कार्यक्रम का संचालन कर रहे फाउंडेशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष धर्मचंद्र पोद्दार ने कहा कि कोई भी देश अपने भविष्य को तभी महान बना सकता है जब वह अपने अतीत को सही ढंग से समझने में सफल होता है , अर्थात इतिहास की विरासत को अक्षुण्ण बनाए रखने में सफल होता है । उन्होंने कहा कि भारत ने अतीत में विश्व को इसलिए नेतृत्व प्रदान किया था कि उसके पास सामाजिक , आर्थिक , राजनीतिक आदि सभी क्षेत्रों की एक उत्कृष्ट जीवन प्रणाली अथवा व्यवस्था उपलब्ध थी । हमें अपने अतीत की इस गौरवपूर्ण व्यवस्था को गहराई से समझना होगा और उसे आज के परिवेश में भी अपने लिए अपना कर चलने की सुविधाजनक स्थिति उत्पन्न करनी होगी तभी भारत का भविष्य महान बन पाएगा ।
उन्होंने कहा कि यह सम्मान गत वर्ष ही प्रारंभ किया गया है और इस वर्ष का सम्मान अंतर्राष्ट्रीय लेखक एवं गाजियाबाद से प्रकाशित हिंदी दैनिक समाचार पत्र ‘ उगता भारत ‘ के प्रधान संपादक डॉ राकेश कुमार आर्य को प्रदान कर फाउंडेशन अपने आप को गौरवान्वित महसूस कर रहा है ।
श्री पोद्दार ने कहा कि हम इतिहास के पुनः लेखन के लिए कृतसंकल्प हैं । क्योंकि हमारी वर्तमान की पीढ़ी अपने इतिहास को लेकर सशंकित है । हम आने वाली पीढ़ी को यह बताना चाहेंगे कि हमारा इतिहास सारे संसार के समस्त देशों से प्राचीनतम और गौरवमयी इतिहास है ।
बहुत से लेख हमको ऐसे प्राप्त होते हैं जिनके लेखक का नाम परिचय लेख के साथ नहीं होता है, ऐसे लेखों को ब्यूरो के नाम से प्रकाशित किया जाता है। यदि आपका लेख हमारी वैबसाइट पर आपने नाम के बिना प्रकाशित किया गया है तो आप हमे लेख पर कमेंट के माध्यम से सूचित कर लेख में अपना नाम लिखवा सकते हैं।