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आर्थिकी/व्यापार

आर्थिक प्रगति आँकने के पैमाने में नागरिकों की प्रसन्नता को भी आँकना चाहिए

आज विश्व के कई विकसित देशों में मानसिक रोग से पीड़ित व्यक्तियों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। ऐसा संभवत: इन देशों द्वारा आर्थिक प्रगति हेतु अपनाए गये पूँजीवादी मॉडल के कारण हो रहा है। हर व्यक्ति को केवल अपनी चिंता है और केवल “कमाने वाला खाएगा” के सिद्धांत पर ही इन देशों की […]

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संपादकीय

आरक्षण नही:आर्थिक विकास

देश के शिक्षण संस्थानों में पिछड़ा वर्ग के आरक्षण के सरकारी प्रस्ताव के विरोध में अपना आंदोलन तेज करते हुए मेडिकल व इंजीनियरिंग छात्रों ने कुछ दिनों पूर्व सारे राष्ट्र का ध्यान अपनी ओर आकृष्ट किया था। आज फिर आरक्षण का विरोध हो रहा है। वैसे आरक्षण का विरोध देश में पहली बार नही हो […]

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राजनीति

विश्व को आर्थिक वृद्धि बढ़ाने के लिए अतिरिक्त कंधों की जरूरत:जेटली

न्यूयार्क। विश्व को आर्थिक वृद्धि बढ़ाने के लिए चीन के अलावा कुछ अतिरिक्त कंधों की जरूरत है और यह भारत के लिए मौका है। यह बात वित्त मंत्री अरण जेटली ने कही। कोलंबिया विश्वविद्यालय में सोमवार को यहां छात्रों और अध्यापकों को संबोधित करते हुए जेटली ने कहा कि भारत में आकांक्षाएं बढ़ाने की क्रांति […]

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राजनीति

आर्थिक संसाधनों पर पहला हक किसका?

यज्ञोपरांत हम शांति पाठ करते हैं। जिसमें प्रार्थना की जाती है कि जिस प्रकार द्यौ, अंतरिक्ष, पृथ्वी, जल, औषधियों, औषधियों, वनस्पतियों विश्व, ब्रह्म, स्वयं शांति में शांति व्याप्त है, उसी शांति को मुझे भी प्रदान कर। वस्तुत: शांति एक व्यवस्था का नाम है जिसके अंतर्गत द्यौ आदि से लेकर वनस्पति पर्यन्त सभी अपने-अपने नियमों से […]

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