शारीरिक मोटापे के कारण और निवारण

मुरारी शरण शुक्ल

यदि आपका वजन बढ़ रहा है तो इसका कोई वाह्य कारण नहीं है। इसके कारण आपके अंदर व्याप्त है। आपकी आदतों में ही इसके कारण विद्यमान हैं। आपकी दिनचर्या में ही इसके कारण छुपे हुए हैं। आपके खानपान की आदतों में ही इसके लक्षण विद्यमान हैं। आपके मन के भाव और व्यवहार, सोच इत्यादि में ही इसके कारण अंतर्निहित हैं। आप स्वयं के अंदर के ही कुछ कारणों से अपने शरीर को कमजोर कर रहे होते हैं। इसका आपको पता तब चलता है जब आप अपनी इच्छा के विपरीत अत्यधिक वजन धारण कर चुके होते हैं। आप फिर से छरहरा दिखना तो चाहते हैं किंतु इसका मार्ग आपको पता न होने से आपकी यह अभिलाषा पूरी नहीं हो पाती है। और मोटापा को झेलना आपकी विवशता बन जाती है। लोग आपको कई बार मोटा या मोटी कहकर ताने भी देते हैं किंतु चर्बी गलाना कठिन होने से आप लाचार हो जाते हैं यह सब सुनने को।

वजन बढऩे से केवल आप चर्बी ही गेन नहीं करते हैं बल्कि आपके नसों, नाडिय़ों की शक्ति भी छीन होने लग जाती है। आपके नर्वस रिफ्लेक्सेज भी कालांतर में घटने लग जाते है। आपकी तंत्रिका तंत्र की शक्ति घटने से ही आपका फैट मेटाबोलिज्म स्लो होने लग जाता है। फैट एसीमिलेशन की आपकी शरीर की ताकत घटने से ही आपका शरीर फैट गेन करता है। जबतक आपके शरीर की शक्ति अच्छी खासी रहती है आपके शरीर पर चर्बी नहीं चढ़ती है। आपके नसों की ताकत ठीक ठाक रहते तक आप कितना भी खाएँ पीएं आपके शरीर में चर्बी टिकती ही नहीं है। तो मौलिक उपचार का प्रकार यह है कि आप अपने नर्वस सिस्टम को शक्तिशाली बनाएँ आपकी चर्बी स्वत: गल जाएगी। आप अपने नस नाडिय़ों को मजबूत बनाएँ आपका बजन अपने आप घट जाएगा।

अब प्रश्न है कि नर्वस सिस्टम की ताकत बढ़ेगी कैसे? यदि इतना समझकर स्वीकार कर लिया और इससे संबंधित पथ्य परहेज अपना लिया तो समझो आप चर्बी से मुक्त हो जाएँगे। यही रहस्य है आपके चर्बी (अधिक वजन) से मुक्त हो जाने के लिए। किन किन कारणों से नस नाडिय़ां कमजोर होती हैं यह जान लेना भी आवश्यक है। कैसे नस नाडिय़ां मजबूत होंगी यह जान लेना आवश्यक है। इतना जान लेने से न केवल आप वजन की समस्या से मुक्त होंगे बल्कि आप अन्य भी अनेक गंभीर व्याधियों से मुक्त होते चले जाएँगे। स्वास्थ्य का आपको मार्ग मिल जाएगा। आप अपना मेडिकल बिल बचा पाएँगे। स्वास्थ्य के प्रति किये जाने वाले खर्च का उपयोग अपने परिवार और समाज की समृद्धि के लिए कर पाएँगे।

दिन में सोने से नस नाडिय़ां कमजोर होती हैं। दिन में सहवास करने से नस नाडिय़ां कमजोर होती हैं। एकदम ठंढी चीजों के सेवन से आपकी नस नाडिय़ां कमजोर होती हैं। बासी चीजों के सेवन से आपकी नस नाडिय़ां कमजोर होती हैं। पुरानी, सड़ी हुई चीजों के सेवन से आपकी नस नाडिय़ां कमजोर होती हैं। केमिकल युक्त खाद्य पदार्थ यथा आइसक्रीम, केक, आर्टिफिशियल मिल्क, आर्टिफिशियल दही, आर्टिफिशियल चॉकलेट्स, डोडा बर्फी से आपकी नस नाडिय़ां कमजोर होती हैं। बेकरी प्रोडक्ट्स में मीठा सोडा और अनेक खतरनाक रसायनों का उपयोग आजकल अधिक मात्रा में हो रहा है। थोड़ी मात्रा में उपयुक्त मीठा सोडा औषधी है किंतु अत्यधिक मात्रा में मीठा सोडा आपके शरीर को डैमेज करता है। इसीलिये आप बेकरी प्रोडक्ट्स यथा बिस्किट, पावरोटी, स्लाइस ब्रेड, रश्क, केक, बर्गर, पैटीज, पिजा, क्रीम रोल इत्यादि से परहेज करें।

चाइनीज फूड में भी रसायनों का उपयोग बहुत होता है। स्वाद के सृजन के लिए अत्यधिक खतरनाक रसायनों का उपयोग आपके शरीर को स्थायी हानि भी पहुँचा सकता है। यदि आपका बॉडी उत्तम औषधियों के उपयोग के बाद भी रिसपॉन्स नहीं देता तो इसमें दोष औषधियों का नहीं आपके द्वारा खाये गए इन खतरनाक रासायनिक पदार्थों का है। जबतक ये न्यूट्रलाइज नहीं होंगी तबतक दवा का असर आपको दिखेगा नहीं। कभी कभी इन रसायनों के न्यूट्रलाइज होने में छ: महीने या इससे अधिक भी लग जाते हैं। रोगी लाभ न होने से आकुल दिखे तो उसका उपचार किसी भी औषधी से संभव नहीं। आपके वजन बढऩे में फ्रिज की भी बड़ी भूमिका है। फ्रिज में रखे सब्जी फल को आप जैसे ही खाते हैं आपकी नस नाडिय़ां कमजोर होने लगती हैं। बनाये हुए खाद्य पदार्थ को फ्रिज में रखकर आप उसे खाते हैं आपकी नस नाडिय़ां कमजोर होने लग जाती हैं।

एक बार बनाये हुए भोजन को दुबारा गर्म करके खाने से आपकी नस नाडिय़ां कमजोर होने लग जाती हैं। एक बार गर्म किये हुए जल को दुबारा गर्म करके पीने से आपकी नस नाडिय़ां कमजोर होने लग जाती हैं। फ्रिज में रखे हुए कुक्ड फूड को दुबारा गर्म करके खाने से आपकी नस नाडिय़ां कमजोर होने लग जाती हैं। इसी प्रकार कोल्ड ड्रिंक, फ्रि ज या बर्फ से ठंढा किया हुआ पानी, आईस क्रीम, बर्फ मिलाया हुआ फ्र ूट जूस आपकी नस नाडिय़ां कमजोर होने का एक कारण है। आज बनाये हुए भोजन को कल परसों तक खाना हानिकारक है। प्रतिदिन खाने वाला भोजन बनने के दो घंटे के अंदर खा लेना चाहिए। बाद में खाने से नस नाडिय़ां कमजोर होंगी। रात्री में ठंढी चीजों का सेवन आपकी नस नाडिय़ों को कमजोर करेंगी। आप रात में दही न खाएँ, रात में ठंढा शरबत न पीएं, रात में कोल्डड्रिंक, आईसक्रीम, लस्सी, रबड़ी फलूदा, भिगोया हुआ अंकुरित अनाज, फल न खाएँ। इससे आपकी नस नाडिय़ां कमजोर होंगी।

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