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इतिहास के पन्नों से

महाशय राजपाल और इतिहास की एक अविस्मरणीय दुर्घटना

इतिहास की एक अविस्मरणीय दुर्घटना: १९२० में अचानक भारत की तमाम मस्जिदों से दो पुस्तकें वितरित की जाने लगी! एक पुस्तक का नाम था “कृष्ण तेरी गीता जलानी पड़ेगी”, और दूसरी पुस्तक का नाम था “उन्नीसवीं सदी का लंपट महर्षि”! ये दोनों पुस्तकें “अनाम” थीं! इसमें किसी लेखक या प्रकाशक का नाम नहीं था, और […]

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आतंकवाद

बंगाल : जीतने के बाद की खूनी होली

पश्चिम बंगाल में ऐतिहासिक जीत दर्ज करने के बाद ममता बनर्जी की पार्टी के कार्यकर्ताओं ने जो हिंसा का नंगा नाच करना शुरू किया उससे लोगों को खेला होबे का असली अर्थ समझ में आ गया। भाजपा समर्थकों के खिलाफ शुरू हिंसा, लूटपाट व बलात्कार की दर्जनों घटनाएं लोकतंत्र को शर्मसार करती रही और पुलिस […]

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महत्वपूर्ण लेख

बंगाल के विधानसभा चुनाव में भाजपा और टीएमसी के वोटों का समीकरण

  पश्चिम बंगाल चुनाव परिणाम को देखने पर अब वास्तविक तथ्यों और परिस्थितियों का विश्लेषण करने का समय आ गया है। लोकतंत्र के विषय में हमें यह ध्यान रखना चाहिए कि क़िसी भी चुनाव में पक्ष और प्रतिपक्ष अपना अपना अजेंडा बना कर चुनाव लड़ता है। बंगाल विधानसभा चुनावों में उतरने से पहले भाजपा ने […]

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इतिहास के पन्नों से

स्वतंत्रता समर को दिया गांधी ने धोखा

——श्याम सुन्दर पोद्दार ———————————————ब्रिटिश निस्ट ग़ोखले के कहने पर अंग्रेज दक्षिण अफ़्रीका से तिलक की राजनीति “स्वतंत्रता हमारा जन्म सिद्ध अधिकार है “वाली राजनीति का विरोध करने के लिए गांधी को लाए थे। गांधी को जनता में पूजवाने के लिए चंपारन में उन्हें ज़बरदस्ती ब्रिटिश सरकार को झुकाने वाले की छवि वाइसराय की दख़ल से […]

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राजनीति

ममता बनर्जी नंदीग्राम में फंसी संकट में : श्याम सुंदर पोद्दार

—————— ममता बनर्जी नंदीग्राम में चुनाव लड़ने को दो कारणो से मजबूर हुवी। भवानी पुर की सीट सुरक्षित नही रही। नंदिग्राम में पिछले लोकसभा चुनाव में TMC को राज्य में सबसे अधिक ६८ हज़ार वोटों की बढ़त मिली। लोकसभा चुनाव में भाजपा को १२१ बिधान सभा की सीटों पर बढ़त मिली टीएमसी को १६१ व […]

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महत्वपूर्ण लेख

निर्णायक बदलाव की ओर बढ़ता पश्चिम बंगाल : श्याम सुंदर पोद्दार

—————————छात्र जीवन में राजनीति से जुड़े रहने के चलते मै एम बी ये की पढ़ायी पढ़ने के कारण प्रत्येक चुनाव पर MBA के छात्र जैसे मार्केट रीसर्च करते हैं उशि पैटर्न पर वोटेर्स ब्यवहार को सामने रख कर वोट के समय अपने अलग ढंग से निर्वाचन का क्या परिणाम निकलेगा उसकी समीक्षा १९८४ से कर […]

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मुद्दा

मजहब के नाम पर पाकिस्तान के अस्तित्व में आने के बाद सारा भारत रह गया था सिर्फ हिंदुओं का : श्याम सुंदर पोद्दार

——————————————— आजकल मिम के नेता असद्दुदीन ओबैसी बहुत ज़ोर से यह बात स्थापित करने का प्रयास कर रहे हैं कि भारत में रहने वाले मुसलमान हज़ारों वर्ष से यहाँ रहते आए हैं। इसलिए यह की हर चीज़ पर इनका अधिकार है। मिम के नेता ओवैसी जान बूझ कर एक सफ़ेद झूठ को स्थापित करना चाहते […]

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आतंकवाद देश विदेश मुद्दा

हिंदू महासभा के वरिष्ठ नेता इंजीनियर श्यामसुंदर पोद्दार बोले – “पाकिस्तानी अपने देश में जाओ, यहां रहना है तो जमीन लाओ”

अखिल भारत हिंदू महासभा ———————————————हिंदू महासभा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष इंजीनीयर श्याम सुंदर पोद्दार ने कहा पत्रकार बंधु व लोग मुझसे पूछते है हिंदू महासभा ने ये क्या विचित्र नारा दे डाला ।यह लोग शताब्दियों से यहाँ रहते हैं। इनका जन्मसिद्ध अधिकार है भारत में रहने का। फिर हिंदू महासभा इस तरह का नारा क्यों लगा […]

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इतिहास के पन्नों से

स्वतंत्रता आंदोलन के काल में कांग्रेस के नरम पंथ की सच्चाई

—-ईजीनियर.श्याम सुंदर पोद्दार —कांग्रेस की सरकारों ने जो इतिहास लिखवाया ,वह इस तरह लिखवाया कि लोगों में संदेश जाये की नरम दल वालो ने देश की आज़ादी की लड़ायी लड़ी। गरम दल वाले तो मारो काटो वाले थे। कांग्रेस की स्थापना A.H. ह्यूम ने सन १८८३ में की थी। १८५७ के बाद देश में बासुदेव […]

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आर्थिकी/व्यापार इतिहास के पन्नों से

हम क्या थे, क्या हो गए और क्या होंगे अभी

इतिहास की अगर हम बात करें तो जब भारत में औद्योगिकरण शुरू हुआ तो लगभग 1860-70 में सबसे पहले मारवाड़ के सिंघानिया परिवार इसी ओर अग्रसर हुए। सन् 1921 से लेकर 1937 तक उनके द्वारा विभिन्न क्षेत्रों में उद्योगों का लोकार्पण किया। इसके अतिरिक्त देश के विभिन्न भागों मे मारवाडियों द्वारा सभी बड़े-बड़े उद्योग स्थापित […]

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