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इतिहास के पन्नों से

भारत की स्थापत्य कला के बेजोड़ नमूने, भाग 3

बृहदेश्वर मंदिर, तंजौर, तमिलनाडु भारत के इतिहास में चोल राजाओं का विशेष और महत्वपूर्ण स्थान…

उत्तर प्रदेश में मुस्लिमों आक्रान्ताओं द्वारा परिवर्तित किए गए धर्म स्थल

डा. राधेश्याम द्विवेदी (यह सूची एक विद्धान श्री सीताराम गोयल की एक प्रारम्भिक रिपोर्ट “LIST…

भारत की स्थापत्य कला के बेजोड़ नमूने, भाग 1

क़ुतुबमीनार : हिंदू स्थापत्य कला का बेजोड़ नमूना 1974 में ‘वराह मिहिर स्मृति ग्रंथ’ के…

होली खेल गये हुलियारे लेखक = स्वामी भीष्म जी महाराज

होली खेल गए हुलियारे। ऐसी होली खेली जगत में बजा वेद का ढोल गए।। सोतों…

राम मंदिर का इतिहास और विदेशी आक्रांता

भारत के वैदिक ऋषियों ने प्राचीन काल में ही मनुष्य को रहने सहने की सभ्यता…

हमारे क्रांतिकारी / महापुरुष

तर्क तुला पर स्वामी दयानंद के सिद्धांत

ओ३म् “ऋषि दयानन्द ने आर्यसमाज की स्थापना लुप्तप्रायः वैदिकधर्म और संस्कृति की रक्षा के लिये की थी”

रघुपति सहाय फिराक गोरखपुरी

लेखराम ने हाल सुना तो बड़ा रहम सा आता है ।

ऋषि की मथुरा जन्म-शताब्दी का ऐतिहासिक भाषण श्री पं० चमूपति जी का व्याख्यान