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हमारे क्रांतिकारी / महापुरुष

गुरुकुल शिक्षा के पुरोधा स्वामी श्रद्धानंद का व्यक्तित्व और जीवन

— आचार्या सुनीति आर्या वैदिक धर्म, वैदिक संस्कृति, और आर्य जाति की रक्षा के लिए, मरणासन्न अवस्था से उसे पुनः प्राणवान एवं गतिवान बनाने के लिए और उसे सर्वोच्च शिखर पर पहुंचाने के लिये आर्य समाज ने सैंकड़ों बलिदान दिए हैं। और उसमें प्रथम पंक्ति के प्रथम पुष्प हैं स्वामी श्रद्धानंद सरस्वती। जिनका 23 दिसम्बर […]

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इतिहास के पन्नों से हमारे क्रांतिकारी / महापुरुष

महर्षि दयानंद के विषय में विभिन्न विद्वानों के विचार : आचार्य ज्ञान प्रकाश वैदिक

आचार्य ज्ञान प्रकाश वैदिक   1) _आर्य समाज मेरी धर्म माता है तथा ऋषि दयानन्द मेरे धर्म पिता हैं ‘सत्यार्थ प्रकाश’ का ज्ञान मेरे जीवन में सूर्य के समान है।_ *―पंजाब केसरी लाला लाजपतराय* 2) _आर्य समाज १०० वर्षों से ऋषि दयानन्द के उपदेशों को आगे बढाने के प्रयत्न में लगा हुआ है….उसे आशा है […]

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आज का चिंतन

वेदों में नारियों का स्थान

— आचार्या सुनीति आर्या स्वामी दयानंद के काल में भारत देश में नारी जाति की अवस्था अत्यंत दयनीय थी. एक तरफ तो १००० वर्षो से मुस्लिम अक्रांताओ द्वारा नारी जाति का जो सम्मान बलात्कार,अपहरण,हरम, हत्या, पर्दा, सौतन, जबरन धरमांतरण आदि के रूप में किया गया था वह अत्यंत शोचनीय था. दूसरी तरफ हिन्दू समाज भी […]

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आतंकवाद उगता भारत न्यूज़

कोरोना वैक्सीन में सूअर का मांस होने की चर्चा चली जोरों पर

कोरोनो वायरस टीकों को लेकर दुनिया भर के मुस्लिम देशों की चिंता बाकि देशों से जरा हटकर हैं क्योंकि जिलेटिन को सड़े हुए पशुओं की खालों, हड्डियों, मवेशियों और सूअरों के टिशुओं को उबाल कर बनाया जाता है। सामान्य भाषा में कहें तो यही पोर्क से बनने वाला जिलेटिन, टीकों में स्टेबलाइजर के रूप में उपयोग किया […]

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आतंकवाद इतिहास के पन्नों से

गोवा में जब हुआ था हिंदू नरसंहार

  गोवा के समुद्री तटों की सुंदरता से परे हिंदू नरसंहार का एक भयानक अनकहा काला इतिहास भी है, जिसमें : “हिन्दू स्त्रियों के स्तनों को धारदार हथियारों से काट दिया गया। गरमा-गरम लाल चिमटों से शरीर के मांस निकाले गए । लाल गर्म सरिया महिलाओं की योनि और पुरुषों के मलद्वार में डाले गए। […]

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स्वास्थ्य

त्राटक योग से संभव है आंखों की कमजोरी और चश्मा दूर किया जाना

  डॉ विजय कुमार सिंघल आँखों का कमजोर होना एक आम शिकायत है। आजकल बहुत छोटे-छोटे बच्चों की आँखों पर भी चश्मा चढ़ा हुआ दिखायी देता है। देर तक टीवी देखना, कम्प्यूटर या मोबाइल पर गेम खेलना और फास्ट फूड खाना इसके प्रमुख कारण हैं। आँखें ठीक करने के लिए आँखों के विशेष व्यायाम दिन […]

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कृषि जगत

आइए जाने प्राकृतिक खेती के बारे में

——————- लेखक :- धर्मपाल सिंह, लेखक किसान हैं। उत्तम खेती मध्यम बाण। निषिद्ध चाकरी भीख निदान। यह कहावत बचपन में सुनी थी। उस समय यह समझ नहीं आई थी। आज जब समझ में आई तो लगता है कि समय बहुत निकल चुका है। शेष बचा हुआ समय भी बहुत उपयोगी हो सकता है यदि कहावत […]

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पर्यावरण

बादलों के बरसने से है गायों के अस्तित्व का गहरा रिश्ता

  सुबोध कुमार   हर वर्ष मानसून का समय निकट आते ही देश में अटकलें लगाया जाना प्रारंभ हो जाता है कि इस वर्ष मानसून कम होगा या सामान्य होगा। हैरानी की ही बात कही जाएगी कि विज्ञान के भरपूर विकास के बाद भी इस मामले में मनुष्य प्रकृति पर ही निर्भर है। हालांकि यदि […]

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आज का चिंतन

प्रार्थना और भक्ति

◙ *प्रार्थना और भक्ति…* —————————————————– _“हमनें बहुत से अंधविश्वासियो से सुना है कि श्री तुलसीदास जी अड गये कि ‘हे ईश्वर, हम तो तुझे धनुष-बाण लिये हुए ही देखना चाहते है।’. तुकाराम जी के लिए सुना है कि उन्होंने ईश्वर से प्रार्थना की कि ‘हम इस शरीर में तेरा निराकार स्वरुप नहीं देख सकते, अत: […]

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गौ और गोवंश

18 सितंबर बलिदान दिवस पर विशेष : गौ भक्तों का अनुपम बलिदान

स्वतन्त्रता से पूर्व देश में अनेक स्थानों पर मुसलमान खुलेआम गोहत्या करते थे। इससे हिन्दू भड़क जाते थे और दोनों समुदाय आपस में लड़ने लगते थे। अंग्रेज तो यही चाहते थे। इसलिए वे गोहत्या को प्रश्रय देते थे। 1918 में ग्राम कटारपुर (हरिद्वार) के मुसलमानों ने बकरीद पर सार्वजनिक रूप से गोहत्या की घोषणा की। […]

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