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कविता

सच्ची आजादी लाना है

सच्ची आजादी लाना है

पुरखों की गौरव गाथा पर
तुम यूं कब तक इतराओगे
वीरों के बलिदानों पर
यूं कब तक आंसू बहाओगे
उठ चल अब तुमको लड़ना है
दुष्टों के वक्ष पे चढ़ना है
भगत सिंह,आजाद,गुरु
सुखदेव तुम्हें बन जाना है
सच्ची आजादी लाना है……….
आजादी नन्ही कलियों की
जो पंख पसारे क्षिति,नभ में
आजादी मलिन बस्तियों की
जो घुल मिल जाए हम सब में
अब तो 135 करोड़ के सपने साकार कराना है
सच्ची आजादी लाना…….
आजादी वीर जवानों की
सरहद पर तिरंगा लहराए
आजादी उसके आंगन की
कोई ओढ़ तिरंगा ना आए
नूतन भारत के पृष्ठों पर स्वर्णिम
गाथा लिखवाना है
सच्ची आजादी लाना……..
आजादी मिटते नियम की
कोई लाल किला ना चढ़ पाए
आजादी हो सन 21 की
कोई लव जिहाद ना गढ़ पाए
पूरब,पश्चिम,उत्तर,दक्षिण कश्मीर
नहीं दोहराना है
सच्ची आजादी लाना……..
आजादी “ममता” के मन की
धर्म संस्कृति का गुणगान करे
राष्ट्रभक्त बन हर बच्चा
भारत मां का सम्मान करें
स्वतंत्रता के सुमन से भारत मां का अंग सजाना है
सच्ची आजादी लाना…….
ममता उपाध्याय
वाराणसी

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