धमकियों की बढ़ती घटनाओं पर मुस्लिम संगठनों व मुसलमीन पार्टियों की चुप्पी क्या आतंकियों को मौन समर्थन नहीं!*

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तिरुपति में इस्कॉन मंदिर, उज्जैन का महाकाल मन्दिर, उज्जैन रेलवे स्टेशन, हनुमानगढ़ जंक्शन सहित राज्य के श्रीगंगानगर, बीकानेर, जोधपुर, कोटा, बूंदी, उदयपुर, जयपुर रेलवे स्टेशन के साथ राजस्थान के कुछ अन्य धार्मिक स्थलों को दीपावली के दौरान आगामी 30 अक्टूबर और 2 नवम्बर को बम से उड़ाने की धमकी दी गई है।
धमकी देने वाला एक आतंकी लिखता है कि “हे खुदा मुझे माफ़ करना जम्मू कश्मीर में मारे जा रहे हमारे जेहादी की मौत का बदला लेंगे।”
हमें विश्वास है कि देश की सुरक्षा एजेंसियां इस चुनौती से सफलतापूर्वक निपट कर जिहादियों को यथा शीघ्र ‘जन्नत’ की सैर कराएंगी ही किन्तु, क्या भारत के उलेमा, इस्लामिक संगठन व मुसलमीन पार्टियां कहेंगी कि ये ‘जिहाद’ नहीं है!
चारों ओर से धमकियों के बढ़ते सिलसिले से निपटने हेतु उन्हें अब यह स्पष्ट कर फतवा जारी करना ही होगा कि यह सब इस्लाम सम्मत नहीं है! अन्यथा उनका मौन आतंकियों को मूक समर्थन ही माना जाएगा।
जब आतंकी खुले आम अल्लाह, खुदा, मुसलमान और जिहाद का नाम लेकर देश को लगातार धमकियाँ दे रहे हों तब क्या कुछ और कहने को रह जाता है! एक मजहब के ही लोग हैं जो हम भारतीयों की जान के दुश्मन बनकर लगातार धमकियाँ दे रहे हैं और उस मजहब के पैरोकार संगठन व कथित बुद्धिजीवी चुप्पी साधे बैठे हैं। आखिर क्यों?
रोज रोज विमानों, विद्यालयों, हवाई अड्डों, मंदिरों, व देश के अन्य सार्वजनिक स्थलों पर आघात करने की धमकियों की इस गंभीर समस्या का कुछ कठोर और कारगर निदान तो निकालना ही पड़ेगा! आखिर कब तक हमारी सुरक्षा एजेंसियां अपना समय और संसाधन इन जिहादियों की धमकियों पर बर्बाद करती रहेंगी!
Country believes that the @HMOIndia @NIA_India are tackling them seriously.
विनोद बंसल, राष्ट्रीय प्रवक्ता-विहिप https://x.com/vinod_bansal/status/1851156770242380199

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