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गुर्जर जागरण पत्रिका और गुर्जर समाज की ओर से किया गया प्रतिभा सम्मान समारोह हुआ सम्पन्न

फरीदाबाद। ( विशेष संवाददाता) यहां पर स्थित गुर्जर भवन सेक्टर 16 में गुर्जर पत्रिका एवं गुर्जर समाज की ओर से प्रतिभा सम्मान समारोह का आयोजन किया गया। समारोह में हाई स्कूल और इंटरमीडिएट की परीक्षाओं में विशेष अंक प्राप्त विद्यार्थियों और प्रतिभाओं को सम्मानित किया गया। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में स्थानीय विधायक श्री राजेश नागर उपस्थित रहे। उन्होंने सभी प्रतिभाओं को आशीर्वाद प्रदान किया और कहा कि बच्चे आने वाले के कर्णधार हैं, जिनके निर्माण पर हमें विशेष ध्यान देना चाहिए।


इस अवसर पर मुख्य वक्ता के रूप में बोलते हुए सुप्रसिद्ध इतिहासकार और भारत को समझो अभियान के राष्ट्रीय प्रणेता डॉक्टर राकेश कुमार आर्य ने कहा कि गुर्जर समाज का गौरवशाली इतिहास रहा है। जिसने देश की रक्षा करने में अपनी अग्रणी भूमिका निभाई है। उन्होंने कहा कि जिस समय तैमूर लंग ने भारत में आकर लोनी में एक लाख हिंदुओं के सर कलम कर मीनार बना दी थी उस समय इस क्षेत्र के लोगों की एक पंचायत मेरठ में संपन्न हुई थी। उस समय योगराज सिंह गुर्जर ने 80000 की सेना की कमान संभाली थी। इतना ही नहीं, उस समय रामप्यारी गुजरी ने भी 40000 वीरांगनाओं की सेना का नेतृत्व किया और विदेशी आक्रमणकारी को मेरठ की पवित्र भूमि पर चुनौती दी थी। आगे चलकर इसी पवित्र भूमि पर 1857 की क्रांति के समय धन सिंह कोतवाल गुर्जर के नेतृत्व में भी इसी इतिहास को दोहराया गया।
श्री आर्य ने कहा कि भारत के सम्मान की रक्षा के लिए गुर्जर समाज ने अनेक बलिदान दिए हैं । देश के प्रति समर्पण का भाव रखते हुए सदियों तक इस समाज के लोगों ने संघर्ष किया है। यही कारण है कि 1857 की क्रांति के समय की बात हो या उसके बाद की, गुर्जर समाज देश के प्रत्येक क्रांतिकारी आंदोलन में बढ़ चढ़कर भाग लेता रहा। उन्होंने कहा कि देश के पहले शिक्षा मंत्री मौलाना अबुल कलाम आजाद ने भारत के गौरवशाली गुर्जर वंश के इतिहास को मिटाने का काम किया क्योंकि गुर्जर वंश के प्रतापी शासकों और योद्धाओं ने प्रत्येक उस आक्रमणकारी का विरोध किया जो मां भारती का अपमान करने के लिए इधर आया था। देश के लिए मर मिटने वाले वीर योद्धाओं का इतिहास में उचित स्थान निर्धारण करने के लिए देश व्यापी वैचारिक आंदोलन खड़ा करने की आवश्यकता है। जिसके लिए गुजर जागरण पत्रिका और उसके संपादक श्री धर्मवीर सिंह नागर बधाई के पात्र हैं।
इस अवसर पर होमगार्ड के जिला कमांडेंट श्री वेदपाल सिंह चपराना ने कहा कि देश का क्रांतिकारी इतिहास वीर बलिदानियों के वीरता पूर्ण कृतियों से भरा पड़ा है। आज हमें किसी भी प्रकार की संकीर्णता दिखाये बिना प्रत्येक जाति के इतिहास को समन्वित कर उसे राष्ट्रीय इतिहास में स्थान देने की आवश्यकता है। कार्यक्रम का सफल संचालन कर रहे आर्य सागर खारी ने कहा कि बालकों के अंदर प्रतिभा को और भी अधिक मुखरित करने के लिए उन्हें पुरस्कृत किया जाना बहुत ही आवश्यक होता है। इससे राष्ट्र का आने वाला भविष्य समृद्ध बनाने में सहायता मिलती है। उन्होंने कहा कि बाल प्रतिभाओं के उचित निर्माण और संरक्षण से ही राष्ट्र की समृद्ध संस्कृति का निर्माण होता है।
कार्यक्रम के बारे में जानकारी देते हुए श्री धर्मवीर सिंह नागर ने बताया कि वह पत्रिका के स्थापना काल से ही प्रत्येक वर्ष इस प्रकार का कार्यक्रम आयोजित कर समाज के प्रतिभा संपन्न बालक बालिकाओं को पुरस्कृत करने का कार्यक्रम करते हैं। उनकी इच्छा होती है कि देश को आगे बढ़ाने के लिए नई कोंपलों को उचित संरक्षण प्रदान किया जाए। उन्होंने कहा कि यह पत्रिका बिना किसी प्रकार के जातीय विद्वेष को फैलाएं और जातीय पूर्वाग्रह रखे बिना राष्ट्र निर्माण के अपने पुनीत कार्य में योगदान देने के लिए चालू की गई । मुझे खुशी है कि हम इस दिशा में निरंतर प्रगति कर रहे हैं।
इस अवसर पर श्री राजपाल सिंह कसाना , जयप्रकाश धामा, श्रीमती सुनीता गुर्जर, मनिंदर सिंह भाटी, युवा नेता वरुण आर्य,
जैसे अनेक गणमान्य लोगों की उपस्थिति रही। कार्यक्रम की अध्यक्षता वरिष्ठ समाज सेवी और पूर्व अधिकारी रहे श्री राम फूल सिंह भाटी ने की। उन्होंने अपने अध्यक्ष के भाषण में कहा कि आने वाले भारत की तस्वीर आज की युवा पीढ़ी है। उसे जितना अधिक सुसंस्कृत बना दिया जाएगा वह उतना ही अधिक राष्ट्र के लिए उपयोगी होगी।

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