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भारतीय संस्कृति

सभी पिताओं को समर्पित …..

सभी पिताओं को समर्पित …..

गुरु की धनु राशि को पार कर सूर्य अपने पुत्र व परम शत्रु शनि के आधिपत्य की मकर राशि में प्रवेश कर रहे हैं..सूर्य अब धीरे धीरे उत्तर की ओर बढ़ेंगे इस कारण ये उत्तरायण है..अयन यानि मार्ग..उत्तर का मार्ग..उत्तरायण..

कितनी हैरानी है कि परम शत्रु शनि की राशि में सूर्य सर्वाधिक पूजनीय हैं..ये सबक हैं उन लोगों के लिए जो पिता पुत्र होकर भी सूर्य शनि को शत्रु कह कर प्रचारित करते हैं..सूर्य अपने पुत्र के घर में ही सर्वाधिक सम्मानित हैं..पिता सदा से पुत्र के घर सम्मानित होता आया है..अँधेरे का अपना कोई अस्तित्व नहीं..उजाले की अनुपस्थिति ही अँधेरा है..सूर्य अस्त न हो तो कोई ताकत शनि के अस्तित्व को नहीं साबित कर सकती..ये पिता ही है जो आपके लिए सब कुछ हारता है..स्वयं को भी..सूर्य अस्त होता है तभी अँधेरे के रूप में पुत्र शनि का अस्तित्व सामने आता है..इन बूढ़ी होती झुर्रियों के पीछे तुम्हारे कारण पाईं जीवन की बहुत सी हार छिपी हैं..फिर भी एक आस की नजर तुम पर है पिता की..कुछ नहीं चाहिए..बस तुम्हारा जरा सा समय और तुम्हारी नजरों में सम्मान…वे सब कुछ प्राप्त कर लेंगे इसी से… ये उष्माओं की सौगात लाया दिन है…सन्देश उन बच्चों के लिए जिनका किसी कारण अपने पिता से मतभेद है …ये पिता को मनाने का दिन है..उन्हें सम्मानित करने का दिन है..

अपने पराक्रम का फल प्राप्त करने हेतु अपने कार्य व्यवसाय .,,,.कार्य स्थल पर पिता की उपस्थिति बढ़ाइए ,,,,,अपनी गद्दी पर बिठा कर सम्मानित कीजिये……उनकी राय मांगिये…इससे ..व्यवसाय में बरकत होती है..सालों के अपने अनुभव का पिटारा लिए पिता बेचैन बैठा है कि काश पुत्र सुन ले उसकी..हालात से जूझ रहे पुत्र को देखकर पिता द्रवित है..पुत्र के लिए फिर से कुछ करना चाहता है(सदा से करता ही तो आया है)……उसके गले लगना चाहता है..अपना सर्वस्व उसे सौंपना चाहता है…

मित्रों ये दिन पिता के लिए अपने प्रेम प्रदर्शन का दिन है..उन्हें ये एहसास दिलाने का दिन है कि वे आपके लिए सबसे कीमती हैं..बड़े हो गए तो अब झिझक होने लगी पिता के गले लग कर लाड जताने से..आपके छोटे बच्चों को आपके गले लगकर झूलते देख पिता का मन भी बेचैन हो उठता है अपने बच्चों को गले लगाने के लिए…ध्यान से दीखिये पिता के चेहरे को आज…आपने इतनी झुर्रियां कभी नही देखी होंगी पिता के चेहरे पर….वचन देता हूँ ऐसा करके देखिये…अप्रैल में मेष में पहुँचने वाला सूर्य अपनी उच्च राशि भ्रमण में वो सौगात आपके लिए लाएगा जो आपने सोची भी न होगी..

मकर संक्रांति का सूर्य आपके जीवन मे सफलता रूपी प्रकाश का प्रभाव दे….आपका सम्मान बुलंद हो,,,,आप दीर्घायु हों…..

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