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इतिहास के पन्नों से

हिंदू राष्ट्र स्वप्न द्रष्टा बंदा वीर बैरागी

—————————————- अध्याय 20 अद्वीतीय बलिदान बंदा वीर बैरागी को गिरफ्तार करके मुगल सैनिकों ने उसे काजियों के समक्ष प्रस्तुत किया । बंदा बैरागी की गिरफ्तारी मुगल सैनिकों के लिए बहुत बड़े उत्सव का कारण बन गई थी । क्योंकि उन्हें यह सफलता बहुत भारी हानि के पश्चात मिली थी । यदि इस समय भी सिक्ख […]

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इतिहास हमारे आने वाली पीढ़ियों को ऊर्जान्वित करता है

इतिहास की विशेषता इतिहास किसी जाति के अतीत को वर्तमान के संदर्भ में प्रस्तुत कर भविष्य की संभावनाओं को खोजने का माध्यम है। इतिहास अतीत की उन गौरवपूर्ण झांकियों की प्रस्तुति का एक माध्यम होता है जो हमारी आने वाली पीढिय़ों को ऊर्जान्वित करता है और उन्हें संसार में आत्माभिमानी, आत्म सम्मानी और स्वाभिमानी बनाता […]

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हिंदू राष्ट्र स्वप्न द्रष्टा बंदा वीर बैरागी

——————————– —– अध्याय — 19 स्वतंत्रता हमसे दूर चली गई वीर सावरकर ने लिखा है कि :— ” 17 वीं शताब्दी के प्रारंभ से अर्थात प्राय: शिवाजी के जन्म से ही हिंदू मुसलमानों के संघर्ष में रणदेवता के निर्णय में एक आश्चर्यजनक परिवर्तन देखा जाने लगा । पहले जहां हिंदू मुस्लिम संघर्ष में अंतिम पराजय […]

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बड़ा दिन अर्थात 25 दिसंबर है भीष्म पितामह का निर्माण दिवस

महाभारत युद्ध के पश्चात आज के दिन अर्थात 25 दिसंबर को सूर्य के उत्तरायण में आने के पश्चात भीष्म पितामह अर्थात उस समय के सबसे बड़े व्यक्ति ने प्राण त्याग किया था , इसीलिए विश्व आज भी इस महत्वपूर्ण घटना को ‘बड़ा दिन ‘ अर्थात ‘ महान दिवस : कहकर सम्मान देता है और हम […]

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स्वामी श्रद्धानंद की भारतीय हिंदू शुद्धि सभा और हिंदू महासभा

शहीदी दिवस 23 दिसंबर पर विशेष शुद्धि आंदोलन में स्वामी श्रद्धानन्द (1856- 1926) का स्थान अमर है। आगरा में 13 फरवरी,1923 की क्षत्रिय उपकारिणी सभा की बैठक में उन्हें बुलाया गया था। इसमें सनातनी, आर्यसमाजी, सिख, जैन भी आए थे। यहीं ‘भारतीय हिन्दू शुद्धि सभा’ का गठन हुआ। इसी के दस दिन बाद स्वामी जी […]

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हिंदू राष्ट्र स्वप्न द्रष्टा : बंदा वीर बैरागी

——————————————–अध्याय —- 18तत्तखालसा और बंदा वीर बैरागीदिल्ली के मुगल राज्य सिंहासन पर फर्रूखसियर जब विराजमान हुआ तो उसने बादशाह बनते ही बंदा वीर बैरागी के विरुद्ध षड्यंत्रकारी नीतियों को प्रोत्साहित करना आरंभ कर दिया । बादशाह स्वयं भी बंदा वीर बैरागी को अपने लिए एक चुनौती मान रहा था । वह चाहता था कि जैसे […]

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हिंदू राष्ट्र स्वप्न दृष्टा : बंदा वीर बैरागी

—————————————– अध्याय 17 मुगलिया शासन व्यवस्था और बंदा बैरागी धरती के फैले आंगन में पल दो पल है रात का डेरा, जुल्म का सीना चीर के देखो , झांक रहा है नया सवेरा , ढलता दिन मजबूर सही , चढ़ता सूरज मजबूर सही , रात के राही रुक मत जाना , सुबह की मंजिल दूर […]

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हमारी उपेक्षा का शिकार है मुगलों को 17 बार हराने वाले अहोम योद्धा

पूर्वोत्तर के सभी राज्यों को कभी आसाम के नाम से ही जाना जाता था । हमारे देश की ये वह पवित्र धरती है जो विदेशियों की गुलामी में कभी नहीं रही , यदि अल्पकाल के लिए रहा भी तो उसे बहुत शीघ्र ही हमारे वीर योद्धाओं ने स्वतंत्र करा लिया । इस क्षेत्र में हमारे […]

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वीर सावरकर ने अंग्रेजों से माफी क्यों मांगी ?

डॉ विवेक आर्य वीर सावरकर पर राहुल गाँधी द्वारा पुन: बयान दिया गया है। पूर्व में मणिशंकर अय्यर ने मुस्लिम तुष्टिकरण को बढ़ावा देने के लिए अण्डेमान स्थित सेलुलर जेल से वीर सावरकर के स्मृति चिन्हों को हटवा दिया। यहाँ तक उन्हें अंग्रेजों से माफ़ी मांगने के नाम पर गद्दार तक कहा था। भारत देश […]

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जब जवाहरलाल नेहरू ने सरदार पटेल के अंतिम संस्कार में भाग लेने के लिए राष्ट्रपति राजेंद्र प्रसाद को किया था मना

सरदार पटेल की 15 दिसम्बर पुण्यतिथि है. मुंबई के बिड़ला हाउस में इसी दिन 1950 में सुबह नौ बजकर सैंतीस मिनट पर सरदार पटेल ने आखिरी सांस ली थी. महापुरुष दो प्रकार के होते हैं, कुछ की याद उनके निधन के बाद कम होने लगती है, जबकि कुछ की याद बढ़ती जाती है.’ लौहपुरुष सरदार […]

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