Categories
संपूर्ण भारत कभी गुलाम नही रहा

बलबन के काल में हिन्दू राजाओं ने अपनायी आपराधिक तटस्थता

युवा जुड़ें अपने गौरवपूर्ण अतीत के साथ मैं अपने सुबुद्घ पाठकों से विनम्र अनुरोध करूंगा कि वे ‘इतिहास बोध’ के लिए अपने अतीत के साथ दृढ़ता से जुडऩे का संकल्प लें। क्योंकि अपने अतीत के गौरव को आप जितना ही आज में पकडक़र खड़े होंगे, आपका आगत (भविष्य) भी उतना ही गौरवमय और उज्ज्वल बनेगा। […]

Categories
संपूर्ण भारत कभी गुलाम नही रहा

रणथम्भौर का हिन्दूवीर शासक नाहर देव (जैत्रसिंह)

ऋषिजीवन की एकघटना: महर्षि दयानंद सरस्वती के जीवन की एक घटना है। महर्षि हरिद्वार के कुम्भ मेले में एक स्थान पर टिके हुए थे। उनके पास कुछ लोग बैठे थे, जिनमें से दो चार मुसलमान भी थे। उन लोगों का परस्पर वार्तालाप हो रहा था। तब एक मुसलमान ने किसी हिंदू से कहा कि तुम […]

Categories
महत्वपूर्ण लेख

हिन्दू तत्व जागरण अभियान

जय दूधेश्वर महादेव *** हिन्दू तत्व जागरण अभियान *** *** रामकृष्ण परमहंस पुण्यतिथि 16/8/2014 *** कोलकाता भारत रामकृष्ण परमहंस भारत के एक महान संत एवं विचारकथे। इन्होंने सभी धर्मों की एकता पर जोर दिया।उन्हें बचपन से ही विश्वास था कि ईश्वर के दर्शनहो सकते हैं अतः ईश्वर की प्राप्ति के लिए उन्होंनेकठोर साधना और भक्ति […]

Categories
राजनीति

राजनीति का हिन्दूकरण और हिन्दुओं का सैनिकीकरण

प्रस्तुति पं. बाबा नंदकिशोार मिश्र हिंदू महासभा 1939 में ही स्वातंन्त्रय वीर सावरकर द्वारा दिये गये एक सुस्पष्ट आहवान का पुन: उद्घोष करती है कि राजनीति का हिंदूकरण और हिंदुओं का सैनिकीकरण किया जाए। यद्यपि हिंदू महासभा के उपरोक्त आदर्श का प्रारंभ में कांग्रेस ने उपहास किया था किंतु 1962 ई. में उसके सामने भी […]

Categories
राजनीति

मुस्लिम मतों के बल पर हिन्दू विरोध की राजनीति का औचित्य

 देश में मुस्लिमों की तेरह-चौदह प्रतिशत आबादी के मद्देनजर अभी हाल में संपन्न हुए चुनावों में लोकसभा में पहुंचे कुल 24 मुस्लिम सांसदों की संख्या पर कई लोगों ने सवालिया निशान उठाया है। इनका मानना है कि तेरह-चौदह प्रतिशत की आबादी वाले समुदाय के लिए इतनी सीटों का होना चिंता का विषय है, जबकि आबादी […]

Exit mobile version