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इतिहास के पन्नों से

भारत के राष्ट्रपति और उनका कार्यकाल ,भाग – 12

प्रतिभा देवी सिंह पाटिल (Pratibha Devi Singh Patil)

देश की बारहवीं राष्ट्रपति प्रतिभा देवी सिंह पाटिल बनीं। जुलाई 2007 में भाजपा और अन्य सहयोगी दलों ने उपराष्ट्रपति भैंरो सिंह शेखावत को अपना संयुक्त प्रत्याशी बनाया और कांग्रेस व उसके सहयोगी दलों की प्रत्याशी प्रतिभा देवी सिंह के सामने चुनाव मैदान में उतारा। यद्यपि शेखावत ने स्वयं को एक निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में प्रदर्शित किया। जिससे कि वह अन्य दलों में अपनी पकड़ को और मजबूत कर सकें, तथा लोग उनके भाजपाई मूल स्वरूप को भूल जाएं। लेकिन उनका अंकगणित असफल ही रहा। लगभग चार लाख मतों से प्रतिभा पाटिल विजयी रहीं और 25 जुलाई 2007 को वह रायसीना हिल्स में देश की प्रथम महिला के रूप में प्रथम नागरिक बनकर प्रवेश करने में सफल हो गयीं। राष्ट्रपति चुनाव के पूर्व वह राजस्थान की राज्यपाल थीं। उन्होंने कहा था कि वह एक पॉलिटीकल प्रेसीडेंट सिद्ध होंगीं, रबर स्टांप प्रेजीडेंट नहीं। वह नारी उत्थान के लिए, कृषि क्षेत्र के विकास के लिए, निरक्षरता उन्मूलन के लिए, बेरोजगारी समाप्ति तथा वैज्ञानिक एवं तकनीकी विकास को प्राथमिकता देती रहीं।

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