राकेश सैन केजरीवाल व मान पर यह कहावत बिल्कुल स्टीक बैठती है कि गुरु गुड़ रहे और चेला शक्कर हो गए। केजरीवाल दिल्ली जैसे छोटे व केन्द्र शासित राज्य के मुख्यमन्त्री हैं तो भगवन्त मान दिल्ली से कई गुणा बड़े और पूर्णरुपेण राज्य के सूबेदार बन गए हैं। पांच राज्यों के विधानसभा चुनावों के दौरान […]
श्रेणी: मुद्दा
उगता भारत ब्यूरो क्या आपको बालीवुड की वे फिल्मे याद हैं जिनमे फादर को दया और प्रेम का मूर्तिमान स्वरूप दिखाया जाता था तो हिन्दू संन्यासियों को अपराधी. 19 व 20 फरवरी 2019 को वेटिकन में कैथोलिक पोप के नेतृत्व में दो दिन की मीटिंग हुई जिसका मुख्य एजेंडा चर्च के पादरियों द्वारा किए गए […]
डॉ. वेदप्रताप वैदिक अब केरल के कम्युनिस्ट नेताओं ने यह गुहार लगाना भी शुरु कर दिया है कि राज्यपाल का पद ही खत्म कर दिया जाए या विधानसभा को अधिकार हो कि उसे वह बर्खास्त कर सके। उसकी सहमति से ही राज्यपाल की नियुक्ति हो। केरल में कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी) की सरकार है और पश्चिम […]
*डॉ. वेदप्रताप वैदिक* भारत को धर्म-निरपेक्ष नहीं, धर्म-सापेक्ष राष्ट्र बनाएं, यह बात मैं कई दशकों से कहता रहा हूं लेकिन इसी बात को बलपूर्वक कहकर जैन मुनि विद्यासागरजी महाराज ने इस धारणा में चार चांद लगा दिए हैं। विद्यासागरजी दिगंबर जैन मुनि हैं। उनकी मातृभाषा कन्नड़ है, लेकिन हिंदी और संस्कृत में उन्होंने विलक्षण दर्शन […]
———————————————– भारत में ब्रिटिश काल के कई ईसाई पादरियों, प्रचारक और लेखकों नें हिन्दू देवी-देवताओं और पुराणों की कथाओं का बहोत मज़ाक उडाया; उस काल का ईसाई साहित्य इस तथ्य की साक्षी है। आज उनकी यह प्रवृत्ति मंद जरूर हुई है, परंतु सर्वथा बन्द नहीं हुई है, तब उन्हें पादरी जे. टी. सण्डरलैंड (Jabez Thomas […]
*डाॅ. वेदप्रताप वैदिक* कर्नाटक के शिमोगा में बजरंग दल के हर्ष नामक एक कार्यकर्ता की हत्या हो गई! उसकी हत्या करने के लिए 10 लाख रु. का इनाम रखा गया था। इनाम रखनेवाले और हत्यारों के नाम अभी तक प्रकट नहीं किए गए हैं लेकिन कर्नाटक के एक मंत्री ने कहा है कि ‘‘हर्ष की […]
डॉ. वेदप्रताप वैदिक हिजाब और बुर्के का औचित्य डेढ़ हजार साल पुराने अरब देश में बिल्कुल ठीक था लेकिन आज की दुनिया में इसका कोई महत्व नहीं रह गया है। यदि हिजाब और बुर्का इस्लाम का अनिवार्य अंग है तो क्या बेनज़ीर भुट्टो, मरियम नवाज शरीफ, शेख हसीना, काबुल की शहजादियां मुसलमान नहीं हैं? कर्नाटक […]
*डॉ. वेदप्रताप वैदिक* सोश्यल मीडिया आज की जिंदगी में इतना महत्वपूर्ण बन गया है कि कई लोग 5 से 8 घंटे रोज़ तक अपना फोन या कंप्यूटर थामे रहते हैं। यदि हम मालूम करें कि वे क्या पढ़ते और देखते रहते हैं तो हमें आश्चर्य और दुख, दोनों होंगे। ऐसा नहीं है कि सभी लोग […]
राकेश सैन जाने-माने इस्लामिक विचारक व केरल के राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान ने स्पष्ट किया है कि हिजाब इस्लाम का अनिवार्य हिस्सा नहीं। कुरान शरीफ में हिजाब का सात बार जिक्र है, लेकिन महिलाओं के ड्रेस कोड के सम्बन्ध में नहीं। पंजाब में विधानसभा चुनावों के लिए प्रचार चरम पर है और मतदाताओं को रिझाने […]
(व्यभिचारी एवं चरित्रहीन व्यक्ति नष्ट हो जाता है।) आज समाज में अश्लीलता को आधुनिकता के नाम पर परोसा जा रहा है। इसे एक प्रकार से बौद्धिक आतंकवाद भी कहा जा सकता ह। युवावस्था के अपरिपक्व मस्तिष्क को अफीम के समान व्यभिचार कि लत के लिए प्रेरित कर उसे भोगवाद के अंधे कुएँ में धकेल दिया […]