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आर्थिकी/व्यापार

भारत में निवेश को बढ़ावा देने हेतु केंद्र सरकार कर रही है अथक प्रयास

कोरोना महामारी के बाद देश की विकास दर में तेज़ी लाना अब केंद्र सरकार के सामने एक मुख्य चुनौती है। विकास दर में तेज़ी लाने के लिए उत्पादों को मांग बढ़ानी होगी जिसके लिए अंततः निजी क्षेत्र एवं सार्वजनिक क्षेत्र में घरेलू एवं विदेशी निवेश को बढ़ाना होगा। देश में निवेश को आकर्षित करने के […]

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आर्थिकी/व्यापार

क्या है प्रधानमंत्री किसान संपदा योजना ?

जे. पी. शुक्ला प्रधानमंत्री किसान सम्पदा योजना (पीएमकेएसवाई) के तहत 32 परियोजनाओं को मंजूरी दी गई है। यह परियोजना लगभग 17 राज्यों में फैली हुई है, जिसमें लगभग 406 करोड़ का निवेश है। ये परियोजनाएँ प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रोजगार के सृजन की परिकल्पना करती हैं, विशेषकर ग्रामीण क्षेत्रों में। केंद्रीय क्षेत्र योजना- कृषि-समुद्री प्रसंस्करण और […]

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आर्थिकी/व्यापार विश्वगुरू के रूप में भारत

वैक्सीन के सफलतापूर्वक परीक्षण से भारत का वैश्विक स्तर पर बढ़ा सम्मान

  नीरज कुमार दुबे पड़ोसी देशों में वैक्सीन की जो खेपें पहुँच रही हैं वह वहाँ के नेताओं ही नहीं जनता के भी चेहरे पर मुस्कान ला रही हैं क्योंकि इन देशों को समझ आ गया है कि मुश्किल समय का साथी सिर्फ भारत ही है। भारत ही है जो महामारी के खिलाफ मानवता की […]

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आर्थिकी/व्यापार इतिहास के पन्नों से

विश्व में अद्भुत और सब के कल्याण के लिए बनी है भारतीय धातु कर्म परंपरा

  लेखक:- आर.के.त्रिवेदी (लेखक ऑर्कियोकेमिस्ट हैं) विश्व के कल्याण का भाव लेकर ही भारत में धातुकर्म विकसित हुआ था। धातुकर्म के कारण ही भारत में बड़ी संख्या में विभिन्न धातुओं के बर्तन बना करते थे जो पूरी दुनिया में निर्यात किए जाते थे। धातुकर्म विशेषकर लोहे पर भारत में काफी काम हुआ था। उस परम्परा […]

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आर्थिकी/व्यापार

पलायन व बेरोजगारी कमेगा ग्रामीण व लघु उद्योगों को बढ़ावा देने से

  अशोक “प्रवृद्ध” झारखण्ड सहित देश के अधिकांश राज्यों में ग्रामीण व लघु उद्योगों के माध्यम से आजीविका संवर्द्धन के अनेकानेक विकल्प होने के बावजूद सरकारी अथवा गैरसरकारी स्तर पर उचित दिशा- निर्देश के साथ प्रशिक्षण केन्द्रों और तकनीकी ज्ञान के अभाव में ग्रामीण व लघु उद्योगों को देश- विदेश में न तो अलग पहचान […]

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आर्थिकी/व्यापार स्वास्थ्य

हमारे मन मस्तिष्क पर बाजार के नियंत्रण के चलते हमारा मानसिक स्वास्थ्य

प्रोफेसर राकेश राणा बाजार हमारे जीवन में इतनी बढ़त बना चुका है कि अब ढेर सारे लोगों की जीविका का आधार यही है। बाजार में सबकुछ बिकाऊ होता है। शायद मनुष्य का मनुष्य से संबंध भी! तभी बाजार जितना बड़ा होता जा रहा है मानवीय मूल्य उतने ही छोटे होते जा रहे हैं। समाज पर […]

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आर्थिकी/व्यापार कृषि जगत

हमारी आर्थिक तस्वीर को बदल सकते हैं मछली और पशुपालन

( हरियाणा जैसे छोटे राज्य द्वारा पशु क्रेडिट कार्ड योजना इस क्षेत्र को आर्थिक तौर पर मजबूत बनाते है. फिर भी कुछ अन्य कदम इस क्षेत्र में किसानों को अपनी तरफ आकर्षित कर सकते है. यह लाखों लोगों को विशेष रूप से ग्रामीण लोगों को स्वरोजगार प्रदान करता है. इसने महिलाओं के सशक्तिकरण में महत्वपूर्ण […]

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आर्थिकी/व्यापार व्यक्तित्व

जयपुर फुट के निर्माता डॉ प्रमोद करण सेठी

6 जनवरी/पुण्य-तिथि यदि किसी व्यक्ति का कोई अंग जन्म से न हो, या किसी दुर्घटना में वह अपंग हो जाए, तो उसकी पीड़ा समझना बहुत कठिन है। अपने आसपास हँसते-खेलते, दौड़ते-भागते लोगों को देखकर उसका मन में भी यह सब करने की उमंग उठती है; पर शारीरिक विकलांगता के कारण वह यह कर नहीं सकता। […]

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आर्थिकी/व्यापार

आधुनिकतम तकनीक का लाभ उठाता हुआ भारत

प्रमोद भार्गव भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) के वैज्ञानिकों द्वारा विकसित तकनीकें अब निजी क्षेत्र की भारतीय कंपनियों के लिए ही नहीं, देशी कंपनियों को भी हस्तांतरित कि जा सकेंगी। इसरो इसकी कीमत वसूलेगी। अंतरिक्ष सुधारों के तहत इसरो ने पुनर्संशोधित प्रौद्योगिकी हस्तांतरण नीति-2020 जारी कर दी है। इसमें पहली बार विदेशी फर्म को भी […]

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आर्थिकी/व्यापार

आवश्यकता है न्यूनतम समर्थन मूल्य को और भी अधिक व्यावहारिक बनाने की

डा. राधेश्याम द्विवेदी कृषि उपज (जैसे गेहूँ, धान आदि) का न्यूनतम समर्थन मूल्य वह मूल्य है जिससे कम मूल्य देकर किसान से सीधे वह उपज नहीं खरीदी जा सकता हो। न्यूनतम समर्थन मूल्य, भारत सरकार तय करती है। उदाहरण के लिए, यदि धान का न्यूनतम समर्थन मूल्य 2000 रूपए प्रति कुन्तल निर्धारित किया गया है […]

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