अगर आप खाना खाने के बाद दांतों की साफाई ठीक ढंग से नहीं करते हैं तो आपको पायरिया जैसी घातक बीमारी होने की संभावना हो सकती है। मुंह से गंदी बदबू आना, दांतों में दर्द और मसूड़ों में सूजन और खून आना पायरिया के लक्षण हो सकते हैं। अगर पायरिया को रोका ना गया तो […]
Month: May 2015
शीत ऋतु (सर्दी) की अपेक्षा गर्मी के मौसम में पाचक आग्न मंद पड़ जाती है। खान-पान में जरा सी असावधानी होने पर कई भयंकर व्याधियों (बीमारियों) से इंसान घिर जाता है। यदि आहार-विहार मौसम के अनुसार करें तो अपने शरीर और स्वास्थ्य की रक्षा कर सकता है। प्रस्तुत है ग्रीष्म ऋतु में खान-पान कैसा हो […]
बीबीसी स्थापना के 75 वर्ष पूरे
तनवीर जाफरी बीबीसी अर्थात, ब्रिटिश ब्रॉडकास्टिंग कॉरपोरेशन अपनी हिंदी सेवा के स्थापना के 75 वर्ष पूरे कर चुका है। बीबीसी परिवार से जुड़े सभी लोग मीडिया का सिरमौर समझे जाने वाले इस विश्व के सबसे प्रमुख एवं विश्वसनीय मीडिया हाऊस की स्थापना पर स्वयं को गौरवान्वित महसूस कर रहे हैं। हालांकि जनवरी 2011 में बीबीसी […]
पुण्य प्रसून बाजपेयी पहली बार संघ और सरकार के भीतर यह आवाज गूंजने लगी है कि जनवरी 2016 के बाद बीजेपी का अध्यक्ष कौन होगा। और यह सवाल मौजूदा बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह की सफलता या असफलता से हटकर प्रधानमंत्री मोदी को ज्यादा मजबूत बनाने की दिशा में उठे हैं। चूंकि अमित शाह को राजनाथ […]
अजा-अजजा आरक्षण स्थायी व्यवस्था
डॉ. पुरुषोत्तम मीणा ‘निरंकुश’ अजा-अजजा को सरकारी शिक्षण संस्थानों और नौकरियों में मिला आरक्षण संविधान की स्थायी व्यवस्था, जबकि राजनेता और सरकार जनता को करते रहे-भ्रमित कुछ दुराग्रही लोग आरक्षण को समानता के अधिकार का हनन बतलाकर समाज के मध्य अकारण ही वैमनस्यता का वातावरण निर्मित करते रहते हैं। वास्तव में ऐसे लोगों की सही […]
विकास की अंधी दौड से, प्रकृति का नाश संभव
ओम प्रकाश प्रकृति के अवरोध कुछ तत्वों के अपनी मौलिक अवस्था में न रहने और विकृत हो जाने से प्रकट होता है। इन तत्वों में प्रमुख हैं जल, वायु, मिट्टी आदि है। पर्यावरणीय समस्याओं से मनुष्य और अन्य जीवधारियों को अपना सामान्य जीवन जीने में कठिनाई होनी है और कई बार जीवन-मरण का सवाल पैदा […]
मनमोहन सिंह पर आरोप
दूरसंचार संस्था ‘ट्राय’ के पूर्व अध्यक्ष प्रदीप बैजल ने अपनी किताब में भयंकर रहस्योद्घाटन कर दिया है। उन्होंने जो कुछ लिखा है, यदि वह सत्य है और उसको प्रमाणित किया जा सके तो यह पूर्व प्रधानमन्त्री डॉ. मनमोहन सिंह और सी.बी.आई की सारी प्रतिष्ठा को धूल में मिला देगा। बैजल ने अपनी पुस्तक “ द […]
हिंदी विश्व की समृद्घतम संस्कृत भाषा की उत्तराधिकारिणी है। इसके एक-एक अक्षर का वैज्ञानिक अर्थ है। एक-एक शब्द कुछ ऐसा अर्थ रखता है जिसमें झलकती है-आत्मीयता और टपकता है-स्नेह रस। आज हम कुछ ऐसे शब्दों पर चर्चा करते हैं जो दिखाते हैं हमारे संबंधों को और जिनके कारण हम बंध जाते हैं प्रेम की डोर […]
आचार्य बालकृष्ण कच्चे आम का पन्ना गर्मियों में सर्वाधिक पसंद किया जाने वाला पारम्परिक भारतीय पेय है | गर्मियों में शरीर के तापमान को स्थिर रखने तथा लू से बचने में कच्चे आम का पन्ना बहुत सहायक होता है | आइए आज हम आपको इस प्राचीन तथा पारम्परिक पेय को बनाने की विधि से अवगत […]
-डॉ. भूपेन्द्र सिंह गर्गवंशी समीक्षक का काम टिप्पणी करना होता है। उसकी समझ से वह जो भी कर रहा है, ठीक ही है। मैं यह कत्तई नहीं मान सकता, क्योंकि टिप्पणियाँ कई तरह की होती हैं। कुछेक लोग उसे पसन्द करते हैं, बहुतेरे नकार देते हैं। पसन्द और नापसन्द करना यह समीक्षकों की टिप्पणियाँ […]