*डॉ. वेदप्रताप वैदिक* अंग्रेजों के बनाए हुए 152 साल पुराने राजद्रोह कानून की शामत आ चुकी है। सर्वोच्च न्यायालय ने उसे पूरी तरह से अवैध घोषित नहीं किया है लेकिन वैसा करने के पहले उसने केंद्र सरकार को कहा है कि 10 जून तक वह यह बताए कि उसमें वह क्या-क्या सुधार करना चाहती है। […]
श्रेणी: मुद्दा
वहीं भारत में 3 लाख मौतें सालाना शराब के कारण होती है| देश के हर राज्य में आबकारी विभाग के साथ-साथ एक मद्य निषेध विभाग भी है… जिसका काम है लोगों को शराब के उपभोग से स्वास्थ्य सामाजिक आर्थिक दृष्टि से होने वाले नुकसान से परिचित कराते हुए स्वैच्छिक अघोषित शराबबंदी को बढ़ावा देना| कितना […]
अशोक मधुप दिल्ली भाजपा के नेता तजिंदर बग्गा ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के बारे में कुछ ट्वीट किए। आप पार्टी के लोगों ने इन्हें आपत्तिजनक माना। दिल्ली की पुलिस केंद्र के अधीन काम करती है। ऐसी हालत में उससे कोई उम्मीद नहीं थी। दिल्ली के भाजपा के नेता तजिंदर बग्गा की गिरफ्तारी के […]
अजय कुमार पुलिस ने दोनों ही पक्षों के लोगों को समझा-बुझा कर हटा दिया, लेकिन इससे इतर ऐसे लोग भी जुटे हुए हैं जो नहीं चाहते हैं कि मंदिर-मस्जिद का विवाद आसानी से सुलझ जाए। इसीलिए दिल्ली से लेकर हैदराबाद तक के भाईजान भी इस लड़ाई में अपनी सियासत चमकाने में जुट गए हैं। धर्म […]
बाबा विश्वनाथ मंदिर और ज्ञानवापी मस्जिद स्थित श्रृंगार गौरी मंदिर मामले में अदालत के निर्देश पर ईद के बाद 6 और 7 अप्रैल को ज्ञानवापी परिसर का सर्वे और वीडियोग्राफी की जानी है. लेकिन, इस फैसले पर मस्जिद कमेटी का कहना है कि सर्वे और वीडियोग्राफी के लिए किसी भी गैर मुस्लिम को मस्जिद में […]
*डॉ. वेदप्रताप वैदिक* एक मुस्लिम महिला ने बड़ी हिम्मत का काम किया है। उसने दिल्ली उच्च न्यायालय में एक याचिका लगाकर मांग की है कि किसी भी मुसलमान के लिए दूसरी शादी करने के पहले अपनी पहली बीवी की इजाजत लेना जरुरी हो। उसकी दूसरी मांग यह है कि दूसरी शादी के पहले उसके पास […]
ललित गर्ग भारत में पत्रकारिता लोकतंत्र का चौथा स्तंभ माना गया है। अकबर इलाहाबादी ने इसकी ताकत एवं महत्व को इन शब्दों में अभिव्यक्ति दी है कि ‘न खींचो कमान, न तलवार निकालो, जब तोप हो मुकाबिल तब अखबार निकालो। विश्व प्रेस स्वतंत्रता दिवस प्रत्येक वर्ष 3 मई को मनाया जाता है। प्रेस किसी […]
पंकज जायसवाल इंटरनेट वैश्वीकरण के युग में, एक विचार या विमर्श दुनिया भर में ख़तरनाक गति से यात्रा करता है। सामाजिक और मुख्यधारा के मीडिया में वैचारिक या धार्मिक विषय महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है। बुद्धिजीवियों, ईमानदार और बेईमान दोनों, ने ब्रेनवॉश करने या विशेष विचार प्रक्रियाओं को लागू करने में सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म के […]
_(लेख का आधार और स्रोत- किताब- तुगलककालीन भारत, अनुवादक- सैयद अतहर अब्बास रिजवी, प्रोजेक्ट-अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी, प्रकाशन-राजकमल)_ -आपने अक्सर देखा होगा… मुस्लिम काफी उत्सुक रहते हैं कि हिंदू भी उनको ईद मुबारक कहें लेकिन अगर इतिहास के किताबों के पन्नों कों पलटेंगे तो ये पता चलेगा कि हिंदुओं के लिए ईद मुबारक कभी नहीं रही… […]
ललित गर्ग योग किसी भी धर्म, सम्प्रदाय, जाति या भाषा से नहीं जुड़ा है। योग का अर्थ है जोड़ना, इसलिए यह प्रेम, अहिंसा, करूणा और सबको साथ लेकर चलने की बात करता है। योग, जीवन की प्रक्रिया की छानबीन है। यह सभी धर्मों से पहले अस्तित्व में आया। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल देश एवं दुनिया में […]