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हमारे क्रांतिकारी / महापुरुष

वीर हरिसिंह नलवा

पुष्यमित्र जोशी और जिनकी रूचि हमेशा भारत के इतिहास के प्रति वामपंथ के पूर्वाग्रह से ग्रसित रही हैं| भारत के पिछले 250 वर्ष के इतिहास में जब भी वीर योद्धाओ का नाम लिया जायेगा, वीर शिरोमणि हरी सिंहजी नलवा के नाम के उल्लेख के बिना अधुरा ही माना जायेगा| में जब भारत वर्ष में मुस्लिम […]

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अन्य

कोरोना हारेगा और भारत जीतेगा

‘चेतन’ नितिन खरे वर्ष २०२१ की शुरुआत से ही ऐसा अंदेशा लगाया जा रहा था कि ये वर्ष भी बीस की तुलना में हर जगह इक्कीस ही साबित होगा। अब चाहे सकारात्मकता हो या कुछ और; हमें हर स्थिति की परीक्षा देनी ही होगी। कोरोना को ही यदि के लिया जाए तो देश में कोरोना […]

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कोरोना महामारी से बढ़ती मौत की रफ्तार को कम करने के लिए सरकारों को लानी होगी अपने प्रयास में तेजी

रमेश सर्राफ धमोरा देश में कोरोना की वैक्सीन लगाने का कार्य तेजी से चल रहा है। लेकिन उसमें भी केंद्र व राज्य सरकारों में टकराव देखने को मिल रहा है। राज्यों की मांग पर केंद्र सरकार ने 18 वर्ष से अधिक की उम्र के सभी लोगों को टीका लगवाने की इजाजत दे दी है। देश […]

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मुद्दा

देश के राजनेताओं के आपसी घमासान के चलते, प्राइवेट अस्पतालों की मनमानी

संजय सक्सेना देश में जो हालात हैं, उसका मुकाबला करने के लिए सभी राजनैतिक दलों को एकजुट होकर काम करना चाहिए। इससे सबसे बड़ा फायदा तो यही होगा कि जनता में विश्वास जगेगा, दूसरे महामारी के नाम पर लूटपाट करने वालों पर भी शिकंजा कसेगा। राजनैतिक आरोप-प्रत्यारोप एक ऐसा ओछा हथकंडा है, जिसके सहारे स्याह […]

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विविधा

कोरोना महामारी के समय में लोगों को स्वानुशासन लागू करने की आवश्यकता

राकेश सैन यदि स्वानुशासन का पालन किया गया होता तो बहुत से लोगों को असमय मरने से या अस्पतालों में गम्भीर रूप से बीमार होकर भर्ती होने या घरों में बीमार होकर बन्द रहने से बचाया जा सकता था। कोरोना की दूसरी लहर को टाला जा सकता था। गान्धी जी कहा करते थे, कि स्वानुशासन […]

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राजनीति

कांग्रेस और सपा दलित मतदाताओं को लुभाने के प्रयास में जुटे

अजय कुमार उत्तर प्रदेश में दलित मतदाता करीब 23 फीसदी हैं। 80 के दशक तक दलित कांग्रेस का वोट बैंक हुआ करता था, लेकिन दलित वोटर कांग्रेस की लीडरशिप से इसलिए नाराज रहते थे क्योंकि नेहरू-गांधी परिवार ने कांग्रेस में कभी दलित नेताओं को उभरने का मौका नहीं दिया। उत्तर प्रदेश में अगले वर्ष होने […]

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मुद्दा

दो वक्त की रोटी ही नहीं जीवन रक्षक दवा भी मुफ्त मिलनी चाहिए

केंद्र सरकार को कोविशील्ड वैक्सीन 150 रुपये प्रति डोज, राज्य सरकारों को 400 रुपये प्रति डोज और निजी अस्पतालों को 600 रुपये प्रति डोज उपलब्ध कराए जाने की बात है। सीरम ने कोविशील्ड के लिए 600 रुपये की जो कीमत तय की है, वह अमेरिका, ब्रिटेन और यूरोपीय संघ जैसे अमीर देशों की तुलना में […]

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स्वास्थ्य

प्रचंड गर्मी में और भी प्रचंड हो सकता है कोरोनावायरस

पंकज चतुर्वेदी दुनिया के 30 सबसे प्रदूषित शहरों में 21 भारत के हैं। अपने देश में साल 2019 में अकेले वायु प्रदूषण से 17 लाख लोगों की मौत हुई। यह किसी से छिपा नहीं है कि कोरोना वायरस जब श्वास-तंत्र पर कब्जा जमाता है तो रोगी की मृत्यु की आशंका बढ़ जाती है। जिन शहरों […]

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मुद्दा

अस्पतालों में ऑक्सिजन की कमी इस वक्त का सबसे बड़ा संकट

अस्पताल ने पहले ऑक्सिजन की कमी की ओर ध्यान दिलाया था, लेकिन अब उसने यह बताया है कि इन मरीजों की मौत ऑक्सिजन की कमी के कारण नहीं हुई। मामला जो भी हो, इस बात से कोई इनकार नहीं कर सकता कि अस्पतालों में ऑक्सिजन की कमी इस वक्त का सबसे बड़ा संकट है। देशभर […]

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आर्थिकी/व्यापार

लॉकडाउन अंतिम विकल्प के मायने

मदन सबनवीस पिछले साल जब कोरोना महामारी ने पंजा मारा तो दुनिया सन्न रह गई। जवाबी कदम उठा भी तो लॉकडाउन का। भारत ने मार्च 2020 के आखिरी हफ्ते में इस दिशा में कदम बढ़ाए। अगले दो महीनों में इसे पूरी सख्ती से लागू किया। जून में अनलॉक की प्रक्रिया शुरू हुई। इस दौरान लाखों […]

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