनिषद के आधार पर बने हैं, इसलिए भी वेदान्तदर्शन वेदव्यासकृत नहीं हो सकता। क्योंकि हम रावणकृत कृष्णयजुर्वेद की उत्पत्ति के इतिहास में लिखा आए हैं कि, वह व्यास के शिष्यों के शिष्य याज्ञवल्क्य के समय में वर्तमान रूप में संपादित हुआ। अर्थात तैत्तिरीय उपनिषद वेदव्यास […]

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वैदिक संपत्ति

वैदिक संपत्ति : तृतीय खण्ड : अध्याय ब्रह्मसूत्रों की नवीनता

गतांक से आगे…. प्रस्थानत्रयी के प्रधान साहित्य उपनिषद की विशेष रीति से और दूसरे साधारण साहित्य गीता की साधारण रीति से आलोचना हो गई। दोनों साहित्य में आसुरी सिद्धांतों का मिश्रण सिद्ध हो गया। अब उक्त दोनों पुस्तकों के आसुरी सिद्धांतों को दार्शनिक रूप देने के लिए जो वेदान्तदर्शन नामी नवीन दर्शन गढ़ा गया है, […]

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धर्म-अध्यात्म

भारतीय सांस्कृतिक परंपराओं में मुक्ति का महत्व क्या है ?

संसार का सुख क्षणभंगुर है।लेकिन मुक्ति का आनंद वर्णनातीत है जो केवल अनुभव किया जा सकता है । उस परमानंद के सामने सांसारिक सुख कदापि महत्व नहीं पा सकते ।मानव के जीवन का उद्देश्य एकमात्र यही है कि वह परम आनंद को पाता रहे। परमानंद को पाकर उसकी पूर्ण आयु ,महाकाल पर्यंत रमण करता रहे […]

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इतिहास के पन्नों से

विश्व इतिहास में अनोखी मिसाल है 1971 का भारत-पाक युद्ध

पिनक रंजन चक्रवर्ती 16 दिसंबर 1971 को 93,000 पाकिस्तानी सैनिकों ने सफेद झंडा उठा कर भारतीय सेना के समक्ष आत्मसमर्पण कर  दिया भारत हरेक साल 16 दिसम्बर को ‘विजय दिवस’ और बांग्लादेश इसको ही उच्चारण के थोड़े अंतर से ‘बिजॉय दिबोस’ मनाता है। यह बीसवीं सदी के उत्तरार्ध में हुए सर्वाधिक भीषण संग्राम की स्मृति […]

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देश विदेश

जब चीनी सेना अपनी तैयारी कर रही हो, तब भारत को क्या चुप बैठना चाहिए ?

पुष्परंजन ग्यारह नवंबर, 2021 को पीपुल्स लिबरेशन आर्मी यानी पीएलए 72वां स्थापना दिवस मना रही थी। उस मौके पर केडी-63 प्रक्षेपास्त्रों से लैस चीनी युद्धक विमान ‘एचसिक्स-के’ भारतीय सीमा पार क्या धौंस-पट्टी दिखाने के लिए उड़ानें भर रहे थे, या रूस से आ रही एस-400 मिसाइलों की खेप का भय था? पीएलए, इस समय तिब्बत […]

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वैदिक संपत्ति

वैदिक संपत्ति : आसुर उपनिषद की उत्पत्ति

गतांक से आगे…. जहां वेद कहते हैं कि ‘ब्रह्मचर्येण तपसा देवा मृत्युमुपाध्नत’ अर्थात ब्रह्मचर्य से ही देवता अमृत को प्राप्त होते हैं और जहां छान्दोग्य 7/4/3 कहता है कि, तद्यएवैतं ब्रह्मलोकं ब्रह्मचर्येणानुविन्दति तेषामेवैष ब्रह्मलोकस्तेषां सर्वेषु लोकेषु कामचारो भवति’ अर्थात वह निश्चय ही ब्रह्मचर्य से ब्रह्मलोक को प्राप्त होते हैं और ब्रह्मलोकवासी सब लोकों में जाने […]

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Uncategorised

लव जिहाद और घर वापसी में आखिर बार-बार क्यों मिलती है असफलता ?

आज बार बार घर वापसी की बात होती है। लव जेहाद की बात होती है। परन्तु असफलता क्यों होती है। इतिहास से जानिए। पाकिस्तान की कोट लखपत जेल सर्वाधिक कुख्यात है, विशेषकर भारतीय कैदियों के लिए. सातवें और आठवें दशक में वहां कैद रहे भारतीय जासूस मोहनलाल भास्कर ने अपनी अत्यन्त चर्चित एवं रोचक पुस्तक […]

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इतिहास के पन्नों से

आपने रानी कमलापति नाम सुनकर यदि “ऐसा किया” अर्थात आप भी षड्यंत्र में फँस गये…..

भोपाल में बने भारत के सबसे हाईटेक रेलवे स्टेशन का नाम रानी कमलापति रेलवे स्टेशन हो गया है, पहले इसका नाम हबीबगंज रेलवे स्टेशन हुआ करता था। आज यह रेलवे स्टेशन किसी इंटरनेशनल एयरपोर्ट को भी मात देता है। लेकिन हम स्टेशन की भव्यता की नहीं बल्कि उसकी दिव्यता की बात करेंगे, और दिव्यता इस […]

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