आप 12वीं पास करने के फौरनबाद नेशनल डिफेंस एकेडमी में आवेदन कर सकते हैं। इसकी परीक्षा पब्लिक सर्विस कमीशन (यूपीएससी) अप्रैल और अक्तूबर के दौरान आयोजित करता है। पुरुष परमानेंट कमीशन के लिए आवेदन कर सकते हैं जबकि शॉर्ट सर्विस कमीशन के लिए पुरुष और महिलाएं, दोनों आवेदन कर सकते हैं। परमानेंट कमीशन के लिए […]
श्रेणी: प्रमुख समाचार/संपादकीय
कहते हैं विज्ञान के आगे कुछ भी असम्भव नहीं है। भारत समेत पांच देशो के वैज्ञानिकों ने मिलकर भाषा की दीवार तोड़ दी है। वैज्ञानिकों ने ऐसा सिस्टम तैयार किया है, जिसकी मदद से अंग्रेजी समेत अन्य किसी भाषा में बोला गया वाक्य तत्काल आपकी मनचाही भाषा में अनुवादित होकर सुनाई पड़ेगा। “एशियन लैग्वेंज स्पीच […]
बढ़ती आबादी से जूझ रहे भारत जैसे देश में ब्रिटेन से आकर बसने और भारतीय स्वाधीनता संग्राम में भारतीयों के कंधो से कंधा मिलाकर चलने वाली वाली एनी बेसेंट को अपने देश में जन्म नियंत्रण के बारे में पर्चे बांटने के कारण मुकदमे का सामना करना पड़ा था। यह एनी बेसेंट ही थीं जिन्होंने हिन्दू […]
विलय पर विवाद क्यों? (जम्मू कश्मीर विलय दिवस 26 अक्टूबर) नेहरू जी और गांधी जी की अदूरदर्शी नीतियों से रियासत का विलय अभी तक विवादास्पद बना हुआ है जबकि रियासत के आधे भाग पर पाकिस्तान और चीन ने अवैध कब्जा कर रखा है। नेहरू जी व गांधी जी की यह महान गलती थी कि ये […]
प्रो. डी.सी. सारण भारतीय समाज की ये विसंगतियां और खुली धांधली किसान के शिक्षित, जागृत और संगठित होने के साथ ही समाप्त होने वाली है। गांव और किसान के शोषण की व्यथा-कथाओं से इतिहस भरा पड़ा है। किसान शक्ति का योजनाबद्ध विभाजन और उसके आर्थिक स्रोतों को चूसने का सिलसिला अंग्रेजों ने शुरू किया था। […]
डा. ब्रह्मदेव शिक्षा व्यवस्था में हैं खामियां जो माता पिता अपने बच्चों पर ध्यान नहीं देते वे बच्चे घर पर टीवी, वीडियो आदि के रोग ग्रस्त हो जाते हैं। जो नहीं देखा सुना जाना चाहिए वह सब उसके माध्यम से अबोध बालक जानने लगता है। जिससे पढ़ाई में विशेष ध्यान नहीं दे पाते और उसी […]
अनिल परासर गतांक से आगे : हर कोई दूसरे की तरफ अगुवाई के लिए देख रहा था तथा हमलावरों पर कोई नियंत्रण नहीं रहा। राष्ट्रसंघ अगले युद्ध को रोकने में असमर्थ एक लाचार संस्था साबित हुआ। नाजियों के द्वारा प्रायोजित नस्ल की सर्वोच्चता का झूठा सिद्धांत तथा खून की प्यासी दो अन्य शक्तियों की धनलिप्ता […]
दादरी। अखिल भारतीय मानवाधिकार निगरानी समिति के राष्ट्रीय अध्यक्ष संतोष कुमार अग्रवाल का कहना है कि ‘उगता-भारत’ पत्र अपने नाम के अनुरूप कार्य कर रहा है। उज्ज्वल भविष्य के संकल्पबद्ध समाचार पत्र के लेख मैं नियमित रूप से पढ़ता हूं जिससे मुझे यह कहने में कोई संकोच नहीं है कि इस पत्र के द्वारा राष्ट्र […]
प्रो. विजेन्द्र सिंह आर्य गतांक से आगे : जातिवाद के प्रति आपके लगाव ने आपको आपके न्यायपथ से भटका दिया। दूसरा आकर्षण आपके लिए यह था कि आपके, आपकी जाति के लोग भी आपसे यही अपेक्षा करते हैं कि आप अपना निर्णय अपने व्यक्ति के हित में ही देंगे। यदि आप ऐसा करेंगे तो ये […]
डा कपिल देव द्विवेदी गतांक से आगे -साधना के विघ्नः साधना एक लम्बी प्रक्रिया है। इसमें कुछ मास ही नहीं, अपितु कई वर्ष भी लग जाते हैं। अतः साधक को बड़े धैर्य से काम करना होता है। प्रत्येक कार्य में विघ्न आते हैं, उसी प्रकार साधना में भी अनेक विघ्न आते हैं। उनको पार करना […]