डॉ. मधुसूदन (एक) प्रवेश और लाभ: इस पद्धति में, देवनागरी लिपि सीखना आवश्यक नहीं। सफलता भी तुरंत प्राप्त होती है। अनपढ भी हिन्दी बोलना सीख सकता है।यदि, बडी मात्रा में संसाधन लगाकर हिन्दी वार्तालाप तमिलनाडु में फैलाया जाए, तो,हिन्दी के लिए अनुकूल जनमानस बनाने में भी यह पद्धति सफल हो सकती है।तीर्थ स्थानों के मार्ग […]
श्रेणी: महत्वपूर्ण लेख
डॉ. मधुसूदन (एक) संकीर्ण दृष्टि का दोष: हम चाहते हैं; कि, राष्ट्र की प्रत्येक समस्या के समाधान में, हमारी इकाई को, हमारे प्रदेश को, हमारी भाषा को, लाभ पहुंचे। और जब ऐसा होता हुआ, नहीं दिखता, तो हम समस्या को हल करने में योगदान देने के बदले, समस्या के जिस गोवर्धन पर्वत को उठाना होता […]
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मेरी अरथी को कोई कंधा भी न दे प्रो. राजेन्द्र जिज्ञासु लाला लाजपतराय के बलिदान के पश्चात पंजाब कांग्रेस के पास कोई ऐसा नेता नही था जो उनका स्थान ले सके। पंजाब कांग्रेस के बड़े-बड़े नेताओं का एक शिष्ट मंडल देवता स्वरूप भाई परमानंद जी के पास गया और उनसे विनम्र प्रार्थना की कि आप […]
ध्रुव सहानी द्वारा लिखित ….आनंद गुप्ता द्वारा अग्रेषित 18 लाख करोड़ का है इस बार का बजट ! वैसे तो 1794892 (17 लाख 94 हजार 892) करोड़ का हैलेकिन हम मोटा-मोटा 18 लाख करोड़ मान लेते है लेकिन ये बजट होता क्या है ?? आखिर क्या अर्थ है इस 18 लाख करोड़ रूपये का ?? […]
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आज सारा देश कश्मीर में बाढ से चिंतित है व मानवता की दुहाई देकर दिल खोलकर सहायता कर रहा है । प्राक्रतिक आपदा है इसलिए प्राथमिकता पर सब हो रहा हैं और होना भी चाहिये। परन्तु मै कहना चाहता हु कि 25 साल से जो मूल कश्मीरी समाज था उसको जब वहा से जेहाद के […]
श्री निवास एडवोकेट केन्द्रीय कृषि मंत्री श्री राधा मोहन सिंह का कहना है कि गाय हमारी सांस्कृतिक धरोहर है, भारत जैसे कृषि प्रधानदेश में गौमाता का महत्व प्राचीन काल से ही रहा है। क्योंकि गाय हमारी अर्थव्यवस्था का आधार रही है। श्री सिंह ने अखिल भारत हिंदू महासभा के कार्यकारी राष्ट्रीय अध्यक्ष पं. बाबा नंदकिशोर […]
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मनमोहन कुमार आर्य 10 मई सन् 1971 को विज्ञान परिषद्, प्रयाग के प्रांगण में स्वामी ब्रह्मानन्द दण्डी जी से आपने संन्यास की दीक्षा ली। आर्य जगत के लब्ध प्रतिष्ठित शोध विद्वान व हमारे प्रेरणास्रोत प्रा. राजेन्द्र जिज्ञासु सपरिवार इस संन्यास-संस्कार में सम्मिलित हुए थे। इस घटना के विषय में प्रा. जिज्ञासुजी ने लिखा है कि […]