दानिश सिद्दीकी की हत्या अफगानिस्तान के अंदर पाकिस्तान से सटे एक इलाके में क्रॉस फायरिंग में हुई है… इस हत्या में संघ या फिर किसी हिंदूवादी संगठन का कोई रोल नहीं है… लेकिन दानिश सिद्दीकी की मौत का गुस्सा सेकुलर और कम्युनिस्ट हिंदूवादी संगठनों पर उतार रहे हैं… हिंदुत्व की तुलना तालिबान से की जा […]
लेखक: उगता भारत ब्यूरो
बांग्लादेश। यह नाम स्मरण होते ही भारत के पूर्व में एक बड़े भूखंड का नाम स्मरण हो उठता है। जो कभी हमारे देश का ही भाग था। जहाँ कभी बंकिम के ओजस्वी आनंद मठ, कभी टैगोर की हृद्यम्य कवितायेँ, कभी अरविन्द का दर्शन, कभी वीर सुभाष की क्रांति ज्वलित होती थी। आज बंगाल प्रदेश एक […]
🙏बुरा मानो या भला🙏 —मनोज चतुर्वेदी “शास्त्री” 11 जुलाई 2018 को कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने देश के कुछ प्रमुख मुस्लिम बुद्धिजीवियों के साथ बैठक में मुसलमानों से जुड़े मुद्दों और देश की वर्तमान राजनीतिक व सामाजिक स्थिति पर चर्चा की थी. राहुल गांधी के साथ इस संवाद बैठक में इतिहासकार इरफान हबीब, सामाजिक […]
अजय कुमार उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार को ओडिशा की नवीन पटनायक सरकार से सबक लेना चाहिए जिन्होंने जब पुरी में भगवान जगन्नाथ की वार्षिक रथयात्रा निकाली गई तो शहर में कर्फ्यू लगा दिया गया ताकि भक्तों की भीड़ को रोका जा सके। कांवड़ यात्रा को लेकर योगी सरकार पर सुप्रीम कोर्ट सख्त रवैया […]
श्याम सरन विश्व जनसंख्या दिवस पर भारत के सबसे ज्यादा आबादी वाले राज्य उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री ने अपनी जनसंख्या नीति 2021-30 के मसौदे की घोषणा की है। इसका उद्देश्य राज्य की जन्म दर का सामंजस्य विकास दर से बैठाना है। इस क्रम में जन्म दर वर्ष 2026 तक मौजूदा 2.7 फीसदी से घटाकर पहले […]
अरुण नैथानी दशकों की तपस्या सरीखी मेहनत जब सपनों को साकार करती है तो निस्संदेह खुशी का पारावार नहीं रहता। बीते रविवार जब अरबपति ब्रितानी व्यवसायी रिचर्ड ब्रैनसन के साथ वर्जिन गैलेक्टिक के रॉकेट प्लेन से भारत की बेटी सिरिशा बांदला अंतरिक्ष में पहुंची तो यह उसके बचपन से देखे गये सपने का सच होना […]
नोएडा। प्रसिद्ध इतिहासकार और अभी तक की अपनी 57 पुस्तकों के लेखक डॉ राकेश कुमार आर्य की तीन पुस्तकों – ‘इतिहास पर गांधीवाद की छाया’ , ‘जय भीम जय मीम और बाबासाहेब डॉक्टर अंबेडकर’ और ‘मजहब ही तो सिखाता है आपस में बैर रखना’ – का विमोचन उनके 55 वे जन्मदिवस 17 जुलाई के अवसर […]
विनाशपर्व लेखक:- प्रशांत पोळ हजार – दो हजार वर्ष पहले, जब भारत विश्व व्यापार में सिरमौर था, तब उस व्यापार का एक बड़ा हिस्सा था – कपड़ा उद्योग का. चाहे सूती वस्त्र हो, या रेशम – मलमल का, भारतीयों का डंका सारी दुनिया में बजता था. यूरोप को सूती वस्त्र पहनाएं भारत ने ! उन्हे […]
अवधेश कुमार उत्तर प्रदेश की नयी जनसंख्या नीति पर कई हलकों से आ रही नकारात्मक प्रतिक्रियाएं अनपेक्षित नहीं है। भारत में जनसंख्या नियंत्रण और इससे संबंधित नीति पर जब भी बहस होती है, तस्वीर ऐसी ही उभरती है। हालांकि सलमान खुर्शीद जैसे वरिष्ठ नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री का बयान दुर्भाग्यपूर्ण कहा जाएगा। वे कह […]
उगता भारत ब्यूरो निजी और सरकारी स्कूलों के बीच की खाई इस महामारी के दौर में और गहराई से महसूस की गई। जहां निजी स्कूलों के पास बेहतर सुविधाएं, उपकरण और संसाधनों के अलावा अनुभवी और प्रशिक्षित टीचर हैं वहीं सरकारी स्कूलों में हालात 21वीं सदी के दो दशक बाद भी नहीं सुधर पाए हैं। […]