दादरी तहसील परिसर में ट्रैफिक जाम बना लोगों के लिए सिरदर्द

 

अजय कुमार आर्य

दादरी। जिला गौतम बुद्ध नगर की दादरी तहसील प्रदेश में राजस्व के मामले में सबसे बड़ी तहसील मानी जाती है।तहसील दादरी के अंतर्गत जिले के सर्वाधिक गांवों के लोग अपने अपने कार्यों के लिए आते हैं लेकिन यहां पर नित्य प्रति का लगने वाला जाम लोगों के लिए सिरदर्द बन चुका है। यदि किसी व्यक्ति की गाड़ी एक बार जाम में फस जाए तो फिर घंटों जाम में फंसी रहती है।

जिस दिन यहां पर बड़े अधिकारियों को आना होता है उस दिन पुलिस की व्यवस्था की जाती है और अनावश्यक गाड़ियों को तहसील में आने से रोक दिया जाता है । परंतु जैसे ही अधिकारी यहां से प्रस्थान करते हैं तुरंत आम आदमी के लिए वही स्थिति बन जाती है। क्योंकि पुलिस उस अधिकारी के जाते ही वहां से हट जाती है। पुलिस के ऐसे दृष्टिकोण को देखकर लगता है कि उसे उच्चाधिकारियों की तो चिंता है पर आम आदमी की कोई चिंता नहीं है।
इस संबंध में बार एसोसिएशन दादरी ने भी उच्च अधिकारियों का ध्यान कई बार आकृष्ट किया है परंतु कोई भी सुपरिणाम सामने नहीं आया । बड़ी संख्या में वाहनों का आना-जाना होने के बावजूद तहसील परिसर में कोई पार्किंग की व्यवस्था नहीं है,लोगों को घंटों जाम में फंसे रहने के लिए विवश होना पड़ता है।
ऐसा नहीं है कि तहसील परिसर में पार्किंग हेतु स्थान ना हो ? स्थान तो है,परंतु अधिकारियों का उस तरफ ध्यान नहीं जाता क्योंकि उनकी गाड़ी जाम में फंसती नहीं है ? यहां पर पुरानी तहसील की खड़ी बिल्डिंग को तोड़ने का प्रस्ताव भी वकीलों ने अधिकारियों को दिया है परंतु उस पर भी कोई कार्य आगे नहीं बढ़ा है।
पुलिस प्रशासन और अधिकारियों की इस प्रकार की निष्क्रियता और उदासीनता को देखते हुए लगता है कि दादरी तहसील इस जाम से अभी मुक्ति पाने की स्थिति में नहीं है।

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