मुझे गर्व है कि मैं दुनिया के सबसे विशाल लोकतंत्र में रहता हूं। मुझे अपने राष्ट्र के संविधान पर गर्व है। क्योंकि इसने 120 करोड़ लोगों को जीने का हक दिया है और हमारी न्यायपालिका का अस्तित्व उस वक्त से प्रभावी है जब दुनिया अंर्तकलह और युद्घ में व्यस्त थी।हमारे देश का सर्वोच्च न्यायालय वही […]
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तनवीर जाफऱीफ़तवा जारी करने में महारत रखने वाले तमाम नीम-हकीम मुल्लाओं द्वारा समय-समय पर इस्लाम धर्म के हवाले से ऐसे विवादित फतवे जारी किए जाते रहे हैं जिन्हें सुनकर आम लोग विचलित हो जाया करते हैं। ऐसे ही विवादित फ़तवों में एक है मौलवियों द्वारा समय-समय पर दिया जाने वाला गीत-संगीत विरोधी फतवा। ऐसे फतवे […]
डॉ. मधुसूदन उवाचसंस्कृत न्यायालयीन भाषाशासकीय आदेश संस्कृत मेंक्रय.विक्रय पत्र संस्कृत मेंमंदिरों का प्रबंधन संस्कृत मेंसैंकडों शिलालेख संस्कृत मेंकहां हैं? जानने के लिए कृपया पढिए।कौन बनेगा करोडपति?कौन बनेगा करोडपति में कल्पना कीजिए कि अमिताभ बच्चन जी आप को प्रश्न पूछते हैं कि किस देश की राष्ट्र भाषा थी संस्कृत? तो क्या आप उस का उत्तर जानते […]
सिद्धार्थ मिश्र ‘स्वतंत्र’देखा जाए तो इतिहास के विस्तृत अध्यायों में तारीखें बहुत मायने रखती हैं । यथा भारत में देशभक्ति की बात करने के लिए 15 अगस्त और 26 जनवरी की दो तारीखें मुकर्रर हैं । मजे की बात है वर्ष के शेष दिनों में देश को शर्मसार कर देने वाले लोग भी इन तारीखों […]
चौसठवें गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या पर देश को संबोधित करते हुए राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी ने पिछले साल दिल्ली में घटी दर्दनाक घटना को अपना केन्द्र बनाते हुए देश में महिलाओं की सुरक्षा और सम्मान को अपने संबोधन के मूल में रखा। राष्ट्रपति जी ने राष्ट्र को दिये अपने संबोधन में कहा है कि देश […]
नोएडा। यहां ग्राम भंगेल में स्थित गुरू एसएमजी पब्लिक स्कूल में गणतंत्र दिवस बड़ी धूमधाम से मनाया गया। इस अवसर पर हिंदू महासभा के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश आर्य के द्वारा झंडा रोहण किया गया। जबकि विद्यालय के छात्र छात्राओं ने रंगारंग कार्यक्रम पेश कर सबका मन मोह लिया। इस अवसर पर श्री आर्य ने कहा […]
डॉ. दीपक आचार्यसत्य जीवन का सर्वोपरि कारक है जिसका आश्रय ग्रहण कर लिए जाने पर धर्म और सत्य हमारे जीवन के लिए संरक्षक और मार्गदर्शक की भूमिका में आ जाते हैं और पूरी जिन्दगी इसका सकारात्मक प्रभाव हमारे प्रत्येक कर्म पर तो पड़ता ही है, हमारा समूचा आभामण्डल ही प्रभावोत्पादक और शुभ्र परिवेश का निर्माण […]
डॉ. दीपक आचार्यलोग मुख्य रूप से दो प्रकार के होते हैं। अन्तर्मुखी और बहिर्मुखी।बहिर्मुखी लोगों के दिल और दिमाग की खिड़कियाँ बाहर की ओर खुली रहती हैं जबकि अन्तर्मुखी प्रवृत्ति वाले लोगों के मन-मस्तिष्क की खिड़कियां और दरवाजे अन्दर की ओर खुले रहते हैं। आम तौर पर अन्तर्मुखी लोगों को रहस्यमयी और अनुदार समझा जाता […]
रचियता-वेदप्रकाश शास्त्री (पावका न: सरस्वती)अज्ञानतिमिर-विनाशिनी, सदा जगत प्रकाशिनी।जीवन-प्रदायिनी ऊर्जास्वती। पावका न: सरस्वती।। । 1।सरस्वती अर्थात वेदवाणी (वेदविद्या) हमें पवित्र करें। अज्ञानांधकार का नाश करने वाली, समस्त संसार को सदा ही ज्ञान के आलोक से आलोकित करने वाली, शक्ति एवं उत्साह से युक्त, जीवन प्रदान करने वाली वेदवाणी हमें पवित्र करे।स्वस्तिपथ-प्रदर्शिका, सदैव लोकहित-साधिका।सद्ज्ञान-पूरिता तेजस्वती। पावका न: […]
डॉ. आशीष वशिष्ठदीपावली से एक दिन पूर्व महाराष्ट्र में पुलिस की गोलीबारी में दो किसानों की मौत ने दीवाली को बेरौनक कर दिया। अपनी मांगों को मनवाने के लिए अहिंसक प्रदर्शन कर रहे किसानों पर गोलीबारी करना कृषि प्रधान और लोकतांत्रिक राष्ट्र के लिए शर्म की बात है। पुलिस की गोली से किसानों की मौत […]