इस्लामिक मान्यता के अनुसार औरतों को हिज़ाब में रखने से समाज में नारी जाति का हित है। मगर देखने में यह मिलता है कि जिन देशों में हिज़ाब प्रचलित हैं उनमें बलात्कार, छेड़छाड़ जैसी घटनाएँ प्रचलित हैं। इससे यही निष्कर्ष निकलता हैं कि हिज़ाब से अधिक महत्वपूर्ण विचारों की पवित्रता है। क्यूंकि शुद्ध विचारों से […]
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-विनोद बंसल राष्ट्रीय प्रवक्ता – विहिप भारतीय संविधान के अनुसार प्राथमिक शिक्षा सबके लिए अनिवार्य है। किन्तु इस अनिवार्यता के बावजूद दुर्भाग्यवश स्वतंत्रता के 75वें वर्ष में भी देश की कुल जनसंख्या का 36.90 फीसदी हिस्सा आज भी निरक्षर है। मुस्लिमों में तो यह निरक्षरता दर 42.7 फीसदी है। यदि महिलाओं की बात करो तो […]
*राष्ट्र-चिंतन* *आचार्य श्री विष्णुगुप्त* =================== मुस्लिम गुंडावाद शब्द अप्रिय लग सकता है, बूरा लग सकता है, एकतरफा सोच लग सकती है, ऐसा लग सकता है कि इस शब्द के माध्यम से एक विशेष वर्ग को अपमानित करने या फिर एक वर्ग विशेष को बदनाम करने के लिए प्रयोग किया जा रहा है। पर जब कोई […]
प्रहलाद सबनानी कोरोना महामारी की प्रथम लहर के दौरान विभिन्न उद्योगों को वित्तीय सहायता उपलब्ध कराने के उद्देश्य से 4.5 लाख करोड़ रुपए की आपात ऋण गारंटी योजना प्रारम्भ की गई थी। इस योजना के अंतर्गत बैंकों द्वारा प्रदान की गई कुल ऋणराशि में से 93.7 फीसदी राशि सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम इकाईयों को प्रदान […]
———————————————ममता बनर्जी- अभिषेक बनर्जी लगातार सुभेंदु अधिकारी पर हमला करते है कि सुभेंदु अधिकारी विश्वासघातक है। नन्दीग्राम से सुभेंदु अधिकारी की विजय व ममता बनर्जी की बंगाल की बेटी का नारा देने के बाद भी पराजय से हमें यह संदेश मिलता है कि ममता बनर्जी ने अपने परिवार की तृणमूल कांग्रेस पार्टी बनाने […]
डॉ.चन्द्रकुमार जैन विचारों के अनुसार ही मनुष्य का जीवन बनता-बिगड़ता रहता है। बहुत बार देखा जाता है कि अनेक लोग और कई परिवार बहुत समय तक लोकप्रिय रहने के बाद बहिष्कृत हो जाया करते हैं, बहुत से व्यापारी पहले तो उन्नति करते रहते हैं, फिर बाद में उनका पतन हो जाता है। इसका मुख्य कारण […]
नेताजी सुभाष चंद्र बोस की जयंती पर विशेष प्रो. संजय द्विवेदी नेताजी कहा करते थे कि, “सफलता हमेशा असफलता के स्तंभ पर खड़ी होती है। इसलिए किसी को असफलता से घबराना नहीं चाहिए।” इस छोटी सी पंक्ति के माध्यम से नेताजी ने असफल और निराश लोगों के लिए सफलता के नए द्वारा खोल दिए। यही […]
गोरखपुर उत्तर प्रदेश का एक ऐसा शहर है जिसका धार्मिक क्षेत्र में विशेष स्थान रहा है ,परंतु जब से योगी आदित्यनाथ राजनीति में उतरे हैं तब से इसके कुछ राजनीतिक मायने भी हो गए हैं और अब जिस प्रकार गोरखपुर की जनता योगी आदित्यनाथ के साथ खड़ी हुई दिखाई दे रही है उससे कहा जा […]
डॉ. वेदप्रताप वैदिक उ.प्र. के चुनाव में इस समय दो ही पार्टियों का बोलबाला है। भाजपा और सपा ! बसपा और कांग्रेस भी मैदान में हैं लेकिन दोनों हाशिए पर हैं। भाजपा और सपा ने अपने उम्मीदवारों की जो पहली सूची जारी की है, उनमें इन उम्मीदवारों की खूबियां नहीं, जातियां गिनाई गई हैं। उत्तर […]
-10 मार्च को जब चुनाव नतीजे आएंगे तो योगी आदित्यनाथ भारी बहुमत से मुख्यमंत्री बनेंगे और इस तरह पिछले एक साल से जारी किसान आंदोलन का अंतिम संस्कार हो जाएगा… जिसका पूरा श्रेय राकेश टिकैत को हासिल होगा जिन्होंने पूरे एक साल तक दिल्ली में सड़क जाम करके किसानी को मुद्दा बनाने की पुरजोर कोशिश […]