Categories
उगता भारत न्यूज़

मलयालम फिल्म निर्देशक अली अकबर ने छोड़ा इस्लाम

केरल में मलयालम फिल्म निर्देशक और संघ परिवार के समर्थक अली अकबर ने घोषणा की है कि वह और उनकी पत्नी हेलीकॉप्टर दुर्घटना में प्रमुख रक्षा अध्यक्ष जनरल बिपिन रावत और उनकी पत्नी की दुखद मौत पर कथित रूप से खुशी मनाने वाले सोशल मीडिया उपयोगकर्ताओं के एक वर्ग के विरोध में इस्लाम छोड़ रहे हैं.

उन्होंने शुक्रवार को सोशल मीडिया पर पोस्ट किए गए एक वीडियो में यह घोषणा की. फिल्म निर्माता ने वीडियो में कहा, ‘मैं आज से मुसलमान नहीं हूं. मैं एक भारतीय हूं. ‘

उन्होंने जनरल रावत की मौत से संबंधित खबरों के नीचे खुशी वाली इमोजी डालने वालों की आलोचना की और कहा कि वह ”राष्ट्र-विरोधियों” के साथ खड़े नहीं हो सकते. फिल्म निर्देशक से राजनीतिक नेता बने अकबर ने इस साल अक्टूबर में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की राज्य समिति के सदस्य के रूप में सभी जिम्मेदारियों से इस्तीफा दे दिया था क्योंकि वह बीजेपी के राज्य सचिव एके नजीर के खिलाफ केरल इकाई की संगठनात्मक स्तर की कार्रवाई से ”दुखी” थे. हालांकि अकबर ने कहा था कि वह बीजेपी के सदस्य बने रहेंगे.

फेसबुक पर एक लाइव वीडियो शूट किया

सीडीएस जनरल बिपिन रावत समेत 13 वीरों की वीरगति पर एक तरफ पूरा देश रो रहा है, तो दूसरी ओर कुछ कट्टर इस्लामी देश के असली हीरो के जाने पर अट्टाहास कर रहे हैं. इससे निराश केरल के मलयाली फिल्मों के फिल्म निर्देशक अली अकबर ने इस्लाम को छोड़ हिंदू धर्म में वापसी करने का ऐलान कर दिया है. फेसबुक लाइव पर निर्देशक ने कहा कि वे इस्लाम का परित्याग कर रहे हैं.

रिपोर्ट के मुताबिक, 8 दिसंबर 2021 को सीडीएस बिपिन रावत की मौत के बाद अकबर ने फेसबुक पर एक लाइव वीडियो शूट किया था, लेकिन फेसबुक ने उसे नस्लीय बताकर फिल्म निर्देशक के अकाउंट को एक महीने के लिए सस्पेंड कर दिया. इसके बाद फिल्म निर्देशक ने दूसरा फेसबुक अकाउंट बनाया और उसके जरिए लाइव आकर इस्लाम छोड़ने का ऐलान कर दिया.

फेसबुक के जरिए सीडीएस रावत को श्रद्धांजलि देने वाले फिल्म निर्देशक ने कहा, “यह स्वीकार नहीं किया जा सकता है. इसलिए मैं अपना धर्म छोड़ रहा हूँ, न मेरा और न ही मेरे परिवार का कोई और धर्म है. ” उन्होंने लाइव में कहा, “मैं उन कपड़ों का एक टुकड़ा फेंक रहा हूँ, जिनके साथ मैं पैदा हुआ था. ” दरअसल, जब फिल्म निर्देशक ने सीडीएस रावत की वीरगति पर लाइव वीडियो बनाना शुरू किया तो कट्टर इस्लामियों ने उनके वीडियो पर हजारों की संख्या में लॉफिंग की इमोजी लगाकर इसका मजाक उड़ाया, जिससे उनकी भावनाएँ आहत हुईं।

Comment:Cancel reply

Exit mobile version