अवधेश कुमार उत्तर प्रदेश की नयी जनसंख्या नीति पर कई हलकों से आ रही नकारात्मक प्रतिक्रियाएं अनपेक्षित नहीं है। भारत में जनसंख्या नियंत्रण और इससे संबंधित नीति पर जब भी बहस होती है, तस्वीर ऐसी ही उभरती है। हालांकि सलमान खुर्शीद जैसे वरिष्ठ नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री का बयान दुर्भाग्यपूर्ण कहा जाएगा। वे कह […]
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सुरेश हिंदुस्तानी यह बात सही है कि वर्तमान में पाकिस्तान के नाम से पहचाने वाला देश पूर्व में भारत का ही हिस्सा रहा था। इसलिए उसका इतिहास भारत के बिना अधूरा है और इसी कारण भारत के मुसलमानों का इतिहास हिन्दू समाज या भारतीय समाज से अलग हो ही नहीं सकता। भारत में प्रामाणिक बयानों […]
अनूप भटनागर कोरोना महामारी के दौरान नागरिकों के हित में एक काम बहुत ही महत्वपूर्ण हुआ है और वह है उनके स्वास्थ्य और भोजन के अधिकार की रक्षा। महामारी के दौरान अपने-अपने गृह नगरों की ओर पलायन करने वाले कामगारों के खान-पान की व्यवस्था और नागरिकों के लिये चिकित्सा सुविधाओं को नजरअंदाज करना अब केन्द्र […]
देश की न्यायिक व्यवस्था की विवशताओं को समझना अब अति आवश्यक होता जा रहा है l इसके लिए शासन को साहसिक प्रयास करना चाहिए l वास्तव में कानून की कुछ कमियों व अस्पष्टताओं का अनुचित लाभ उठा कर आरोपियों को अपराधी प्रमाणित करने में असमर्थता एक गम्भीर चुनौती बन चुकी हैं l इसी कारण […]
राजकुमार सिंह यह देखना दिलचस्प होगा कि लंबी चर्चाओं के बाद सात जुलाई की शाम अंजाम दिये गये नरेंद्र मोदी मंत्रिमंडल में फेरबदल और विस्तार से राजनीतिक अटकलों पर विराम लगेगा या उन्हें और गति मिलेगी। मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल में लगभग सवा दो साल बाद अंजाम किया गया यह बदलाव वाकई बड़ा है, […]
राकेश सैन हालांकि भारत में सदियों से धर्मांतरण होता आया है परन्तु कट्टरवाद के रेगिस्तान के बीच-बीच में कुछ नखलिस्तान भी आते रहे हैं जो जुनूनी आग से मानवता को राहत पहुंचाने का काम करते रहे हैं। इन्हीं राहत के टापुओं में एक नाम है बीबी अमतुस्सलाम का। देश भर में धर्मांतरण का धन्धा चलाने […]
रमेश सर्राफ धमोरा कोरोना महामारी के प्रकोप के बीच राहत देने के लिए केन्द्र सरकार ने पहले 20 लाख करोड़ का तथा गत दिनों सात लाख करोड़ रुपयों के राहत पैकेज की घोषणा की थी। मगर सरकार की इन घोषणाओं का भी आम आदमी को विशेष लाभ नहीं मिल पा रहा है। केंद्र सरकार ने […]
रंजन कुमार सिंह कुशलकर्मी की आवश्यकता कहां नहीं है? चाहे वह घरेलू कामकाज के लिए हो या फिर दफ्तर के काम के लिए, कल-कारखानों के लिए हो या खेत-खलिहान के लिए। कारखानों को जिस तरह कच्चा माल और बिजली-पानी जैसी आधारभूत संरचना की जरूरत होती है, उसी तरह उसे कुशलकर्मी भी चाहिए होते हैं। हर […]
प्रो. संजय द्विवेदी माता-पिता को भी सोचना होगा कि हमारे पास आज कल समय नही है। हम बस जिंदगी का गुजारा करने के लिए दौड़ रहे हैं। अपने जीवन को और अच्छा बनाने के लिये दौड़ रहे हैं। लेकिन इस दौड़ के बीच में भी, अपने बच्चों के लिये हमारे पास समय है क्या? बौद्ध […]
🙏बुरा मानो या भला🙏 —मनोज चतुर्वेदी “शास्त्री” उत्तरप्रदेश कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष अजय कुमार “लल्लू” ने कहा है कि- “35,716 चयनित पुलिस सिपाही भर्ती के लिए दर-दर की ठोकरें खा रहे हैं और प्रदेश सरकार को इसकी कोई चिंता नहीं है। उन्होंने कहा कि पुलिस भर्ती में चयनित अभ्यर्थियों को नियुक्ति दिलाने के लिए कांग्रेस […]