सावरकर जयंती पर संभल में जिला स्तरीय विचार गोष्ठी हुई संपन्न

संभल । ( विशेष संवाददाता ) यहां स्थित टीकम सिंह आर्य आदर्श विद्यालय भीकमपुर जैनी जिला संभल में वीर सावरकर की जयंती पर एक भव्य विचार गोष्ठी का आयोजन किया गया। मुख्य अतिथि के रूप में इस विचार गोष्ठी में अपने विचार व्यक्त करते हुए पूर्व सांसद , सदस्य विधान परिषद एवं भाजपा प्रदेश उपाध्यक्ष श्री सत्यपाल सैनी ने कहा कि यह हमारे लिए बहुत ही गर्व और गौरव का विषय है कि आज देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी वीर सावरकर जी की जयंती के अवसर पर नए संसद भवन को राष्ट्र को समर्पित कर एक नया इतिहास लिख रहे हैं। उन्होंने कहा कि देश को आजादी दिलाने में वीर सावरकर जी जैसे क्रांतिकारियों का विशेष योगदान रहा है। जिन्होंने भारत और भारतीयता के लिए समर्पित होकर कार्य किया। उन्होंने गौरव बोध को जगाने का काम करते हुए 1857 की क्रांति को देश का पहला स्वाधीनता संग्राम घोषित किया। उनके आवाहन पर बड़ी संख्या में क्रांतिकारियों ने अंग्रेजों के विरुद्ध क्रांतिकारी आंदोलन में कूद कर देश को आजाद कराने में अपनी अग्रणी भूमिका निभाई। श्री सत्यपाल सैनी ने मोदी सरकार की अनेक उपलब्धियों को गिना कर देश उपस्थित लोगों का आह्वान किया कि वे देश को आगे बढ़ाने के लिए मोदी जी के हाथ मजबूत करें।


भारत को समझो अभियान समिति के राष्ट्रीय प्रणेता डॉ राकेश कुमार आर्य ने इस अवसर पर कहा कि जिन लोगों ने देश के राष्ट्रपतियों के साथ पहले दिन से अपमानजनक व्यवहार किया आज वे नैतिकता का पाठ पढ़ाते हुए दिखाई दे रहे हैं, जब देश के नए संसद भवन के होने वाले उद्घाटन कार्यक्रम से अपने आप को अनुपस्थित रख रहे हैं।
डॉ आर्य ने कहा कि पंडित जवाहरलाल नेहरू ने देश के पहले राष्ट्रपति डॉ राजेंद्र प्रसाद देश का राष्ट्रपति बनने से रोकने का हर संभव प्रयास किया था। इसके पश्चात हिंदू कोड बिल पर उनसे जबरन हस्ताक्षर करवाए थे। भारत की अस्मिता के प्रतीक
सोमनाथ के मंदिर का शिलान्यास और उसके पश्चात उद्घाटन करने से भी उन्हें रोकने का प्रयास किया गया था, इसके पश्चात डॉ राजेंद्र प्रसाद को सेवानिवृत्ति के पश्चात उनको अस्थमा जैसी बीमारी से पीड़ित होने के उपरांत दिल्ली से पटना भेज दिया गया था। जहां उनके पास अपना कोई निजी आवास नहीं था। इसलिए उन्हें सदाकत आश्रम में एक सीलन भरे कक्ष में रहने के लिए मजबूर किया गया था। उन्हें जल्दी मरने देने के लिए परिवेश सृजित करने के दृष्टिकोण से प्रेरित होकर अस्थमा की चेकिंग करने वाली मशीन को भी पटना से उठाकर दिल्ली मंगा लिया गया था। जयप्रकाश नारायण जी ने डॉ राजेंद्र प्रसाद की हालत को देखकर उनके लिए कुछ रहने योग्य स्थिति बनाई थी। पर वह ज्यादा देर हमारे बीच नहीं रहे। इसके पश्चात उनकी मृत्यु पर भी गंदी राजनीति तत्कालीन प्रधानमंत्री ने खेली थी और किसी भी मंत्री व अधिकारी को उनके अंतिम संस्कार में जाने से रोक दिया था। स्वयं भी राजस्थान जाकर एक कार्यक्रम में भाषण देने लगे थे। वहां के राज्यपाल डॉ संपूर्णानंद ने डॉ राजेंद्र प्रसाद के अंतिम संस्कार में जाने की इच्छा व्यक्त की थी तो उन्हें भी नेहरू ने रोक दिया था। यद्यपि उस समय के राष्ट्रपति राधाकृष्णन ने नेहरू की इच्छा के विपरीत भी राजेंद्र प्रसाद के अंतिम संस्कार में सम्मिलित होने का साहस दिखाया था।
डॉ आर्य ने कहा कि यह कौन नहीं जानता कि वी0वी0 गिरी को रबर स्टांप वाला राष्ट्रपति बनाने और उसके बाद डॉ फखरुद्दीन अली अहमद से जबरन आपातकाल के कागजात पर हस्ताक्षर करवाने और नीलम संजीव रेड्डी को पूर्णतया उपेक्षित करने का काम भी कांग्रेस की प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने ही किया था। इसके पश्चात उनके बेटे राजीव गांधी ने तत्कालीन राष्ट्रपति का ज्ञानी जैल सिंह के पास सरकारी पत्रावलियों को भेजना बंद कर दिया था। इसी दल की नेता सोनिया गांधी ने मणिपुर और छत्तीसगढ़ विधानसभा भवन का उद्घाटन केवल एक सांसद रहते हुए किया। जबकि उस समय उन प्रांतों के राज्यपाल भी कार्य कर रहे थे।
इस अवसर पर डॉ अनामिका यादव चेयरमैन जिला पंचायत संभल , राजेश सिंघल क्षेत्रीय उपाध्यक्ष भाजपा, नीलेश यादव भाजपा नेता ने भी अपने विचार व्यक्त किए। श्री अजीत कुमार उर्फ राजू यादव पूर्व मंत्री एवं विधायक कार्यक्रम की अध्यक्षता की । उन्होंने अपने अध्यक्षीय भाषण में कहा कि देश को मोदी और योगी का नेतृत्व मिलना सौभाग्य की बात है, जिनके हाथ मजबूत करना हम सब के लिए आवश्यक है। विद्यालय के प्रबंधक और कार्यक्रम के आयोजक श्री दयाशंकर आर्य ने उपस्थित लोगों का आभार व्यक्त किया। इस अवसर पर प्रिंसिपल ज्योति बसु आर्य,वेद वसु आर्य, श्री हरेंद्र सिंह आर्य, हिंदूवादी चिंतक श्रीनिवास आर्य , ग्राम प्रधान श्रीमती वीरवती आर्य, श्रीमती रिचा आर्य सहित सैकड़ों संभ्रांत लोग उपस्थित थे।
कार्यक्रम का सफल संचालन प्राचार्य श्री जीवन सिंह आर्य द्वारा किया गया। इस अवसर पर श्री सैनी की विधायक निधि से निर्मित विज्ञान कक्ष, शीतल जल केंद्र का उद्घाटन उनके स्वयं के द्वारा किया गया एवं आरसीसी रोड का उद्घाटन डॉ अनामिका द्वारा किया गया। इसी अवसर पर प्रधानमंत्री श्री मोदी की मन की बात को भी लाइव सुना गया।

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