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मुद्दा

उत्तर प्रदेश के चुनावी दंगल में एक और सारा विपक्ष तो एक और होगी भाजपा

  अजय कुमार 2022 में होने वाले उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव से पहले आप और कांग्रेस के नेताओं के छोटे से छोटे बयान पर भी भाजपा नेता पूरी गंभीरता के साथ तीखी प्रतिक्रिया देने का कोई मौका नहीं छोड़ते हैं, जबकि सपा और बसपा को अनदेखा किया जाता है। उत्तर प्रदेश में होने वाले पंचायत […]

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मुद्दा

ग्राम प्रधानों का कार्यकाल समाप्त होते ही उत्तर प्रदेश प्रशासन ने संभाली कमान

  अजय कुमार चुनाव कब होंगे यह तो समय ही बताएगा, लेकिन अबकी बार पंचायत चुनाव की तस्वीर काफी बदली हुई नजर आएगी। पंयाचत क्षेत्रों का पुनः परिसीमन हुआ है। वहीं अबकी से योगी सरकार ग्राम प्रधान चुनाव लड़ने के लिए उम्मीदवारों की योग्यता भी निर्धारित करने जा रही है। उत्तर प्रदेश के ग्राम प्रधानों […]

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मुद्दा

खबरों के पीछे बेतहाशा दौड़ती पत्रकारिता

( किसी भी मीडिया संस्थान की पहली खबर से अगर लोगों के चेहरे पर मुस्कान न आये तो वह कैसी पत्रकारिता ? आज देश भर के चैनलों और अख़बारों में खबर जहां जल्दी पहुंचाने पर जोर है, वहीं समाचार में वस्‍तुनिष्‍ठता, निष्पक्षता और सटीकता बनाए रखना भी बेहद जरूरी है। फेसबुक, व्हाट्सएप और ट्विटर जैसे […]

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मुद्दा

जम्मू कश्मीर डीडीसी चुनाव : आखिर जीत किसकी हुई ?

    संतोष पाठक लेकिन क्या वाकई ऐसा है ? क्या वाकई जम्मू-कश्मीर की जनता ने सबको खुश करने के लिए ही वोट किया है ? क्या यह जीत भाजपा की जीत है ? क्या यह फारूख अब्दुल्ला और महबूबा मुफ्ती की जीत है ? क्या यह 370 खत्म करने का विरोध करने वालों की […]

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कृषि जगत मुद्दा

देश के किसान भाइयों से अपील ! देश हित में सच्चाई को पहचानो और आंदोलन स्थगित करके अपने घरों को लौट जाओ

**************************************** मैं आपको एक मनोवैज्ञानिक पराजय के विषय में बताता हूं : आपको याद है वो 24 Dec.1999 का दिन जब काठमांडू से उड़ते ही #IC814 फ्लाइट का आतंकियों ने अपहरण कर लिया था ?विमान में ज्यादातर भारतीय ही थे पर जापान, बेल्जियम, USA, ऑस्ट्रेलिया सहित कई अन्य देशों के नागरिक भी थे,अपहर्ताओं ने 100 […]

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मुद्दा

यहां से वहां तक

  _-राजेश बैरागी-_ मैं स्वदेशी जागरण मंच के राष्ट्रीय सह-संयोजक अश्विनी महाजन के इस विचार से सहमत हूं कि संविदा खेती से संबंधित ‘किसान(सशक्तिकरण एवं संरक्षण) मूल्य आश्वासन और कृषि सेवा समझौता विधेयक,2020′, द्वारा प्रस्तावित विवाद समाधान तंत्र किसानों के लिए बहुत जटिल है।वे कहते हैं,-इसके लिए उपभोक्ता अदालतों की तर्ज पर किसान अदालतों की […]

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मुद्दा विधि-कानून

भारत में अल्पसंख्यक की परिभाषा को देना होगा नया स्वरूप

  रमेश ठाकुर समय की दरकार है कि अल्पसंख्यक अधिकार देने की संज्ञा की दोबारा से व्याख्या की जाए। 18 दिसंबर को 1992 से अल्पसंख्यक अधिकार दिवस के रूप में मनाया जा रहा है। अल्पसंख्यक अधिकार दिवस की घोषणा संयुक्त राष्ट्र द्वारा हुई। हिंदुस्तान में आज अल्पसंख्यक जैसे अधिकार की हक़दार कई जातियां हैं। अगड़ी […]

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मुद्दा राजनीति संपादकीय

मुद्दों को भूल जाना हम भारतीयों का पुराना रोग है

वर्तमान केंद्र सरकार के द्वारा लाए गए किसानों संबंधित कानूनों को लेकर देश के कुछ किसान आंदोलनरत हैं , उन पर आरोप है कि उनमें से अधिकांश यह नहीं जानते कि केंद्र सरकार जो कानून लाई है उसकी विषय वस्तु क्या है ? और वह किस का विरोध कर रहे हैं। वास्तव में मुद्दों के […]

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मुद्दा

हिंदुत्व को नई परिभाषा देने का एक सार्थक प्रयास है यशस्वी भारत

  ललित गर्ग सूरज की एक किरण को देखकर सूरज बनने का सपना संजोने वाला महान होता है। वह और अधिक महान होता है, जो सूरज बनने का सपना देखकर परिपूर्ण सूरज बन जाता है। शताब्दियों के बाद कोई-कोई व्यक्ति ऐसा होता है। वह अपनी रोशनी से एक समूची परंपरा एवं संस्कृति को उद्भासित कर […]

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मुद्दा

कृषि कानूनों का विरोध है या मोदी का विरोध है

  अजय कुमार किसानों को इस बात का भी ध्यान रखना होगा कि वह विपक्ष की भाषा बोलने या उनका मोहरा बनने की बजाए अपने हितों का ध्यान रखें। किसानों को ध्यान रखना होगा कि उनके आंदोलन के चलते आम जनता को कोई परेशानी या उसके मौलिक अधिकारों का हनन न हो। नया कृषि कानून […]

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