आरती शांत डोडा, जम्मू भारत एक सुंदर देश होने के साथ-साथ कई छोटी बड़ी समस्याओं से भी उलझा हुआ है। इन समस्याओं में सबसे अहम सड़कों का नहीं होना है। हालांकि पिछले कुछ दशकों में देश में उन्नत सड़कों का जाल बिछाया गया है। शहर से लेकर गाँव तक सड़कों की हालत बेहतर की गई […]
श्रेणी: आओ कुछ जाने
🌞🌝🌞🌝। लेखक आर्य सागर खारी🖋️ सूर्य 14 लाख किलोमीटर व्यास का हाइड्रोजन व हिलियम गैस का गोला है ।चार अरब से अधिक वर्षों से जल रहा है हमें जीवन देने के लिए। भारी इतना 3 लाख 30 हजार पृथ्वीयो में जितना भार है उतना एक अकेले सूर्य में होता है या यूं कहे 13 लाख […]
सुनीता बापना / कुसुम अग्रवाल भारतीय ग्रंथों में यज्ञों में समिधा के निमित्त पीपल, बरगद और आम के वृक्षों की काष्ठ को पवित्र माना गया है और कहा गया है ये वृक्ष सूर्य की रश्मियों के घर हैं। इनमें पीपल सबसे पवित्र माना जाता है। इसकी सर्वाधिक पूजा होती है क्योंकि इसके जड़ से लेकर […]
बांसवाड़ा, 16 दिसम्बर/बांसवाड़ा शहर के प्राचीनतम वनेश्वर शिवालय के समीप अवस्थित पीताम्बरा आश्रम के विस्तृत परिसर में गायत्री मण्डल द्वारा प्राच्यविद्या संस्कार, साधना एवं प्रशिक्षण के लिए आध्यात्मिक चेतना केन्द्र के अन्तर्गत विभिन्न संरचनाओं का निर्माण किया जाएगा। इसे लेकर व्यापक स्तर पर कार्ययोजना बनाई गई है जिसका क्रियान्वयन शीघ्र ही किया जाएगा। इसके अन्तर्गत […]
॥卐॥┉❀꧁ ॥❍॥ॐ॥❍꧂❀┉॥卐॥ * धर्म में ज्योतिष समाहित है। धार्मिक ज्योतिषी होता है। ज्योतिषी धार्मिक होता है। जहाँ ज्योतिष नहीं, वहाँ धर्म नहीं। जहाँ धर्म नहीं, वहाँ ज्योतिष नहीं। ज्योतिष सिद्धान्त मात्र नहीं है। अपितु वह फलीभूत है। फलित बिना सिद्धान्त व्यर्थ है। जैसे वृक्ष फल के बिना। आम्रादि वृक्षों में यदि मधुर स्वादिष्ट फल न […]
🚩‼️ओ३म्‼️🚩 🔥जन्म क्या है? मृत्यु क्या है ? पुनर्जन्म क्यों होता है ? (१) प्रश्न :- पुनर्जन्म किसको कहते हैं ? उत्तर :- जब जीवात्मा एक शरीर का त्याग करके किसी दूसरे शरीर में जाती है तो इस बार- बार जन्म लेने की क्रिया को पुनर्जन्म कहते हैं । (२) प्रश्न :- पुनर्जन्म क्यों होता […]
* प्रखर राष्ट्रवादी एवं कर्तव्यनिष्ठ राष्ट्र भक्त श्री सागर जी चिंतना के संस्थापक हैं जिसमे प्रबुद्ध नागरिक विभिन्न प्रकार की गोष्ठियों में समसामयिक विषयों पर चर्चा करते हैं और वे समाज की जागरूकता बढ़ाने के लिए कृतसंकल्प है. घृणित राजनीति, धर्मांधता, ओछा व्यक्तित्व और छुद्र मानसिकता से ग्रसित तीन मुस्लिम पक्षों ने मिलकर विशाल राष्ट्र […]
द्रौपदी के पांच पति, प्रचारित झूठ का खण्डन* हमारे धार्मिक ग्रन्थों यथा मनुस्मृति, रामायण, महाभारत में भयानक प्रक्षेपण हुआ है, जिससे उनके महापुरुषों के चरित्र और कथा को भ्रष्ट किया गया । अब बिन्दुवार अध्ययन करें | विवाह के विवाद १) अर्जुन ने द्रौपदी को स्वयंवर में जीता था । उससे विवाह तो स्वयंवर की […]
।।🔥यज्ञ🔥 ।। यज्ञ भगवान का स्वरूप है , यज्ञों के द्वारा ही समस्त मनोकामनाँए पूर्ण होती हैं ‘ ऋणानि त्रीण्यपाकृत ‘ तीन प्रकार के ऋणों मे ‘ देवऋण ‘ से मुक्त होने के लिये तैत्तिरीय उपनिषद स्पष्ट कहता है कि यज्ञों के द्वारा ही ‘ देवऋण ‘ से मुक्ति मिल सकती है । मत्स्यपुराण ( […]
🛕ईश्वर और अल्लाह एक नहीं हैं🛕 [देखें प्रमुख 11 अंतर] (१) ईश्वर सर्वव्यापक (omnipresent) है, जबकि अल्लाह सातवें आसमान पर रहता है. (२) ईश्वर सर्वशक्तिमान (omnipotent) है, वह कार्य करने में किसी की सहायता नहीं लेता, जबकि अल्लाह को फरिश्तों और जिन्नों की सहायता लेनी पडती है. (३) ईश्वर न्यायकारी है, वह जीवों के कर्मानुसार […]