आकार पटेल यह और बात है कि हम खुद को सबसे अधिक देशभक्त होने का दावा करते हैं तथा ‘ऐ मेरे प्यारे वतन’ जैसे गीत या राष्ट्रगान सुन कर हमारी आंखों में आंसू आ जाते हैं, लेकिन हमारी देशभक्ति के दिखावे की यही हद है। कुछ ही महीने पहले, मैंने बंगलुरू में अपने घर के […]
श्रेणी: महत्वपूर्ण लेख
रेनू सैनी कुछ नया करके चीजों को बेहतर बनाने की प्रक्रिया नवाचार है। आज की युवा पीढ़ी न सिर्फ नवाचार में विश्वास रखती है, अपितु इसी तरीके से काम भी करती है और सफल भी होती है। नवाचार लीक की सोच से हटकर होता है। वैज्ञानिकों का कहना है कि, ‘मनुष्य द्वारा अपने मस्तिष्क का […]
रेनू सैनी कुछ नया करके चीजों को बेहतर बनाने की प्रक्रिया नवाचार है। आज की युवा पीढ़ी न सिर्फ नवाचार में विश्वास रखती है, अपितु इसी तरीके से काम भी करती है और सफल भी होती है। नवाचार लीक की सोच से हटकर होता है। वैज्ञानिकों का कहना है कि, ‘मनुष्य द्वारा अपने मस्तिष्क का […]
ड्रेसेज के मामले में युवाओं की पहली पसंद है जींस। जींस में इतनी वैरायटी आ गयी हैं कि युवाओं का ध्यान किसी और तरफ जाता ही नहीं। लेकिन ज्यादा टाइट जींस पहनने से आप बीमारियों के भी शिकार हो सकते हैं। टाइट कपड़ों से नुकसान- टाइट फिटिंग वाली जींस, स्कटर्स और अन्य ड्रेसेज आपको आकर्षक […]
ड्रेसेज के मामले में युवाओं की पहली पसंद है जींस। जींस में इतनी वैरायटी आ गयी हैं कि युवाओं का ध्यान किसी और तरफ जाता ही नहीं। लेकिन ज्यादा टाइट जींस पहनने से आप बीमारियों के भी शिकार हो सकते हैं। टाइट कपड़ों से नुकसान- टाइट फिटिंग वाली जींस, स्कटर्स और अन्य ड्रेसेज आपको आकर्षक […]
एस. निहाल सिंह नरेंद्र मोदी इस्राइल की यात्रा करने वाले भारत के पहले प्रधानमंत्री होंगे, लेकिन उनकी यह यात्रा बारूदी सुरंग पर चलने जैसी होगी। इस्राइल में गठबंधन सरकार के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू, सरकार में धुर दक्षिणपंथी धड़े के नेता हैं, जिन्होंने राष्ट्र के इतिहास में एक बार सत्ता फिर संभाली है। दूसरी तरफ,भाजपा ने […]
एस. निहाल सिंह नरेंद्र मोदी इस्राइल की यात्रा करने वाले भारत के पहले प्रधानमंत्री होंगे, लेकिन उनकी यह यात्रा बारूदी सुरंग पर चलने जैसी होगी। इस्राइल में गठबंधन सरकार के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू, सरकार में धुर दक्षिणपंथी धड़े के नेता हैं, जिन्होंने राष्ट्र के इतिहास में एक बार सत्ता फिर संभाली है। दूसरी तरफ,भाजपा ने […]
अशोक प्रवृद्ध भारतीय मौसम परम्परानुसार वसन्त के आनन्द, उल्लास और ग्रीष्म की मस्ती भरी धूप के पश्चात जून के अन्तिम सप्ताह अथवा जुलाई के प्रथम सप्ताह तक भारतवर्ष के कृषि प्रधान क्षेत्र में हाल के वर्षों तक वर्षा होने लगती थी और खरीफ की बुआई प्रारम्भ हो जाती थी। इसके बाद नवम्बर एवं दिसम्बर की […]
कलोल भारतीय सैनिक ‘कर्मण्येवाधिकारस्ते मा फलेषु कदाचन’ पर अटूट विश्वास करते हैं। वे कहते हैं और जानते भी हैं कि उन्हें कर्म का अधिकार है, फल का नहीं। वे हमेशा चट्टान की तरह दृढ़ रहते हैं। मगर फिर भी अगर सैनिक को वह न दिया जाए, जिसका कि वह हकदार है, तो मायूसी पैदा होती […]
रवि शंकर जलवायु परिवर्तन को लेकर भारत के लोग बाकी दुनिया खासकर धनी देशों के मुकाबले अधिक सजग और चिंतित हैं। इस मामले में भारतीय अपने पड़ोसी देशों चीन और पाकिस्तान से अधिक जागरूक हैं। इस बात की पुष्टि संयुक्त राष्ट्र जलवायु परिवर्तन फ्रेमवर्क संधि (यूएनएफसीसीसी) की पहल पर हुए एक विश्वव्यापी सर्वेक्षण में हुई […]