लोकेन्द्र सिंह राजपूत जब अस्पृश्यता का संकट समाज को खाये जा रहा था, तब संत स्वरूप माधव सदाशिवराव गोलवलकर ‘श्रीगुरुजी’ ने देश के प्रमुख संत-महात्माओं से आग्रह किया कि वे सभी एक मंच पर आकर हिन्दू समाज को सामाजिक समरसता का संदेश देवें। यह कितनी सुखद बात है कि समाज के विभिन्न वर्गों में आत्मीयता […]
लेखक: उगता भारत ब्यूरो
अनन्या मिश्रा भारत के प्रमुख स्वतंत्रता संग्राम सेनानी सुभाष चंद्र बोस की जिंदगी किसी फिल्मी कहानी की तरह है। उनके जीवन में भी फिल्म की तरह ही एक्शन, रोमांस और रहस्य तीनों ही है। वह आजादी की लड़ाई लड़ने वाले असली हीरो थे। जिन्होंनें अंग्रेजों की गुलामी को स्वीकार न करने हुए आजाद हिंद फौज […]
दिल्ली के तीन मूर्ति भवन परिसर में स्थित नेहरू मेमोरियल म्यूज़ियम एंड लाइब्रेरी का नाम बदल दिया गया है। इसका नाम अब ‘प्रधानमंत्री संग्रहालय और पुस्तकालय सोसाइटी’ कर दिया गया है। केंद्र सरकार के इस फैसले की कांग्रेस समेत कई विपक्षी दलों ने आलोचना की है। नेहरू मेमोरियल संग्रहालय और पुस्तकालय (एनएमएमएल) के भवन को […]
* Dr D K Garg नटराज नाम आपने सूना होगा ,इस नाम से आपको अनेकों सिनेमाघर,होटल ,कलाकृति केन्द्र भारत में अनेकों जगह मिलेंगे ,इसके अतरिक्त आपको एक विशेष मूर्ति नटराज के नाम से भी मिलेगी जिसको देखते ही आप कहेंगे की ये नटराज की मूर्ति है। नटराज मूर्ति का स्वरूप नटराज को शिव का दूसरा […]
भावना रावल गरुड़, उत्तराखंड प्राकृतिक घटनाओं में जिस तरह से एक के बाद एक बदलाव आए हैं, वह जलवायु परिवर्तन का ही परिणाम है. अचानक तूफ़ानों की संख्या बढ़ गई है, भूकंपों की आवृत्ति बढ़ गई है, नदियों में बाढ़ आना आदि घटनाएं पहले से कहीं अधिक बढ़ गई हैं. जिसका सीधा असर मानव जीवन […]
* भाग-२ प्रश्न:कुबेर का प्रिय पौधा क्रसूला : यानी मनी प्लांट अन्य नाम जेड प्लांट क्यो है? इस पर विचार करने के लिए इस पौधे के गुणों और अप्रत्याशित लाभ को समझने की जरूरत हैं। ये पौधा सामान्य जलवायु परिस्थितियों में भी अच्छी तरह से बढ़ता है। यह अपने अंडाकार आकार के पत्तों, मोटे तनों […]
अनन्या मिश्रा भारत के पूर्व प्रधानमंत्रियों में पं. जवाहर लाल नेहरू के बाद अगर किसी ने लोकप्रियता का शिखर छुआ है, तो वह नाम अटल बिहारी वाजपेयी का है। राजनीति में वाजपेयी जी के नाम कई अटूट रिकॉर्ड हैं। बता दें कि पं. नेहरू के बाद अटल बिहारी वाजपेयी पहले ऐसे प्रधानमंत्री थे, जिन्होंने लगातार […]
पुस्तक समीक्षा प्रस्तुत पुस्तक “भारतीय आर्थिक दर्शन एवं पश्चिमी आर्थिक दर्शन में भिन्नत्ता – वर्तमान परिप्रेक्ष्य में भारतीय आर्थिक दर्शन की बढ़ती महत्ता” के लेखक श्री प्रहलाद सबनानी आर्थिक विषयों के महत्वपूर्ण जानकार एवं विश्लेषक के रूप में सामने आए हैं। उन्होंने निरंतर विभिन्न वित्तीय विषयों पर जानकारी पूर्ण आलेख प्रस्तुत किए हैं। उनका गहन […]
सरिता बीकानेर, राजस्थान अक्सर यह भविष्यवाणी की जाती है कि भविष्य में अगर कोई विश्व युद्ध हुआ तो वह पानी के मुद्दे पर लड़ा जाएगा. पानी की कमी आज के समय में बहुत बड़ा संकट बन चुका है. इस संकट से होने वाले दुष्परिणाम भी भंयकर हो रहे हैं. पानी की कमी से केवल मानव […]
जब हमने इस विषय पर एक लेख लिखा था ,तो मुस्लिम मित्रों ने इस बात पर पर्दा डालने के लिए अजीब से कमेन्ट दिए थे ,जैसे जन्नत की शराब में नशा नहीं होता ,कुरआन में शराब नहीं जूस पिलाया जाएगा .हमने आयातों का गलत अर्थ किया है .लोगों ने तो यहांतक कह दिया कि हम […]