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ऋषि सुनक जैसे लोगों से ज्यादा अपेक्षा पालना ठीक नहीं होगा

योगेंद्र योगी भारतवंशी ऋषि सुनक के ब्रिटेन का प्रधानमंत्री बनने पर भारत को कोई गलतफहमी नहीं पालनी चाहिए। ब्रिटेन और अमेरिका के भारतवंशी राजनेताओं ने संवेदनशील मसलों पर कभी भारत का समर्थन नहीं किया, बल्कि कुछ मौकों पर तो भारत का विरोध इसलिए किया ताकि यह साबित कर सकें कि वे सच्चे ब्रिटिश या अमेरिकी […]

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वैश्विक मंचों पर प्रधानमंत्री की चमक और भारत की धमक

मृत्युंजय दीक्षित भारत ने संयुक्त राष्ट्र व उसके किसी भी मंच पर कभी रूस के विरुद्ध मतदान नहीं किया अपितु ऐसे हर प्रस्ताव के समय अनुपस्थित रहा किन्तु जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की भेंट रूसी राष्ट्रपति पुतिन से हुई तो उन्होंने स्पष्ट रूप से पुतिन से कहा कि यह समय युद्ध का नहीं है। अंतरराष्ट्रीय […]

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भारत से सहयोग की अपेक्षा करते पुतिन

हर्ष वी. पंत पिछले दिनों मॉस्को में रूस की सबसे बड़ी पॉलिटिकल कॉन्फ्रेंस वल्दाई फोरम में व्लादिमीर पुतिन ने काफी समय बाद अलग-अलग मुद्दों पर अपने विचार रखे। उन्होंने रूस की मौजूदा हालत से दुनिया को वाकिफ कराया और संकेत दिया कि आने वाले दिनों में रूस की विदेश नीति और रक्षा नीति किस तरफ […]

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आज विश्व में कई देश भारतीय मूल के नागरिकों को कर रहे हैं उच्च पदों पर आसीन

अभी हाल ही में भारतीय मूल के राजनेता श्री ऋषि सुनक ने ब्रिटेन के प्रधानमंत्री पद की शपथ ली है। इस समाचार से स्वाभाविक रूप से भारतीय समाज में भी खुशी की लहर दौड़ गई। परंतु, ब्रिटेन के अलावा विश्व के अन्य 7 देशों में भी भारतीय मूल के राजनेताओं ने प्रधानमंत्री अथवा राष्ट्रपति का […]

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*ऋषि सुनाक पर फूहड़ बहस*

*डॉ. वेदप्रताप वैदिक* ब्रिटेन में ऋषि सुनाक के प्रधानमंत्री बनने पर भारत में बधाइयों का तांता लगना चाहिए था लेकिन अफसोस है कि हमारे नेताओं के बीच फूहड़ बहस चल पड़ी है। कांग्रेस के दो प्रमुख नेता, जो काफी पढ़े-लिखे और समझदार हैं, उन्होंने बयान दे मारा कि सुनाक जैसे ‘अल्पसंख्यक’ को यदि ब्रिटेन-जैसा कट्टरपंथी […]

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हू जिंताओ के साथ सी जिनपिंग ने जो कुछ किया उसको ही कहते हैं – जैसी करनी वैसी भरनी

उमेश चतुर्वेदी हू जिंताओ के साथ जो हश्र हुआ उसे ही कहते हैं ‘जैसी करनी वैसी भरनी’ राजनीति और इतिहास की दुनिया में एक कहावत बार-बार दोहराई जाती है। कहा जाता है कि इतिहास खुद को दोहराता है। ऐसे में सवाल यह उठता है कि 22 अक्टूबर 2002 की तारीख को हिमालय के दूसरी तरफ, […]

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संसार को भारत के संस्कारों की ताकत को पहचानना होगा

अवधेश कुमार ऋषि सुनक के ब्रिटेन का प्रधानमंत्री बनने से संपूर्ण विश्व के भारतवंशियों में आनंद की अनुभूति स्वाभाविक है। लेकिन ध्यान रखने की बात यह है कि प्रधानमंत्री के रूप में उन्हें अपने देश ब्रिटेन के हित के लिए ही काम करना है। दूसरी बात यह कि उन्हें समर्थन ब्रिटेन के आर्थिक संकट में […]

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ताश में क्‍यों बादशाह-बेगम पर भारी होता है इक्‍का? फ्रांस की क्रांति से है ऐतिहासिक कनेक्‍शन

उगता भारत ब्यूरो प्लेइंग कार्ड्स के इतिहासकार सैमुअल सिंगर के अनुसार, आधुनिक प्‍लेइंग कार्ड्स डेट फ्रांसीसी सामाजिक स्थिति को दर्शाता है । इसमें 4 तरह के कार्ड्स हैं जिसमें हुकुम (spades), रॉयल्टी का, पान (hearts) पादरियों का, ईंट (diamond) व्यापारियों का और चिड़ी (clubs) किसानों और मजदूरों का प्रतीक था। ऑनलाइन गेमिंग की नकली दुनिया […]

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रूस और भारत की दोस्ती ने एक बार फिर दिया अपनी संजीदगी का सबूत

यह हुई ना दोस्ती वाली बात उगता भारत ब्यूरो रूस ने भी जम्मू-कश्मीर, लद्धाख और अरुणाचल प्रदेश को भारत का अभिन्न हिस्सा माना है। रूसी सरकार द्वारा जारी किए गए एससीओ सदस्य देशों के नक्शे ने यह साबित कर दिखाया है। रूसी समचारा एजेंसी स्पुतनिक के मुताबिक, जारी किए गए नक्शे में पाकिस्तान के कब्जे […]

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पाकिस्तान की ओर दोस्ती का हाथ बढ़ाता दक्षिण कोरिया और अमेरिका की राजनीति

प्रियेश मिश्र पाकिस्तान और दक्षिण कोरिया रक्षा सहयोग बढ़ाने जा रहे हैं। दोनों देशों के बीच चंद दिनों पहले ही इसे लेकर एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर हुए हैं। पाकिस्तान के कारण ही दक्षिण कोरिया को हमेशा अपने अस्तित्व की चिंता सताती रहती है। दरअसल, पाकिस्तान के वैज्ञानिक अब्दुल कादिर खान ने ही दक्षिण कोरिया […]

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