Categories
समाज

ओ३म् “वेदसम्मत गृहाश्रम का निर्वाह ही दम्पति के जीवन की सफलता है”

============ युवक व युवतियों के वैदिक विधि से विवाह होने से पति व पत्नी गृहस्थी कहलाते हैं। विवाह के बाद का जीवन गृहस्थ जीवन तथा इसे ही गृहाश्रम भी कहते हैं। गृहस्थाश्रम पर लोगों के तरह तरह के विचार हैं। कोई गृहाश्रम को अच्छा मानता है और ऐसे भी लोग हैं जो इस आश्रम को […]

Categories
समाज

भारत में नारी उत्पीड़न अर्थात पूरी व्यवस्था के लिए एक बड़ा प्रश्नचिह्न

प्रियंका सौरभ गाजियाबाद ( ब्यूरो डेस्क ) अगर यह बलात्कार संस्कृति नहीं है, जिसे समाज के समझदार पुरुषों और महिलाओं, संस्थानों और सरकारी अंगों द्वारा समर्थित और बरकरार रखा जाता है, तो यह क्या है? आप सभी कानून, सभी तेज़ अदालतें, यहाँ तक कि मौत की सज़ा भी ला सकते हैं, लेकिन कुछ भी नहीं […]

Categories
समाज

ओ३म् “आर्य-हिन्दू समाज को चुनौतियों पर विजय पाने के लिये समाज सुधार करने सहित संगठित होना होगा”

============ हमें अपने धर्म व संस्कृति की शक्ति व सामथ्र्य का समय समय पर अध्ययन करते रहना चाहिये। हमारे सामने वर्तमान में मुख्य चुनौतियां क्या हैं?, इसका भी हमें ज्ञान होना चाहिये। हमारे धर्म व संस्कृति तथा इसके अनुयायियों के विरुद्ध देश व विश्व स्तर पर कहीं कोई साजिश तो नहीं हो रही है, इसका […]

Categories
समाज

विकास की दौड़ में पीछे छूटते दिव्यांग

शगुन कुमारी पटना, बिहार आज के समय में छोटी से छोटी गलियां, मोहल्ले, गांव और शहर विकसित हो रहे हैं. इसके लिए सरकार की ओर से अनेकों योजनाएं भी चलाई जा रही हैं ताकि इसका लाभ समाज के सभी वर्गों को मिले और सभी नागरिक समान रूप से विकसित भारत का हिस्सा बन सकें. इस […]

Categories
समाज

हैवानियत और बर्बरता का नया उदाहरण यशश्री शिन्दे हत्याकांड*

(मनोज कुमार अग्रवाल -विनायक फीचर्स) देश की आर्थिक राजधानी मुंबई में निर्भया जैसा एक और वीभत्स हत्याकांड सामने आया है ।यह हत्याकांड निर्भया हत्याकांड से भी अधिक दिल दहलाने वाला है क्योंकि इस हत्याकांड के पार्श्व में लवजिहाद है और एक जमानत पर छूटे पॉक्सो के अपराधी ने पीड़िता लड़की की नृशंस हत्या की है। […]

Categories
समाज

अनेक समस्याओं से ग्रस्त हैं पाठशालाएं*

(हरिश्चन्द्र व्यास – विनायक फीचर्स) प्रत्येक राष्ट्र अपनी आवश्यकताओं की पूर्ति में सहायता के लिए शिक्षण संस्थाओं की स्थापना करता है। इन्हीं पाठशालाओं द्वारा समुदाय की समस्याओं का समाधान और उक्त समाधानों की युक्तियां समाज को प्राप्त होती है। भारतीय समाज विशेष रूप से विद्यालयों से आशा करता है कि वे भावी नागरिकों में उच्चादर्शों […]

Categories
समाज

स्वच्छ भारत के नक़्शे में क्यों नज़र नहीं आती स्लम बस्तियां?

ईशा कुमारी पटना, बिहार देश को स्वच्छ बनाने के लिए पिछले कुछ वर्षों से केंद्र के स्तर पर लगातार प्रयास किये जाते रहे हैं. एक ओर जहां स्वच्छ भारत अभियान चलाया जाता है वहीं दूसरी ओर राज्य के साथ साथ शहरी स्तर पर भी स्वच्छता सर्वेक्षण कराये जा रहे हैं. जिसमें देश के सभी राज्यों […]

Categories
समाज

पोषण युक्त आहार से ही बनेगा कुपोषण मुक्त भारत

-ः ललित गर्ग:- संयुक्त राष्ट्र के खाद्य एवं कृषि संगठन (एफएओ) द्वारा भारत सहित पूरे विश्व में भूख, कुपोषण एवं बाल स्वास्थ्य पर समय-समय पर चिंता व्यक्त की गई है। यह चिन्ताजनक स्थिति विश्व का कड़वा सच है लेकिन एक शर्मनाक सच भी है और इस शर्म से उबरना जरूरी है। कुपोषण और भुखमरी से […]

Categories
समाज

अनंत की शादी में समृद्धि का फूहड़ प्रदर्शन

(राकेश अचल-विभूति फीचर्स) धीरूभाई अंबानी के पौत्र अनंत अंबानी की शादी भारत में होने वाली शायद सबसे मंहगी और विशेष शादी है।इस शादी में अनंत के पिता मुकेश अंबानी केवल आसमान के तारे तोड़कर नहीं ला पाए अन्यथा धरती पर जितना कुछ संभव था उन्होंने कर दिखाया। मै अंबानी परिवार से वर्षों से जुड़ा हूं, […]

Categories
समाज

परिवार नियोजन की पहुंच से दूर महिलाओं की स्थिति

मंशा गुर्जर जयपुर, राजस्थान “मेरी शादी 17 साल की उम्र में हो गई थी, फिर एक के बाद एक तीन बच्चे हो गए. अब न मेरी सेहत ठीक रहती है और न बच्चे की. परिवार नियोजन के बारे में सुना था, लेकिन पति ऐसा नहीं करने देते हैं. एक बार उन्हें बिना बताये अस्पताल भी […]

Exit mobile version