Categories
भारतीय संस्कृति

वैदिक परंपरा में विवाह और चार ऋण

  भारतवर्ष में विवाह मनुष्य को पशु से ऊपर उठाकर मनुष्यत्व से युक्त करने की एक विधा है। विवाह संस्कार की प्रक्रियाओं को अगर हम देखें तो पाएंगे कि वैदिक विवाह संस्कार जैसा वैज्ञानिक और व्यवहारिक विधान विश्व के किसी भी मजहब, समुदाय तथा देश की विवाह प्रथा में नहीं हैं। उदाहरण के लिए सप्तपदी […]

Categories
विविधा

कभी भारतीय वर्ष परंपरा का पहला महीना था अग्रहायण अर्थात मार्गशीर्ष

प्रथम मास था : अग्रहायण : मार्गशीर्ष 🙏 गीता में कहा है : मासानां मार्गशीर्षोऽहमृतूनां कुसुमाकरः ॥ (गीता १०-३५) आकाश में तारों के मध्य जिस मार्ग पर सूर्य गति करता प्रतीत होता है उसे क्रान्तिवृत्त (ecliptic) कहते हैं जो पृथ्वी की कक्षा का आकाश पर पात है। क्रान्तिवृत्त के उत्तर-दक्षिण में ९-९ अंश के विस्तार […]

Categories
हमारे क्रांतिकारी / महापुरुष

देवता स्वरूप भाई परमानंद जी के भाषणों से थर्राती थी कांग्रेस सरकार

स्वतंत्रता संग्राम के सेनानी देवता स्वरुप भाई परमानंद जी जिनके तीखे, तार्किक, ओजस्वी, आलोचनात्मक एवं भावपूर्ण लेखों और भाषणों से अंग्रेज सरकार थरथराती थी ! भाई परमानन्द जी महर्षि दयानंद सरस्वती के अनन्य भक्त और आर्य समाज के प्रचारक थे, वे एक उच्च कोटि के लेखक, चिंतक, भारतीय सस्कृति के प्रकांड विद्वान, इतिहासकार, साहित्यकार, क्रांतिकारी […]

Categories
आओ कुछ जाने

क्या है सांसद आदर्श ग्राम योजना

  कमलेश पांडेय अक्तूबर 2014 में शुरू की गई सरकार की सांसद आदर्श ग्राम योजना (एसएजीवाई) के चौथे चरण के अंतर्गत 31 दिसंबर, 2019 तक मात्र 252 सांसदों ने ही ग्रामसभाओं को आदर्श ग्राम योजना के लिये चुना था। सांसद आदर्श ग्राम योजना की सार्थकता व महत्व पर एक नई बहस छिड़ी हुई है। क्योंकि […]

Categories
इतिहास के पन्नों से व्यक्तित्व

केके मोहम्मद उस व्यक्तित्व का नाम है जिसने बाबरी मस्जिद के नीचे दबे राम मंदिर को खोज निकाला था

__________________________________________ अयोध्या में #राम_जन्मभूमि के मालिकाना हक़ को लेकर 1990 में पहली बार पूरे देश में बहस ने जोर पकड़ा था। इसके पहले 1976-77 में पुरातात्विक अध्ययन के दौरान अयोध्या में होने वाली खुदाई में हिस्सा लेने के लिए मुझे भी भेजा गया। प्रो बी.बी. लाल की अगुवाई में अयोध्या में खुदाई करने वाली आर्कियोलॉजिस्ट […]

Categories
इतिहास के पन्नों से

जब किया गया था राष्ट्रीय कलंक का परिमार्जन

6 दिसम्बर/इतिहास-स्मृति   भारत में विधर्मी आक्रमणकारियों ने बड़ी संख्या में हिन्दू मन्दिरों का विध्वंस किया। स्वतन्त्रता के बाद सरकार ने मुस्लिम वोटों के लालच में ऐसी मस्जिदों, मजारों आदि को बना रहने दिया। इनमें से श्रीराम जन्मभूमि मन्दिर (अयोध्या), श्रीकृष्ण जन्मभूमि (मथुरा) और काशी विश्वनाथ मन्दिर के सीने पर बनी मस्जिदें सदा से हिन्दुओं […]

Categories
इतिहास के पन्नों से

कहां राजा भोज कहां गंगू तेली -का सच

  राजीव रंजन प्रसाद हमें तो वास्कोडिगामा ने खोजा है, भारतीय उससे पहले थे ही कहाँ? पढाई जाने वाली पाठ्यपुस्तकों का सरलीकरण करें तो महान खोजी-यात्री वास्कोडिगामा ने आबरा-कडाबरा कह कर जादू की छडी घुमाई और जिस देश का आविष्कार हुआ उसे हम आज भारत के नाम से जानते हैं? माना कि देश इसी तरह […]

Categories
व्यक्तित्व

नव दधीचि नाना भागवत

4 दिसम्बर/जन्म-दिवस नव दधीचि नाना भागवत बिहार में पहले राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ और फिर विश्व हिन्दू परिषद के कार्य विस्तार में अपना महत्वपूर्ण योगदान देने वाले दत्तात्रेय बालकृष्ण (नाना) भागवत का जन्म वर्धा (महाराष्ट्र) में चार दिसम्बर, 1923 को हुआ था। छात्र जीवन में ही ये संघ के संस्थापक डा. हेडगेवार के सम्पर्क में आ […]

Categories
व्यक्तित्व

राष्ट्रधर्म के संपादक आनंद मिश्रा अभय

4 दिसम्बर/जन्म-दिवस लखनऊ से प्रकाशित हो रही राष्ट्रधर्म पत्रिका की स्थापना रक्षाबन्धन 31 अगस्त, 1947 को उ.प्र. के तत्कालीन प्रांत प्रचारक श्री भाऊराव देवरस तथा सह प्रान्त प्रचारक श्री दीनदयाल उपाध्याय ने की थी। इसके प्रथम सम्पादक थे श्री अटल बिहारी वाजपेयी, जो आगे चलकर देश के प्रधानमन्त्री बने। इसे श्री रामशंकर अग्निहोत्री, श्री भानुप्रताप […]

Categories
स्वास्थ्य

स्वास्थ्यरक्षणम और आतुरस्य विकारप्रशमनं का सिद्धांत

  डॉ. दीप नारायण पाण्डेय मोटे तौर पर हर साल 58 लाख भारतीय दिल और फेफड़े के रोगों, स्ट्रोक, कैंसर और मधुमेह से मर जाते हैं। देश में छह करोड़ से अधिक मधुमेह रोगियों के कारण भारत को मधुमेह की वैश्विक राजधानी कहा जाने लगा है। लगभग 77 लाख लोग मधुमेह से पीडि़त होने की […]

Exit mobile version