सुरेश हिन्दुस्थानी ट्रंप और उनके समर्थकों ने दुनियाभर के लोकतंत्र समर्थकों को किया निराश आज अमेरिका में राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प और उनके समर्थकों की हरकतों से लोकतंत्र शर्मसार है। क्योंकि डोनाल्ड ट्रंप लोकतंत्र को अपने हिसाब से चलाना चाहते है, जो लोकतांत्रिक पद्धति में प्रथम दृष्टया स्वीकार करने योग्य नहीं कहा जा सकता है। […]
लेखक: सुरेश हिन्दुस्थानी
सुरेश हिन्दुस्थानी देश के किसानों को चाहिए कि वह सही और गलत की पहचान करे। क्योंकि हमने देखा है कि जबसे कांग्रेस केंद्र की सत्ता से बाहर हुई है तब से कांग्रेस और वामपंथी दल ऐसा वातावरण बनाने का प्रयास कर रहे हैं, जो देश को अस्थिर कर सकते हैं। वर्तमान में कृषि प्रधान […]
सुरेश हिन्दुस्थानी जहां तक भारतीय परिवेश और खानपान की बात है तो यह कहना भी जरूरी है कि कोरोना संक्रमण के दौरान यह बात सबके ध्यान में भी आ चुकी है कि हाथ मिलाने के स्थान पर नमस्ते करने से भी संक्रमण से बचा जा सकता है। कोरोना के प्रति शासन, प्रशासन और आम […]
सुरेश हिंदुस्थानी कांग्रेस लगातार अवनति के मार्ग पर अग्रसारित होती दिखाई दे रही है, ऐसी स्थिति में भविष्य में शिखर की राजनीति करने की महत्वाकांक्षा रखने वाले नेता सशंकित अपने सामने एक बड़ा प्रश्नचिह्न अंकित होते हुए देख रहे हैं। गत दो लोकसभा चुनाव में शर्मनाक पराजय के बाद अभी तक के राजनीतिक इतिहास में […]
कांग्रेस : किनारे पर जाती युवा सोच कांग्रेस के लिए आत्ममंथन का समय सुरेश हिंदुस्थानी —————————— गत दो लोकसभा चुनाव में शर्मनाक पराजय के बाद अभी तक के राजनीतिक इतिहास में अपने सबसे बड़े दुर्दिनों का सामना कर रही कांग्रेस पार्टी समूहों में विभाजित होकर अवनति के मार्ग पर बेलगाम बढ़ती जा रही है। यह […]
सुरेश हिंदुस्तानी राजनीति और पुलिस प्रशासन में गहरी पैठ रखने वाले विकास को आखिर अपने पापों की सजा मिल गई। कानपुर हत्याकांड का मुख्य आरोपी विकास दुबे निश्चित रूप से राजनीति और अपराध के सामंजस्य का जीता जागता प्रमाण है। विकास दुबे का पूरा इतिहास इस तथ्य की गवाही दे रहा है। कहा जाता है […]
सुरेश हिंदुस्थानी चीन को भी यह अहसास हो जाना चाहिए कि अब भारत पहले वाला कमजोर भारत नहीं, बल्कि एक ऐसा भारत है जो विश्व की महाशक्तियों के बीच सीना तानकर खड़ा है। भारत शक्तिशाली देश के रूप में विश्व के मानचित्र पर स्थान बनाने में सफल हुआ है। चीन द्वारा भारतीय सीमा पर जिस […]
सुरेश हिंदुस्थानी लॉकडाउन का निर्णय कितना कठिन है इसका अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि समूचे देश की अर्थव्यवस्था ठप्प है और सरकार को प्रतिदिन लगभग 35 हजार करोड़ रुपये से ज्यादा का नुकसान उठाना पड़ रहा है। कोरोना वायरस का प्रकोप अभी भी मानव समुदाय के लिए खतरनाक बना हुआ है। विश्व […]