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इतिहास के पन्नों से

दूरदूरदृष्टा सावरकर जी और भारत की आजादी का आंदोलन ———-इंजीनियर श्याम सुन्दर पोद्दार,महा मन्त्री,वीर सावरकर फ़ाउंडेशन

——————————————— आजकल दूरदर्शन पर डिबेट हो रहे हैं। जिसमें बड़े नामी लोग भाग लेते हैं। उनमें यह ही प्रश्न उठता है कि सावरकर ने जेल से छूटने के बाद कुछ नही किया,जेल में थे तो बार बार माफ़ी माँगते थे , इस प्रकार के बे सिरपैर के आरोप कई ऐसे सिरफिरे वीर सावरकर जी पर […]

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इतिहास के पन्नों से

नेहरू देश के पहले प्रधानमन्त्री कैसे बने ? इंजीनियर श्याम सुन्दर पोद्दार

भारत का जब-जब अगस्त का महीना आता है तब तब कई खट्टी मीठी कड़वी यादें लेकर आता है। 1947 में कांग्रेस के कारण हुए देश विभाजन की याद अभी भी कितने ही लोगों के मस्तिष्क में उमड़ घुमड़ कर पैदा होने लगती है। आज भी कई चेहरे हमारे बीच में ऐसे हैं जिन्होंने विभाजन की […]

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हमारे क्रांतिकारी / महापुरुष

देश के क्रांतिकारी आंदोलन और स्वाधीनता संग्राम के साथ कांग्रेस के नेता नेहरू का छल -इंजिनीयर श्याम सुन्दर पोद्दार

——————————————— भारत के स्वाधीनता आंदोलन के बारे में यह बात अब पूर्णतया सत्य साबित हो चुकी है कि यह एक क्रांतिकारी आंदोलन था और उस क्रांतिकारी आंदोलन से गांधी नेहरू या उनकी कांग्रेस का दूर-दूर तक भी कोई वास्ता सरोकार नहीं था। देश को आजादी मिली तो इसी क्रांतिकारी आंदोलन के कारण मिली थी। यह […]

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हमारे क्रांतिकारी / महापुरुष

क्रांतिकारियों की क्रान्ति भरी हुंकार के परिणाम स्वरूप मिली थी देश को आजादी

——-इंजीनियर श्याम सुन्दर पोद्दार,महामन्त्री,वीर सावरकर फ़ाउंडेशन ——————————————— लन्दन को अपनी क्रांतिकारी गतिविधियों से कँपा देने वाले वीर सावरकर १९३७ में जब लम्बे कारावास से मुक्त हुवे हुए तो राजनीति न करने का उन पर लगाया गया प्रतिबंध भी हटा लिया गया अर्थात अब वे देश की राजनीति में सक्रिय भूमिका निभा सकते थे। तब उन्होंने […]

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इतिहास के पन्नों से

सुभाषवादी सोच से ही देश को मिली थी आजादी

इंजीनियर श्याम सुन्दर पोद्दार,महा मन्त्री, वीर सावरकर फ़ाउंडेशन                         ——————————————— गांधी की दोरंगी नीतियों से वैसे तो इतिहास भरा पड़ा है पर उन्होंने नेताजी सुभाष चंद्र बोस के साथ जिस प्रकार का दुर्भाव पूर्ण बर्ताव किया था वह तो सिर्फ एक राष्ट्रवादी को आज तक अखरता है । उस समय कांग्रेस अध्यक्ष पद के लिए नेताजी […]

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भयानक राजनीतिक षडयंत्र

व्यर्थ में ही गांधी का महिमामंडन करके कैसे बनाया गया उन्हें महान ?

-इंजीनियर श्याम सुन्दर पोद्दार, महामन्त्री, वीर सावरकर फ़ाउंडेशन                             ——————————————— कुछ लोग अपने परिश्रम से महानता के सिंहासन पर विराजमान हो जाते हैं, तो कुछ  पर महानता जबरदस्ती थोप दी जाती है। यदि भारतीय इतिहास के कथित नायक गांधी पर इस बात को लागू किया जाए तो पता चलता है कि वह महान नहीं थे पर […]

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भयानक राजनीतिक षडयंत्र

गाँधी की मूर्खता के चलते बना था पाकिस्तान

– इंजीनियर श्याम सुन्दर पोद्दार, महामन्त्री वीर सावरकर फ़ाउंडेशन                                          ——————————————— गांधी समकालीन इतिहास का एक कौतूहल हैं। इसे उनके प्रारब्ध का ही कोई खेल समझा जाएगा कि देश के लिए उन्होंने जितना ही कुछ नकारात्मक किया उतना ही उन्हें सकारात्मक समझकर इतिहास में स्थान दिया गया । उनके जीवन की ऐसी बहुत कम उपलब्धियां हैं […]

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आतंकवाद

राष्ट्र विरोध और मुस्लिम सांप्रदायिकता की लड़ाई लड़ना वामपंथियों का सर्वहारावाद

——— इंजीनियर श्याम सुन्दर पोद्दार, महामन्त्री,वीर सावरकर फ़ाउंडेशन                                        ——————————————— भारत विरोध करना भारत के वामपंथियों की पहली पसंद है। कांग्रेस और इनके ठगबंधन ने देश को जितनी हानि पहुंचाई है उतनी किसी अन्य ने नहीं । कहने के लिए यह दोनों अलग अलग राजनीतिक विचारधाराओं का प्रतिनिधित्व करते हैं, परंतु सच्चाई यह है कि भारत […]

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भयानक राजनीतिक षडयंत्र

देश के दुश्मन इतिहासकारों का कमाल : पढ़ाया जाता रहा है भारत में हिंदू विरोधी इतिहास ?

-इंजीनियर श्याम सुन्दर पोद्दार,वीर सावरकर फ़ाउंडेशन                             ——————————————— स्वाधीनता के बाद भारत का इतिहास भारत के उन दुश्मनों ने लिखा जो भारतीयता, हिंदी और हिंदुत्व से घृणा करते थे। उन्होंने मुगलों को हिंदुस्तान के लिए एक वरदान सिद्ध करने के लिए एड़ी चोटी का जोर लगा दिया। यह दुर्भाग्यपूर्ण रहा कि देश के पहले प्रधानमंत्री नेहरू […]

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इतिहास के पन्नों से

नेहरू का झूठ व एटली का सच ———

इंजीनियर श्याम सुन्दर पोद्दार, महामन्त्री, वीर सावरकर फ़ाउंडेशन       ——————————————— १९४५ के केंद्रीय धारा सभा के चुनाव में कांग्रेस के बहुमत पाने के बाद १९४६ की 2 सितंबर को नेहरू ने मुस्लिम लीग के सहयोग से भारत के प्रधानमंत्री की शपथ ली। फिर १९४७ में जिन्ना के साथ भारत के विभाजन के काग़ज़ातों पर हस्ताक्षर कर […]

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