राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने काफी पते की बात कह डाली है। उन्होंने सत्तारुढ़ और विपक्षी दलों, सबको आईना दिखा दिया है। एक तरफ विपक्षियों के हंगामे की उन्होंने आलोचना की है तो दूसरी तरफ उन्होंने सरकार के अध्यादेश-प्रेम को भी आड़े हाथों लिया है। राष्ट्रपति की यह स्पष्टवादिता बताती है कि प्रणब दा का अपना […]