पाकिस्तान, अफगानिस्तान, सीरिया की तरह भारत भी बनेगा बर्बर इस्लामिक राष्ट्र
आचार्य श्री विष्णुगुप्त
पश्चिम बंगाल में ममता बनर्जी की पार्टी की जीत के पीछे के कारणों की मैंने पड़ताल की है। मैंने पश्चिम बंगाल में अपने सूत्रों से जानकारी हासिल की है, मेरे सूत्र में बीजेपी या संघ के लोग शामिल नहीं है, मेरे सूत्र में इंडिविजुअल हिंदुत्व के लिए लड़ने वाले वीर सेनानी है। मेरे सूत्र की जानकारी पक्की है, बीजेपी ने अपने वोटरों की रक्षा करने में और उन्हें मतदान केन्द्र तक पहुंचाने में असफल रही।
……. जिस बूथ पर भी मुसलमान बीस प्रतिशत के आसपास थे, वहा पर मुसलमान जिहादी तौर पर हिंसक थे, खूंखार थे, लोकल पुलिस उनके साथ थी। प्रशासन भी उनके साथ था। हिन्दुओं को मतदान केन्द्र तक नहीं जाने दिया गया। अगर हिन्दू मतदान केन्द्र तक पहुंचने की कोशिश करते तो फिर तत्काल हिंसा का उन्हें शिकार होना पड़ता, मतदान के बाद भी हिंसा का सामना करना पड़ता।
…… मतदान बूथ पर लोकल कर्मचारी और लोकल पुलिस ही होती है। मतदान केन्द्र पूरी तरह से मुसलमानों और टीएमसी के गुंडों के अधीन में थे। मुसलमानों ने जमकर बोगस मतदान किया, वैसे लोगों का मत डाले जो उपस्थित ही नहीं थे। वैसे हिन्दुओं के वोट भी डाल दिए गए जो मुस्लिम और टीएमसी गुंडई के कारण मतदान केन्द्र तक नहीं पहुंचे थे। मुस्लिम महिलाओं ने बुर्के में हिन्दू महिलाओं के भी वोट डाला। मुस्लिम और टीएमसी गुंडई वाले बूथों पर अंधेरगर्दी थीं। कोई रोकने वाला नहीं था।
……. पश्चिम बंगाल का रोहिंग्या बांग्लादेशी मुस्लिम करण हो चुका है। लाखो नहीं दो करोड़ से अधिक अवैध मुस्लिम घुसपैठिए है जिनके पास वोटिंग कार्ड से लेकर आधार कार्ड तक है। टीएमसी ने पूरी योजना के साथ रोहिंग्या बांग्लादेशी मुस्लिम जिहादियों को पाला पोसा और मतदान कराया। खबर तो यहां तक है कि बांग्लादेश से भी मुसलमानों को मतदान के दौरान बुलाया गया था।
……. चुनाव आयोग के प्रवेक्षको को स्थानीय समीकरण और जिहादी मुसलमानों तथा टीएमसी की गुंडई की जानकारी नहीं थी, ये एयर कंडीशनर मानसिकता के होते हैं, ग्रामीण और दुरूह वाले मतदान केन्द्र तक पहुंच ही नहीं पाते हैं। केंद्रीय सुरक्षकर्मियों की भी यही स्थिति थी।
……… बीजेपी की अपनी कमजोरी है, रीढ़ विहीन और मूर्ख संस्कृति के लोग चुनाव प्रबन्धन में होते हैं, ये सिर्फ बड़े शहरो में बैठ कर अखबारों और चैनलों पर ज्ञान देते हैं,आम कार्यकर्ताओं से इन्हे खुजली होती हैं। ऐसे में बीजेपी के केंद्रीय नेतृत्व को सही स्थिति की जानकारी ही नहीं होती है।
…….. ऐसी स्थिति में पश्चिम बंगाल में बीजेपी जीतती तो कैसे? बीजेपी की हार की और भी नीतिगत कारण और मूर्खताएं है। ममता बनर्जी की जीत से भारत को एक बर्बर इस्लामिक राष्ट्र में तब्दील करने की नीति आगे बढ़ेगी। अब भारत को पाकिस्तान, अफगानिस्तान, सीरिया, लेबनान जैसे बर्बर इस्लामिक राष्ट्र में तब्दील करने से कोई रोक नहीं सकता है।